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नैनो टेक्नोलॉजी

 नैनो टेक्नोलॉजी वह अप्लॉइड साइंस है, जिसमें 100 नैनोमीटर से छोटे पार्टिकल्स पर भी काम किया जाता है। नैनो विज्ञान और टेक्नोलोजी ने नये मटेरिअल और नयी प्रोसेस की शुरुआत करके निर्माण और उत्पादन में क्रांति को जन्म दिया है। एक अनुमान के अनुसार नैनो टेक्नोलोजी इंडस्ट्री वर्ष 2015 तक वैश्विक स्तर पर 1 ट्रिलियन की हो जायेगी और इसमें २० लाख लोगों की जरूरत होगी।

नैनो टेक्नोलॉजी वह अप्लॉइड साइंस है, जिसमें 100 नैनोमीटर से छोटे पार्टिकल्स पर भी काम किया जाता है। नैनो विज्ञान और टेक्नोलोजी ने नये मटेरिअल और नयी प्रोसेस की शुरुआत करके निर्माण और उत्पादन में क्रांति को जन्म दिया है। एक अनुमान के अनुसार नैनो टेक्नोलोजी इंडस्ट्री वर्ष 2015 तक वैश्विक स्तर पर 1 ट्रिलियन की हो जायेगी और इसमें २० लाख लोगों की जरूरत होगी। यदि नई-नई जानकारियां प्राप्त करने और रिसर्च करने में रुचि हो, तो इस क्षेत्र में व्यापक अवसर हैं।

कार्य
नैनो टेक्नोलॉजी का कार्य क्षेत्र बहुत व्यापक और विस्तृत है। वर्तमान में हर क्षेत्र में इस टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है। इंजीनियरिंग साइंस, मैटीरियल साइंस, इंस्ट्रूमेंटेशन, डिवाइस फेब्रिकेशन और ड्रग डिलीवरी सिस्टम में होने वाली हर नई खोज का कम से कम एक कंपोनेंट नैनो टेक्नोलॉजी से संबंधित होता है।

योग्यता
नैनोटेक्नोलॉजी में पीजी करने के लिए भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान व गणित में 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक या एमटेक करने के लिए मैटेरियल साइंस, मैकेनिकल, बायोमेडिकल, केमिकल, बायोटेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्प्यूटर साइंस में से किसी भी विषय से बीटेक की डिग्री आवश्यक है।

व्यक्तिगत गुण
यह एक रिसर्च का काम है, इसलिए नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में करियर बनाने वाले छात्रों का धैर्यशील होना आवश्यक है। इसके साथ ही हर समय कुछ न कुछ जानने की ललक भी व्यक्ति में होनी चाहिए। इस क्षेत्र में कठिन और निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है। नैनो टेक्नोलॉजी का मुख्य काम आज की तकनीक का प्रयोग करते हुए भविष्य के लिए बेहतर रिजल्ट तैयार करना है, इसलिए छात्रों को नई रिसर्चों के बारे में जानकारी होना जरूरी है। यदि फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स और बायोलॉजी में अच्छी पकड़ है, तो इससे अतिरिक्त लाभ मिल सकता है।

अवसर
इस क्षेत्र में चुनौतियां बहुत हैं। इसमें रिसर्च को महत्व प्रदान किया जाता है। इस क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। नैनो मेडिसिन, बायोइन्फोर्मेटिक्स, स्टेम सेल डेवलपमेंट, नैनो टॉक्सीकॉलोजी और नैनो पावर जनरेटिंग सेक्टर, इलेक्ट्रानिक्स/सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री, मटेरियल्स साइंस ( टेक्सटाइल्स, पोलीमर्स, पैकेजिंग आदि), ऑटो एंड एरोस्पेस इंडस्ट्रीज, स्पोर्ट्स एक्विपमेंट में संभावनाएं तलाश कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र के छात्रों के लिए हेल्थ इंडस्ट्री, एग्रिकल्चर, एन्वायरमेंट इंडस्ट्री, स्पेस रिसर्च, प्रॉडक्ट डेवलपमेंट, जेनेटिक्स, प्राइवेट रिसर्च इंस्टीट्यूट, बायोटेक्नोलॉजी, फोरेसिंक साइंस जैसे क्षेत्रों में भी काफी अवसर हैं। टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री और फार्मास्युटिकल कंपनियों में भी इस क्षेत्र  के लोगों के लिए नौकरी उपलब्ध हैं।

कमाई
इस क्षेत्र में कमाई की कोई सीमा नहीं है। दिनोंदिन बढ़ती नैनो टेक्नोलॉजिस्ट की मांग ने इस क्षेत्र में कमाई के कई अवसर खोले हैं। यद्दपि वेतन कंपनी पर भी निर्भर करता है। सरकारी सेक्टर में एक एमटेक व्यक्ति को 20 से 30 हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से मिल जाते हैं। निजी क्षेत्र में नौकरी की शुरुआत 4-6 लाख से आसानी से कर सकते हैं।

संस्थान
 1. गुरु गोविंद सिंह यूनिवर्सिटी, दिल्ली
 2. एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ नैनोटेक्नोलॉजी, नोएडा
 3. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सांइस
 4. मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल
 5. जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
 6. नेशनल फिजिकल लेबोरेट्री, दिल्ली
 7. अमृता सेंटर फॉर नैनोसाइंस, कोच्ची
 8. जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर नैनोटेक्नोलॉजी एंड एडवांस बायोमेटिरियल्स, तमिलनाडु
 9. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे

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