डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है
न्यूनकोण त्रिभुज- प्रत्येक कोण 90 डिग्री से कम होता है
समकोण त्रिभुज- एक कोण 90 डिग्री शेष दोनों कोण एक दूसरे के पूरक होते है
अधिक कोण त्रिभुज- कोई भी एक कोण 90 डिग्री से अधिक का होता है
विषमबाहु त्रिभुज- सभी भुजाएं आपस में असमान होती है
समद्विबाहू त्रिभुज- कोई दो भुजाएं आपस में समान होती है एवं समान भुजाओं के विपरीत कोण भी समान होते है
समबाहु त्रिभुज- सभी तीनों भुजाओं समान होती है व प्रत्येक कोण 60 डिग्री का होता है
अभिलंब- किसी त्रिभुज में एक भुजा के विपरीत शीर्ष से भुजा पर डाला गया लंब अभिलंब कहलाता है एवं एक त्रिभुज में तीन अभिलंब होते है
मध्यिका- शीर्ष के सामने वाली भुजा के मध्य बिंदु से मिलाने वाली रेखा मध्यिका कहलाती है एवं त्येक त्रिभुज में तीन मध्यिकायें होती है तथा मध्यिका त्रिभुज को दो बराबर क्षेत्रफल में बांटती है
कोण समद्विभाजक- रेखाखंड, जो त्रिभुज के शीर्ष से प्रारंभ होता है एवं कोण को दो समान भागों में बांटता है
लंब समद्विभाजक- रेखाखंड, जो त्रिभुज की भुजा के साथ समकोण बनाते हुए उसे दो समान भागों में बांटता है
लम्ब केंद्र- वह बिंदु जहाँ किसी त्रिभुज के तीनों अभिलंब मिलते है
केंद्रक- त्रिभुज की तीनों मध्यिकायें जिस बिंदु पर मिलती है केंद्रक कहलाता है एवं केंद्रक प्रत्येक मध्यिका को 2:1 में विभाजित करता है
अंत: केंद्र- त्रिभुज के कोण समद्विभाजक जिस बिंदु पर मिलते है अंत: केंद्र कहलाता है
परिकेंद्र- वह बिंदु जहाँ भुजाओं के लम्ब समद्विभाजक मिलते है परिकेंद्र कहलाता है एवं परिकेंद्र हमेशा तीनों शीर्षो से समान दूरी पर होता है
किसी समकोण त्रिभुज में कर्ण का वर्ग अन्य दो भुजाओं के वर्गों के योग के बराबर होता है
त्रिभुज में किसी भुजा के समानांतर खींची गई रेखा अन्य दोनों भुजाओं को भुजाओं को समान अनुपात में बांटती है
त्रिभुज की भुजाओं के मध्य बिंदुओं को मिलाने वाली तीसरी भुजा के समांतर एवं आधी होती है
किसी त्रिभुज में किन्ही दो भुजाओं के वर्गो का योग तीसरी भुजा की माध्यका एवं उसके आधे के वर्गो के योग के दोगुने के बराबर होती है
त्रिभुज में किसी कोण का समद्विभाजक विपरीत भुजा को अन्य भुजाओं के अनुपात में विभाजित करता है
किन्हीं दो त्रिभुजों की संगत भुजाएं समान होने पर वह दोनों त्रिभुज सर्वागसम कहलाते है
किन्हीं दो त्रिभुजों की कोई दो संगत भुजाएं एवं उनके बीच का कोण समान होने पर वह दोनों पर वह दोनों त्रिभुज सर्वागसम कहलाते है
किन्हीं दो त्रिभुजों के कोई दो कोण एवं उनके बीच की भुजा समान होने पर वह दोनों त्रिभुज सर्वागसम कहलाते है
>>DOWNLOAD PDF<<
त्रिभुज के ये 20 प्रमेय तथा तथ्य आपको अवश्य आने चाहिये
सभी फ्री ई बुक डाउनलोड करें
प्रतियोगी गणित के सभी अध्याय
प्रतियोगी अंग्रेजी
परीक्षा रणनीति
रीजनिंग (हिंदी मेंं)
0 Comments