अरबों का आक्रमण
मध्यकालीन भारत की प्रमुख घटना मुस्लिमों का आक्रमण थी जिसमें सर्वप्रथम अरबी आक्रमण हुआ और बाद में तुर्की आक्रमण हुआ
सर्वप्रथम अरबी मुस्लमानों का आक्रमण 636 ई0 में हुआ था
ये आक्रमण खलीफा उमर के समय में हुआ और यह आक्रमण असफल रहा
भारत पर पहला सफल आक्रमण 712 ई0 में मोहम्मद-बिन-कासिम द्वारा किया गया
यह आक्रमण खालीफा-अल-वाजिद के शासन काल में हुआ था
श्रीलंका में अरब यात्रीयों की मृत्यु इस आक्रमण का प्रमुख कारण था
भारत पर अरबवासियों के आक्रमण का मूल उद्देश्य लूट-पाट करना एवं इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार करना था
मुहम्मद-बिन-कासिम के आक्रमण के समय सिंध का शासक दाहिर था इसने सिंध तथा मुल्तान को जीता
मुल्तान से अरब आक्रमणकारियों को अपार सोना प्राप्त होने के कारण उन्होंने मुल्तान को स्वर्ण नगरी कहा
भारत में जजिया कर लगाने वाला प्रथम व्यक्ति मोहम्मद-बिन-कासिम था
अरबी भाषा में अंको को हिंदसा कहा जाता है क्योंकि उनका मूल स्थान हिंद (भारत) है
भारतीय खगोलशास्त्र पर आधारित प्रमुख अरबी रचना अल-फाजरी कृत किताब-उल-जिज है
भारत पर आरब आक्रमण की सूचना चचनामा तथा बिलादुरी कृत किताब फुल-अल-बलदान से मिलती है
अरब आक्रमण के समय दो अरबी विद्दान सुलेमान व अल-मसूदी भारत आये
अरब आक्रमण के बाद हम अंक पद्ति व शतरंज सीखे
ऑडियो नोट्स
अरबों का भारत पर पहला सफल आक्रमण मुहम्मद-बिन-कासिम के नेतृत्व में 712 ई० में हुआ।
अरबों ने सिंध को जीत लिया जिसपर उस काल में दाहिर का शासन था।
भारत पर अरबवासियों के आक्रमण का मूल उद्देश्य लूट-पाट करना एवं इस्लाम का प्रचार करना था।
715 ई० में खलीफा की मृत्यु के पश्चात कासिम वापस लौट गया।
अपनी प्रारंभिक विजयों के बावजूद अरब सिंध एवं मुल्तान से आगे नहीं बढ़ सके।
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