वित्तीय प्रबंधन को इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं कि वित्तीय प्रबंधन मौद्रिक संसाधनों का विवेकपूर्ण और कुशलता से उपयोग और वितरण की कला है.
वित्तीय प्रबंधन (फाइनैंशियल मैनेजमेंट) क्या है?
इसे इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं कि वित्तीय प्रबंधन मौद्रिक संसाधनों का विवेकपूर्ण और कुशलता से उपयोग और वितरण की कला है जिससे संगठन के लिए धन बनाने और इस प्रक्रिया को पूर्वानुमानित उपलब्धियों के लिए बनाए रखना है.
संभावनाएं
तेजी से आगे बढ़ते आज के समय में वित्ता और उसका प्रबंधन किसी भी संगठन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है. वित्तीय प्रबंधन में करिअर के लिए संगठन के विभिन्न वित्तीय गतिविधियों औऱ उसके व्यवहार संरचना की गहरी समझ बहुत जरूरी होती है. इसके अलावा, लेखांकन की बुनियादी समझ का होना बहुत जरूरी है. ज्यादातर बड़ी कंपनियां प्रबंधन कॉलेजों के वित्तीय प्रबंधन की पढ़ाई करने वाले छात्रों को लेना पसंद करती हैं क्योंकि उन्हें अपनी कंपनी के लिए उचित लेखा परीक्षक और वित्त प्रबंधक की जरूरत होती है. इस पद के लिए आपको 4 से 8 लाख रुपये सालाना का वेतन मिल सकता है और अनुभव बढ़ने के साथ इसमें इजाफा भी होगा.
वित्तीय प्रबंधन में करिअर कैसे बनाएं?
आप वित्त(फाइनैंस) में एमबीए/ पीजीडीएम कर वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में करिअर बना सकते हैं. असके अलावा, वित्त में बैचलर्स डिग्री भी आपको इस क्षेत्र मे करिअर शुरु करने में मदद करेगी. बाद में आप कुछ काम करने के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं.
वित्तीय प्रबंधन में निभाई जाने वाली भूमिकाएं
• वित्त की योजना और बजट बनाना.
• संसाधनों का सटीक आवंटन.
• वित्तीय संसाधनों का संचालन और सुरक्षा.
• आवंटित वित्त का मूल्यांकन और रिपोर्टिंग
वित्तीय प्रबंधन से संबंधित कोर्स
• मास्टर्स ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए)– फाइनैंस (वित्त)
• पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएम)– फाइनैंस (वित्त)
इन कोर्स में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा
कॉमन एप्टीट्यूड टेस्ट (कैट)– वर्ष में एक बार
मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (एमएटी)– एक वर्ष में चार बार (फरवरी, मई, सितंबर, दिसंबर)
जेवियर एप्टीट्यूड टेस्ट (एक्सएटी)– वर्ष में एक बार
एसएनएपी– वर्ष में एक बार ( सिम्बायोसिस के कॉलेजों के लिए)
सी– मैट– वर्ष में दो बार
अन्य– आईबीएसएटी, एनएमएटी, आईआईएफटी, एमआईसीए, एमएच– सीईटी आदि
कॉलेज जिनमें यह कोर्स कराए जाते हैं-
• भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम)
• एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (एसपी जेआईएमआर), मुंबई
• इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी), हैदराबाद
• जेवियर लेबर रिलेशंस इंस्टीट्यूट (एक्सएलआऱआई), जमशेदपुर
• इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड (आईआईएफटी), दिल्ली
• मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एमडीआई), गुड़गांव
• नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (नएमआईएमएस), मुंबई
• सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (एसआईबीएम), पुणे
• मास्टर ऑफ फाइनैंस कंट्रोल. दिल्ली विश्वविद्यालय
• इंस्टीट्यूट ऑप फाइनैंशियल मैनेजमेंट एंड रिसर्च, चेन्नई
इसके अलावा कई प्रमुख संस्थान और बी– स्कूल हैं जो कैट, मैट के अंकों के आधार पर एमबीए/ पीजीडीएम कोर्स में दाखिला देते हैं.
कोर्स फीस और प्लेसमेंट
कोर्स फीस कॉलेज के हिसाब से और आमतौर पर यह 8 से 18 लाख रुपये का होता है लेकिन प्लेसमेंट के बाद ये पैसे वसूल हो जाते हैं. गुगल , फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट, टाटा, आईटीसी, नेस्ले, आदित्य बिड़ला ग्रुप आदि जैसी बड़ी कंपनियों की सूची काफी लंबी है जो बड़े पैकेज पर इस क्षेत्र के छात्रों को नौकरियां देती हैं.
वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में विकास
वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में विकास पूरी तरह से अर्थव्यवस्था के हिसाब से होता है. वित्तीय प्रबंधन में करिअर का विकल्प हालांकि चुनौतीपूर्ण है लेकिन यह विविधताओं से भरा और अच्छे वेतन, प्रोत्साहन और पदोन्नति वाला भी है.
0 Comments