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हॉट कोर्स

 अधिकांश स्टूडेंट्स परंपरागत और प्रचलित कोर्सेज से हटकर कुछ इस तरह के कोर्सेज में दिलचस्पी ले रहे हैं, जो आम स्टूडेंट्स के लिए नया हो सकता है, लेकिन भविष्य में इनकी खूब डिमांड होने की संभावनाएं हैं। अतः ऐसे कोर्स उपयोगी तथा नौकरी दिलाने वाले होंगे।

अधिकांश स्टूडेंट्स परंपरागत और प्रचलित कोर्सेज से हटकर कुछ इस तरह के कोर्सेज में दिलचस्पी ले रहे हैं, जो आम स्टूडेंट्स के लिए नया हो सकता है, लेकिन भविष्य में इनकी खूब डिमांड होने की संभावनाएं हैं। अतः ऐसे कोर्स उपयोगी तथा नौकरी दिलाने वाले होंगे। ऐसे हॉट कोर्स में कुछ महत्वपूर्ण निम्नलिखित हैं..

क्लिनिकल इंजीनियरिंग
अब हॉस्पिटल्स में मॉडर्न इक्वीपमेंट और तकनीक का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा होने लगा है। ऐसी स्थिति में क्लिनिकल इंजीनियर के लिए वर्तमान में बेहतर स्कोप देखा जा रहा है। मेडिकल टेक्नोलॉजी के डेवलॅपमेंट में भी इनका अहम योगदान होता है। बीई/बीटेक ग्रेजुएट क्लिनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक कोर्स कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए गेट स्कोर जरूरी है।

संस्थान
 • श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीटयूट फॉर मेडिकल साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी
 • आईआईटी, मद्रास
 • किश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेलौर 

फायर सेफ्टी कोर्स
औद्योगिक विकास, तेज गतिविधि एवं हर जगह बिजली के प्रयोग ने आग लगने की संभावनाओं को बढ़ा दिया है, इसीलिए फायर प्रोटेक्शन के लिए ट्रेंड प्रोफेशनल की डिमांड खूब है। इसे देखते हुए ही कॉलेज ऑफ फायर टेक्नोलॉजी गुजरात (भारत की पहली फायर ट्रेनिंग इंस्टीटयूट) ने बीएससी इन फायर कोर्स ऑफर किया है। यहां स्पेशलाइज्ड फायरमैन ऐंड सेफ्टी और सिक्योरिटी का कोर्स भी किया जा सकता हैं। 

संस्थान
  • कॉलेज ऑफ फायर टेक्नोलॉजी, गुजरात
  • इंस्टीटयूट ऑफ फायर ऐंड सेफ्टी टेक्नोलॉजी, कोच्चि
  • इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ फायर इंजीनियरिंग, नई दिल्ली

फैशन कम्युनिकेशन
वर्तमान में फॉरेन और डोमेस्टिक ब्रांड की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। इसलिए कंपनियां लोगों को लुभाने के लिए यूनीक ब्रांड आइडेंटिटीज डेवलॅप करती है और इसके लिए जरूरत होती है फैशन कम्युनिकेशन प्रोफेशनल्स की। इस कोर्स को पूरा करने के बाद स्टूडेंट मार्केटिंग, मैनेजमेंट, एंट्रप्रॅन्योरशिप आदि फील्ड में जॉब की तलाश की जा सकती है। 12वीं के बाद फैशन कम्युनिकेशन कोर्स में एंट्री ली जा सकती है।

संस्थान
 • नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
 • सत्यम फैशन इंस्टीटयूट, नोएडा

एन्वायरनमेंटल साइंस
पर्यावरण के प्रति बढ़ती चेतना या यू कहें की जागरूकता की वजह से एन्वायरनमेंटल साइंस बेहतरीन करियर ऑप्शन के रूप में उभरा है। खास बात यह है कि इस कोर्स से जुड़े लोगों के लिए इन दिनों देश-विदेश में रोजगार की कोई कमी नहीं है। साइंस सब्जेक्ट से 12वीं पासआउट स्टूडेंट्स बीएसएसी एन्वायरनमेंटल साइंस में एंट्री ले सकते हैं।

संस्थान
 • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (दिल्ली, कानपुर, खड़गपुर  और मद्रास)
 • जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
 • दिल्ली विश्वविद्यालय

मेडिकल टूरिज्म
भारतीय हेल्थकेयर सेक्टर की मजबूत स्थिति और बेहतर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण मेडिकल टूरिज्म में दिन-ब-दिन वृद्धि हो रही है, क्योंकि भारत में दूसरे विकसित देशों की तुलना में इलाज काफी सस्ता है। मैकिंजे-सीआईआई रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल टूरिज्म का मार्केट वर्ष 2012 तक 2 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर सकता है। मेडिकल टूरिज्म के बढ़ते बाजार और प्रोफेशनल्स की कमी को देखते हुए ही इंस्टीटयूट ऑफ क्लिनिकल रिसर्च ने मेडिकल टूरिज्म में मास्टर प्रोग्राम कोर्स की शुरुआत की है।

संस्थान
 • इंस्टीटयूट ऑफ क्लिनिकल रिसर्च, इंडिया, दिल्ली, मुम्बई, बंगलुरु आदि
 • इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ टूरिज्म ऐंड ट्रेवल मैनेजमेंट, नई दिल्ली


म्यूजिकल फील्ड
तमाम टेलीविजन चैनल्स पर हो रहे म्यूजिकल टैलॅन्ट हंट शो के प्रति युवाओं का उत्साह देखते ही बनता है। खास बात यह है कि ग्लोबल म्यूजिक इंडस्ट्री वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से विकास कर रहे क्षेत्रों में से एक है। यहां प्ले बैक सिंगर, पॉप स्टार, एजेंट्स और प्रॉडयूसर के रूप में करियर की शुरुआत की जा सकती है। इसके अलावा, कॉपीराइटर, रिकॉर्डिग टेक्नीशियन, मैनेजमेंट के साथ-साथ परफॉर्मेंस के क्षेत्र में भी करियर की तलाश किया जा सकता है। 12वीं करने के बाद बीए इन म्यूजिक कोर्स किया जा सकता है।

संस्थान
 • बाबासाहेब भीमराव अंबेदकर यूनिवर्सिटी, बिहार
 • गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर, पंजाब

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