लाइब्रेरी से संबंधित कर्मचारियों का मुख्य कार्य सामग्री को संगठित करना, लोगों को उसे प्रभावी ढंग से प्रयोग करने में सहायता करना तथा सही व्यक्ति को सही समय पर सही सूचना प्रदान करना होता है। यही कारण है कि वर्तमान में लाइब्रेरी नॉलेज सेंटर के रूप में भी जानी जाने लगी है।
लाइब्रेरी से संबंधित कर्मचारियों का मुख्य कार्य सामग्री को संगठित करना, लोगों को उसे प्रभावी ढंग से प्रयोग करने में सहायता करना तथा सही व्यक्ति को सही समय पर सही सूचना प्रदान करना होता है। यही कारण है कि वर्तमान में लाइब्रेरी नॉलेज सेंटर के रूप में भी जानी जाने लगी है। लाइब्रेरी साइंस के कार्य को मुख्यतया तीन भागों में बांटा जा सकता है-पाठकों को सामान्य सेवाएं देना (जैसे-पुस्तकों का आदान-प्रदान), तकनीकी कार्य (पुस्तकों की एंट्री, सूची बनाना या इंडेक्सिंग आदि) तथा प्रशासनिक कार्य (सुविधाएं बढ़ाने या लाइब्रेरी से संबंधित कामकाज को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क बनाए रखना, पुस्तकों की खरीदारी आदि)।
योग्यता
बैचलर ऑफ लाइब्रेरी ऐंड इन्फॉर्मेशन साइंस (बीलिब) कोर्स करने के लिए किसी मान्यताप्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से स्नातक होना जरूरी है, जबकि सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स करने के लिए बारहवीं पास होना आवश्यक है।
अवसर
आकार के अनुसार किसी लाइब्रेरी में विभिन्न तरह के लोग होते हैं। सबसे बड़ा पद लाइब्रेरियन या पुस्तकालय प्रबंधक का होता है। यह पद प्रोफेसर पद के समतुल्य है। इसके बाद डिप्टी लाइब्रेरियन (रीडर पद के समकक्ष), असिस्टेंट लाइब्रेरियन (लेक्चरर पद के समतुल्य), लाइब्रेरी असिस्टेंट या टेक्निकल असिस्टेंट आदि के पद होते हैं। ये सभी लाइब्रेरी ऐंड इन्फॉर्मेशन साइंस में प्रशिक्षित होते हैं।
संभावनाएं
स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, अन्य शैक्षिक संस्थानों में समृद्ध पुस्तकालय तो होते ही हैं, इसके अलावा जागरूकता बढ़ाने के लिए सरकारी और निजी संस्थानों में भी लाइब्रेरी के साथ-साथ सन्दर्भ विभाग या रेफरेंस डिपार्टमेंट होता है। मीडिया, खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रसार ने भी रेफरेंस विभाग के विकास का रास्ता प्रशस्त किया है। नेशनल नॉलेज कमीशन द्वारा वर्ष, 2015 तक करीब 1500 विश्वविद्यालय खोलने की सिफारिश से आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में पुस्तकालय खुलेंगे। खास बात यह है कि कॉर्पोरेट कंपनियां भी अपने यहां लाइब्रेरी को प्रमोट कर रही हैं और संबंधित स्टाफ को आकर्षक सैलॅरी ऑफर कर रही हैं। वर्तमान समय में अधिकांश पुस्तकालयों ने खुद को वीडियो लाइब्रेरी, कैसेट-सीडी लाइब्रेरी, कम्प्यूटर लाइब्रेरी, साइबर लाइब्रेरी, इंटरनेट लाइब्रेरी, फोटो लाइब्रेरी, सॉन्ग लाइब्रेरी (रेडियो स्टेशन या एफएम चैनल्स में), स्लाइड लाइब्रेरी आदि के रूप में सुसज्जित कर लिया है। इसके लिए काफी संख्या में ट्रेंड प्रोफेशनल की जरूरत है।
कमाई
लाइब्रेरी असिस्टेंट या टेक्निकल असिस्टेंट की शुरुआती सैलॅरी दस हजार रुपये प्रतिमाह से ऊपर होती है। विश्वविद्यालयों या समकक्ष शैक्षणिक संस्थानों में असिस्टेंट लाइब्रेरियन के रूप में नियुक्त होने पर और अच्छी सैलॅरी मिलती है।
कोर्स
• बैचलर ऑफ लाइब्रेरी ऐंड इन्फॉर्मेशन साइंस (बीलिब)
• मास्टर ऑफ लाइब्रेरी ऐंड इन्फॉर्मेशन साइंस (एमलिब)
• सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स
संस्थान
1. दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
2. इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, दिल्ली
3. जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली
4. बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय
5. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
6. इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद
7. लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
8. पटना विश्वविद्यालय, पटना
9. अवध प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा
10. डॉ. हरि सिंह गौड़ विश्वविद्यालय, सागर
11. बुदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी
12. गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर
13.पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
14.जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू
15.कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
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