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मेट्रो रेल में करियर

 आधुनिक दौर में प्रत्येक व्यक्ति बेहतर सुविधाएं प्राप्त करना चाहता है। यही कारण है कि हाईटेक युग में लोगों ने बसों की जगह मेट्रो में सफर करना शुरू कर दिया है। यह उनके लिए न सिर्फ आरामदायक है, बल्कि इससे वह कम पैसों में अपने गंतव्य पर आराम से पहुंच जाते हैं। दिनोंदिन बढती लोकप्रियता के कारण देश के 12 से अधिक शहरों में मेट्रो प्रौद्योगिकी के विस्तार की योजना है, जिसके चलते मैनपावर की भारी मांग है।

आधुनिक दौर में प्रत्येक व्यक्ति बेहतर सुविधाएं प्राप्त करना चाहता है। यही कारण है कि हाईटेक युग में लोगों ने बसों की जगह मेट्रो में सफर करना शुरू कर दिया है। यह उनके लिए न सिर्फ आरामदायक है, बल्कि इससे वह कम पैसों में अपने गंतव्य पर आराम से पहुंच जाते हैं। दिनोंदिन बढती लोकप्रियता के कारण देश के 12 से अधिक शहरों में मेट्रो प्रौद्योगिकी के विस्तार की योजना है, जिसके चलते मैनपावर की भारी मांग है।

कार्य
इसमें कार्यक्षेत्र बहुत ही विस्तृत है। इसलिए मेट्रो रेल में विभिन्न प्रकार के जॉब्स उपलब्ध हैं। इसमें मैनेजर, इंजीनियर से लेकर अकाउंट असिस्टेंट, कस्टमर रिलेशन असिस्टेंट, स्टोर असिस्टेंट, फायर इंस्पेक्टर, मेंटेनर जैसे तमाम पद होते हैं। परन्तु कहीं भी मेट्रो प्लान पूरा होने से पहले मेट्रो रेल में मुख्य काम प्लानिंग और निर्माण का होता है। इंजीनियर शहरी क्षेत्रों में परिवहन को देखते हुए प्रोजेक्ट तैयार करते हैं। साथ ही निर्माण से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज का ध्यान रखना भी उनके कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आता है।

योग्यता
सम्बंधित पद के अनुरूप एजूकेशन एवं अनुभव की जरूरत होती है। इसके अलावा मेट्रो टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षित करने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) देल्ही मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) के साथ मिलकर एक वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स चला रहा है। इस एक वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स को करने के लिए छात्रों का बीटेक या बीआर्क डिग्रीधारक होना आवश्यक है। यहां से पास लोग मेट्रो में इंजीनियर के रूप में नियुक्त किये जाते हैं।

प्रशिक्षण
आईआईटी और डीएमआरसी के एक वर्षीय कोर्स के तहत छात्रों को खासतौर पर कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी संबंधी प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ ही यह कोर्स दुनिया भर में फैली मेट्रो प्रौद्योगिकी के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। कोर्स के दौरान छात्रों को सिग्नलिंग और टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग जैसे विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है।

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