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फोटोनिक्स में फ्यूचर

 करियर के अनेक विकल्प के  युग में  यदि साइंस से संबंधित क्षेत्र में ही कोई करियर बनाना चाहता हो तो, तो फोटोनिक्स एक बेहतर विकल्प हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, जिस तरह इलेक्ट्रॉनिक्स 20वीं सदी की सर्वाधिक महत्वपूर्ण तकनीक रही है, ठीक उसी तरह फोटोनिक्स 21वीं सदी की सर्वाधिक महत्वपूर्ण तकनीक बनने जा रही है। फोटोन के अध्ययन से संबद्ध विज्ञान की शाखा को फोटोनिक्स कहा जाता है।

करियर के अनेक विकल्प के  युग में  यदि साइंस से संबंधित क्षेत्र में ही कोई करियर बनाना चाहता हो तो, तो फोटोनिक्स एक बेहतर विकल्प हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, जिस तरह इलेक्ट्रॉनिक्स 20वीं सदी की सर्वाधिक महत्वपूर्ण तकनीक रही है, ठीक उसी तरह फोटोनिक्स 21वीं सदी की सर्वाधिक महत्वपूर्ण तकनीक बनने जा रही है। फोटोन के अध्ययन से संबद्ध विज्ञान की शाखा को फोटोनिक्स कहा जाता है। यह भौतिकी की उपशाखा है। फोटोनिक्स एक उच्च तकनीकी से संबद्ध विषय है। इसका विकास ऑप्टिकल टेक्नोलॉजी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स के फ्यूजन से हुआ है।

योग्यता
स्नातक डिग्री में प्रवेश हेतु 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमेस्ट्री एवं मैथ्स में 50 फीसदी अंकों के साथ पास होना आवश्यक है। मास्टर डिग्री में प्रवेश के लिए फिजिक्स व मैथमेटिक्स में स्नातक अथवा अलाइड फिजिक्स या इलेक्ट्रॉनिक्स में 50 फीसदी अंकों के साथ पास होना जरूरी है।
 
व्यक्तिगत गुण
इस क्षेत्र में उनको करियर बनाना चाहिए, जिसकी मैथ और फिजिक्स में पकड़ हो। इन दोनों विषयों में पकड़  के साथ ही साइंस से संबंधित क्षेत्रों में रुचि भी जरूरी है। कम्युनिकेशन स्किल अच्छी है, तो बहुत ही अच्छा।

फोटोनिक्स से संबद्ध क्षेत्र
 • लेसर ट्रीटमेंट
 • टेलीकम्युनिकेशन
 • माइक्रोस्कोपी
 • एडवांस स्पेक्ट्रोस्कोपी
 • बायोटेक्नोलॉजी
 • माइक्रोबायोलॉजी
 • औषधिविज्ञान
 • सर्जरी
 • फोटोनिक कंप्यूटिंग
 • मिलिट्री अप्लीकेशन कोर्सेज
 • स्नातक कोर्स इन फोटोनिक्स व ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स
 • मास्टर डिग्री इन फोटोनिक्स व ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स
 • एमटेक इन फोटोनिक्स
 • एमफिल इन फोटोनिक्स
 • पीएचडी इन फोटोनिक्स
 • डिप्लोमा इन फोटोनिक्स

अवसर
फोटोनिक्स से संबंधित डिग्री लेने के बाद देश ही नहीं, विदेश में भी नौकरी कर सकते हैं। इस कोर्स से संबंधित प्रोफेशनल की विदेश में काफी मांग है। फोटोनिक्स के स्पेशलिस्ट इंजीनियर्स, टेक्नीशियन तथा रिसर्च ऑफिसर्स के रूप में सरकारी तथा निजी क्षेत्रों में नौकरी की तलाश कर सकते हैं। अगर संबंधित योग्यता और अनुभव है, तो मैन्युफैक्चर्स डिजाइनर, रिसर्च स्कॉलर, टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स तथा फोटोनिक कम्प्यूटिंग के विशेषज्ञ रूप में में भी बेहतर अवसर हो सकते हैं। रिसर्च तथा डेवलपमेंट के क्षेत्र के विशेषज्ञों की काफी डिमांड है।


कमाई
फोटोनिक्स से संबंधित कोर्स कर लेते हैं, तो सरकारी क्षेत्रों में सरकारी वेतनमान के अनुसार सैलॅरी मिलेगी। यदि प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी मिलती है, तो शुरुआत में कम से कम दस हजार रुपये अवश्य मिलेंगे।
 
संस्थान
 1. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली, मद्रास
 2. पेरियार ईवीआर कॉलेज, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु
 3. राजर्षि शाहू महाविद्यालय, डिपार्टमेंट ऑफ फोटोनिक्स, लातूर
 4. द इंटरनेशनल स्कूल ऑफ फोटोनिक्स, केरल

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