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फूड टेक्नोलॉजिस्ट

 वैश्वीकरण यानी ग्लोबलाइजेशन, आधुनिकीकरण, शहरीकरण एवं भागदौड़ भरी जिन्दगी ने लोगों की खाने की आदतों को बदल कर रख दिया है। इस परिवर्तन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है डिब्बाबंद प्रोसेस्ड खाद्य-पदार्थो एवं पेय पदार्थों का प्रचलन दिन-प्रतिदिन बढ़ते जाना। फास्ट फूड व डिब्बा बंद खाद्य-पदार्थ तेजी से लोगों की पसंद बनते जा रहे हैं। साथ ही लोग इनकी गुणवत्ता के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं।

वैश्वीकरण यानी ग्लोबलाइजेशन, आधुनिकीकरण, शहरीकरण एवं भागदौड़ भरी जिन्दगी ने लोगों की खाने की आदतों को बदल कर रख दिया है। इस परिवर्तन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है डिब्बाबंद प्रोसेस्ड खाद्य-पदार्थो एवं पेय पदार्थों का प्रचलन दिन-प्रतिदिन बढ़ते जाना। फास्ट फूड व डिब्बा बंद खाद्य-पदार्थ तेजी से लोगों की पसंद बनते जा रहे हैं। साथ ही लोग इनकी गुणवत्ता के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक, वर्तमान में डिब्बा बंद खाद्य-पदार्थों का कारोबार 30 से 35 अरब रुपये वार्षिक है।

यही कारण है कि यह क्षेत्र मल्टीनेशनल कंपनियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। इसी आकर्षण के कारण कई मल्टीनेशनल कंपनियां जैसे मैक्डोनॉल्ड, पेप्सी, कोका कोला व हिन्दुस्तान लीवर अपना कारोबार भारत में बढ़ाती जा रही हैं। बढ़ते फास्ट फूड व डिब्बा बंद खाद्य-पदार्थ के चलन ने युवाओं के लिए करियर की नई खिड़की खोल दी है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण जॉब है फूड टेक्नोलॉजिस्ट। वर्तमान में कंपनियां10 प्रतिशत वार्षिक की दर से लोगों को भर्ती कर रही हैं।कार्य

फूड प्रोसेसिंग सेक्टर के तहत वे सभी कार्य शामिल हैं, जिनसे प्रोसस्सेड फ़ूड जैसे- मक्खन, सॉफ्ट ड्रिंक, जेम व जेली, फ्रूट जूस, बिस्कुट, आइसक्रीम आदि की गुणवत्ता, स्वाद और रंग-रूप बरकरार रह सके। इसके अलावा वह कच्चे और बने हुए माल की गुणवत्ता, स्टोरेज तथा हाइजिन आदि की निगरानी भी करता है। वह कंपनी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। कच्चे माल से लेकर प्रोडक्ट तैयार होने तक कंपनी को उसकी हर स्तर पर जरूरत होती है। ग्लोबल स्तर पर कंपनी का भविष्य फूड टेक्नोलॉजिस्ट पर ही निर्भर रहता है।

योग्यता
इस क्षेत्र से स्नातक डिग्री में प्रवेश पाने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी अथवा मैथमेटिक्स विषयों के साथ 10+2 में कम से कम 50 प्रतिशत अंक जरूरी हैं। एमएससी कोर्स करने के लिए फूड टेक्नोलॉजी से संबंधित विषयों में स्नातक की डिग्री आवश्यक है। फूड टेक्नोलॉजी तथा इससे संबंधित कोर्सेज के अंतर्गत खाद्य पदार्थों के उचित रखरखाव से लेकर पैकेजिंग, फ्रीजिंग आदि की तकनीकी जानकारियां शामिल होती हैं। इसके अंतर्गत पोषक तत्वों का अध्ययन, फल, मांस, वनस्पति व मछली प्रसंस्करण आदि से संबंधित जानकारियां भी दी जाती हैं।

व्यक्तिगत गुण
फूड टेक्नोलॉजिस्ट को साइंटिफिक सोच वाला होना जरूरी है। उसकी टेक्नोलॉजी डेवलॅपमेंट, हेल्थ व न्यूट्रीशन में रुचि होनी चाहिए। इसके साथ ही जिम्मेदारी व टीम के साथ काम करना भी आवश्यक है। उसमें अच्छी कम्युनिकेशन स्किल भी होनी चाहिए।

अवसर
फूड टेक्नोलॉजी का कोर्स पूरा कर लेने के बाद फूड इंडस्ट्री, होटलों, अस्पतालों, पैकेजिंग इंडस्ट्री, सॉफ्ट ड्रिंक फैक्टरी, राइस मिल आदि में नौकरी प्राप्त की जा सकती है। प्रोडक्ट डेवलॅपमेंट, मैनेजर, रिसर्चर, क्वालिटी एश्योर मैनेजर, लेबोरेट्री सुपरवाइजर, फूड पैकिंग मैनेजर, फूड प्रोसेसिंग टेक्नीशियन आदि पदों पर कार्यरत हो सकते हैं। फूड टेक्नोलॉजी का कोर्स करके निजी उद्दम को भी प्रारंभ किया जा सकता है। इसके अलावा तकनीकी संस्थाओं में शिक्षक या प्रशिक्षक के पद पर भी कार्य कर सकते हैं।

कमाई
इस क्षेत्र में शुरुआती स्तर पर 8 से 12 हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से कमा सकते हैं। अनुभव के बाद 30 हजार रुपये प्रतिमाह या इससे भी ज्यादा कमाया जा सकता है। यदि स्वरोजगार से जुडते हैं, तो कमाई और बढ़ सकती है।

कोर्स
 • बीएससी इन फूड टेक्नोलॉजी (3 वर्ष)
 • बीएससी इन फूड न्यूट्रीशियन ऐंड प्रिजरर्वेशन (3 वर्ष)
 • बीटेक इन फूड इंजीनियरिंग (4 वर्ष)
 • एमएससी इन फूड टेक्नोलॉजी (2वर्ष)

संस्थान
 1. यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली, दिल्ली
 2. इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, दिल्ली
 3. जी. बी. पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चर ऐंड टेक्नोलॉजी, पंतनगर, उत्तराखंड
 4. बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी, उत्तर प्रदेश
 5. कानपुर यूनिवर्सिटी, कानपुर, उत्तर प्रदेश
 6. आचार्य एनजी रंगा एग्रिकल्चर यूनिवर्सिटी, राजेन्द्र नगर, हैदराबाद
 7. कोलकाता विश्वविद्यालय, कोलकाता
 8. यूनिवर्सिटी ऑफ कालीकट, केरल
 9. महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, सतना, मध्यप्रदेश
 10. गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर, पंजाब
 11. तमिलनाडु एग्रिकल्चर यूनिवर्सिटी, कोयंबटूर
 12. मुंबई यूनिवर्सिटी, मुंबई
 13. नागपुर यूनिवर्सिटी, नागपुर
 14. सेंट्रल फूड टेक्नोलॉजी रिसर्च इंस्टीट्यूट, मैसूर
 15. बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रांची, बिहार

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