आप भी किसी इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में अपने लिए एक सूटेबल करियर शुरू करके देश के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं. आपको इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज़ में काफी आकर्षक सैलरी पैकेज भी मिलेगा. मॉडर्न इंडिया की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में उपलब्ध विभिन्न करियर ऑप्शन्स के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें यह आर्टिकल.
आजकल हमारे देश में ‘नए भारत के निर्माण’ के लिए पूरे जोश के साथ प्रचार-प्रसार जारी है और भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कॉन्सेप्ट से तो हम सभी भलीभांति परिचित हैं जिसके तहत केंद्र और राज्य सरकारें विभिन्न स्टार्ट-अप्स के साथ-साथ फॉरेन इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा दे रही हैं ताकि नए भारत का निर्माण किया जा सके. अब जब निर्माण की बात चलती है तो हम अपने देश की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री की चर्चा करना कैसे भूल सकते हैं? मौजूदा समय में देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 16 फीसदी हिस्सा भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का है, वर्ष 2022 तक जिसे बढ़ाकर 25 फीसदी करने का भारत सरकार ने लक्ष्य निर्धारित किया है. जहां तक इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में रोज़गार का सवाल है तो अंतर्राष्ट्रीय मजदूर संगठन के एक अध्ययन के मुताबिक, देश की कुल जॉब्स का 12 फीसदी हिस्सा अभी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से संबद्ध है लेकिन देश का असंगठित मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर लगभग 80 फीसदी रोज़गार उपलब्ध करवा रहा है जोकि अनस्किल्ड जॉब्स हैं. इसी तरह, भारत सरकार की नेशनल मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी के मुताबिक देश में 2022 तक इस क्षेत्र में 100 मिलियन अतिरिक्त जॉब्स की व्यवस्था की जायेगी. वर्तमान में भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में ट्रेंड और स्किल्ड पेशेवरों की कमी है इसलिए, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में ऐसे टेक्नो/ डिजिटल एक्सपर्ट्स को आकर्षक जॉब ऑफर्स मिल रहे हैं जिनके पास अपने कार्यक्षेत्र में समुचित एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और/ या डिग्री है.
इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में करियर: एलिजिबिलिटी और एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
भारत में किसी मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में अपना करियर शुरू करने के लिए आमतौर पर कैंडिडेट के पास संबद्ध वर्क एरिया में ग्रेजुएशन की डिग्री जरुर होनी चाहिए इसलिए, किसी मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स या संबद्ध स्ट्रीम सहित 12वीं पास स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग, कॉमर्स, टेक्नोलॉजी या अन्य किसी संबद्ध विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकते हैं. हमारे देश में किसी सुप्रसिद्ध यूनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग/ टेक्निकल इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स को GATE, CAT, MAT, XAT और BITSAT जैसे एंट्रेंस एग्जाम पास करने होते हैं.
इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में करियर: प्रमुख एजुकेशनल कोर्सेज
- बीटेक
- बीएससी
- बीकॉम
- एमटेक
- एमएससी
- एमकॉम
- एमबीए
- एमसीए
- मास्टर डिग्री – मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियरिंग
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इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में करियर: टॉप एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स
हमारे देश के अधिकतर कॉलेज, यूनिवर्सिटीज़, एजुकेशनल/ टेक्निकल/ मैनेजमेंट इंस्टीट्यूशन्स ग्रेजुएशन/ पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल के कई एजुकेशनल कोर्सेज करवाते हैं जिन्हें पूरा करने के बाद आप इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में एक मनचाहा सूटेबल करियर शुरू कर सकते हैं. भारत के कुछ प्रमुख एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स निम्नलिखित हैं:
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे, दिल्ली, मद्रास, खड़गपुर, कानपूर, रुड़की, गुवाहाटी
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस
- जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
- दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में करियर प्रोफाइल्स
हमारे देश में विभिन्न मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज़ में उनके कारोबार के मुताबिक जॉब प्रोफाइल्स/ करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं लेकिन फिर भी, कुछ करियर ऑप्शन्स ऐसे हैं जिनके लिए आप अधिकतर मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज़ में अप्लाई कर सकते हैं: कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स/ करियर ऑप्शन्स निम्नलिखित हैं:
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- मैकेनिकल इंजीनियर
- सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर
- मैकेनिकल डिज़ाइन इंजीनियर
- मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियर
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर
- सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर
- डिज़ाइन इंजीनियर
- प्रोडक्शन इंजीनियर
- इलेक्ट्रिक इंजीनियर
- प्रोजेक्ट इंजीनियर
- क्वालिटी अश्योरेंस/ क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर
- चार्टर्ड अकाउंटेंट
- एचआर मैनेजर
- फाइनेंस मैनेजर
- ऑपरेशन्स मैनेजर
- आईटी मेनेजर
- प्रोजेक्ट मैनेजर
- प्रोडक्शन मैनेजर, मैन्युफैक्चरिंग
- मार्केटिंग मैनेजर
- पर्चेजिंग मैनेजर
- अकाउंटेंट
- सीनियर अकाउंटेंट
- अकाउंट एग्जीक्यूटिव
- अकाउंट मैनेजर
- एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट
भारत की प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज़
भारत में आजकल नए भारत के निर्माण का कॉन्सेप्ट बड़े जोर-शोर से आकार ले रहा है और देश के कई स्टार्टअप्स या अन्य कारोबारी मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज़ शुरू कर रहे हैं. लेकिन हमारे देश की प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज़ निम्नलिखित हैं:
- जिंदल स्टील
- बजाज ऑटो
- लार्सेन एंड टुब्रो
- अशोक लेलैंड
- टीवीएस मोटर्स
- एशियन पेंट्स
- वीडियोकॉन ग्रुप
- बीपीएल ग्रुप
- अमूल डाबर इंडिया लिमिटेड
- गोदरेज ग्रुप
- हीरो हौंडा मोटर्स लिमिटेड
- अपोलो टायर्स
- अमूल
- सिप्ला
- रेमंड ग्रुप
सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर करियर ऑप्शन
इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में करियर: सैलरी पैकेज
जहां तक इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में एवरेज सालाना सैलरी पैकेज की बात है तो आपको यह जानकर ख़ुशी होगी कि इंडियन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर अपने एम्पलॉईज़ को आकर्षक सैलरी पक्कागे ऑफर करता है. वैसे तो हमारे देश की विभिन्न मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज़ अपने सीनियर और जूनियर स्टाफ को उनकी क्वालिफिकेशन, टैलेंट और वर्क एक्सपीरियंस को ध्यान में रखकर अपनी इंडस्ट्री की सैलरी पॉलिसी के मुताबिक सालाना सैलरी पैकेज देती हैं लेकिन आमतौर पर भारत में मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री से संबद्ध विभिन्न पेशेवरों को एवरेज 2.5 लाख रुपये – 8 लाख रुपये सालाना तक का सैलरी पैकेज मिलता है जो वर्क एक्सपीरियंस बढ़ने के साथ-साथ बढ़ता रहता है.
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