भारत में माइनिंग इंजीनियरिंग का उज्ज्वल करियर स्कोप है और वह भी खासकर भारत सरकार के 'न्यू इंडिया मिशन' के बाद. अगर आपको माइनिंग में दिलचस्पी है तो आप भारत में एक माइनिंग इंजीनियर के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं.
हमारे देश में सभी प्राकृतिक संसाधन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं और देश में मेटल और नॉन-मेटल मिनरल्स की भी कोई कमी नहीं है. भारत की माइनिंग इंडस्ट्री 7 लाख से अधिक लोगों को रोज़गार मुहैया करवाती है और देश के जीडीपी में माइनिंग इंडस्ट्री का कुल योगदान लगभग 2.5 फीसदी है जो लगातार बढ़ रहा है. इसी तरह, भारत में कॉपर, गोल्ड, डायमंड, आयरन लीड, टंगस्टन, डोलोमाइट, कोयला, पेट्रोलियम और जिप्सम जैसे तकरीबन 90 किस्म के मिनरल्स पाए जाते हैं. ऐसे में आप खुद ही भारत में एक माइनिंग इंजीनियर के पेशे के महत्त्व और करियर ग्रोथ/ स्कोप का अंदाज़ा लगा सकते हैं. आइये अब हम ‘न्यू इंडिया मिशन’ को ध्यान में रखकर भारत में माइनिंग इंजीनियर के कोर्स और करियर स्कोप की चर्चा इस आर्टिकल में करें:
न्यू इंडिया मिशन: माइनिंग का विकास
भारत सरकार के नीति आयोग ‘न्यू इंडिया @ 75’ मिशन के तहत वर्ष 2022-23 तक विभिन्न विकास लक्ष्य हासिल करने के लिए एक व्यापक राष्ट्रीय नीति की घोषणा की है जिसमें देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए भारत सरकार के नीति आयोग ने “एक्स्प्लोर इन इंडिया” मिशन के तहत मिनरल्स एक्सप्लोरेशन और लाइसेंसिंग पॉलिसी को शामिल किया गया है.
माइनिंग इंजीनियरिंग/ मिनरल इंजीनियरिंग का परिचय
माइनिंग/ मिनरल इंजीनियरिंग के तहत जमीन से विभिन्न मेटल और नॉन-मेटल मिनरल्स को खोजने और निकालने से जुड़े सभी काम शामिल किये जा सकते हैं. दूसरे शब्दों में, माइनिंग इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की वह ब्रांच है जिसके तहत धरती से प्राकृतिक परिवेश में पर्यावरण के अनुकूल टेक्निक्स अपनाकर विभिन्न मेटल और नॉन मेटल मिनरल्स की तलाश और खनन (माइनिंग) किया जाता है.
माइनिंग इंजीनियर्स प्रमुख रूप से देश-दुनिया की विभिन्न माइनिंग कंपनियों और संबद्ध इंस्टीट्यूशन्स के लिए काम करते हैं और इन कंपनियों और इंस्टीट्यूशन्स को माइनिंग से जुड़े सारे कामकाज के लिए अपनी टेक्निकल सपोर्ट और एक्सपर्ट ओपिनियन/ सर्विसेज प्रदान करते हैं.
माइनिंग इंजीनियर्स के लिए एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और एलिजिबिलिटी
हमारे देश में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स सब्जेक्ट्स के साथ किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से अच्छे मार्क्स या कम से कम 50% लेकर 12वीं पास स्टूडेंट्स देश के किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से BE/ BTech. और ME/ MTech. कर सकते हैं. देश के प्रमुख एजुकेशनल और इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूशन्स में एडमिशन लेने से पहले स्टूडेंट्स को उड़ीसा JEE/ UG JEE मेन्स/ JEE एडवांस्ड और CET जैसे एंट्रेंस एग्जाम्स पास करने पड़ते हैं.
भारत में प्रमुख इंजीनियरिंग कोर्सेज ये हैं:
- डिप्लोमा – माइनिंग और माइन सर्वेयिंग इंजीनियरिंग, अवधि – 3 साल
- BE/ BTech. – माइनिंग इंजीनियरिंग, अवधि – 4 साल
- ME/ MTech. – माइनिंग इंजीनियरिंग – अवधि 2 साल
भारत में माइनिंग इंजीनियरिंग से संबद्ध कोर्स करवाने वाले प्रमुख इंस्टीट्यूशन्स
भारत के अधिकतर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ BE और BTech. जैसे अंडरग्रेजुएट कोर्सेज और ME या MTech. जैसे पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज करवाते हैं लेकिन अगर हम देश के प्रमुख इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट्स का जिक्र करें तो निम्नलिखित नाम प्रमुख हैं:
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दिल्ली/ मुंबई/ कानपूर/ खड़गपुर/ गुवाहाटी/ वाराणसी
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रायपुर/ कुरुक्षेत्र
- इंडियन स्कूल ऑफ़ माइंस, धनबाद
- गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, गुजरात
- उड़ीसा स्कूल ऑफ़ माइनिंग, केयोंझर
- आचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, बैंगलोर
- रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज, राउरकेला
ये हैं इंजीनियरिंग कॉलेजों में एग्जाम स्ट्रेस से बचने के कारगर टिप्स
माइनिंग इंजीनियर्स: भारत में उपलब्ध करियर ऑप्शन्स/ जॉब प्रोफाइल्स
हमारे देश में माइनिंग इंजीनियरिंग की विभिन्न फ़ील्ड्स में पेशेवर इंजीनियर्स के लिए निम्नलिखित करियर ऑप्शन्स/ जॉब प्रोफाइल्स हैं:
- माइनिंग इंजीनियरिंग टेक्नीशियंस
- माइनिंग इंजीनियर/ माइन प्लानर
- चीफ़ माइनिंग इंजीनियर
- माइन सुपरवाइज़र
- असिस्टेंट माइनिंग इंजीनियर
- माइनिंग इंजीनियर – ग्रेनाइट
- रिसर्च इंजीनियर – डाटा माइनिंग
- टेक्नीकल कंसलटेंट – माइनिंग
- डिप्टी चीफ़ मैकेनिक – मेटल्स एंड माइनिंग
- प्लांट मैनेजर
भारत में माइनिंग इंजीनियर्स के लिए करियर स्कोप
जब हम भारत में माइनिंग इंजीनियर्स के लिए करियर ग्रोथ पर चर्चा करते हैं तो हमें माइनिंग इंजीनियरिंग की फील्ड में अपने देश में इन पेशेवरों की करियर ग्रोथ के लिए काफी आशाजनक संभावनाएं दिखती हैं. हमारे देश के पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर में माइनिंग इंजीनियर्स के लिए करियर के बेहतरीन अवसर उपलब्ध हैं और इसके साथ ही कुवैत, सऊदी अरब, ब्रिटेन और खाड़ी के देशों में अब माइनिंग इंजीनियर्स के लिए करियर और जॉब के बेहतरीन अवसर हैं.
भारत में ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग में करियर ग्रोथ के हैं अच्छे अवसर
भारत में माइनिंग इंजीनियर्स को मिलता है यह सैलरी पैकेज
हमारे देश में इस फील्ड में पेशेवरों को अच्छा सैलरी पैकेज मिलता है जैसेकि फ्रेश ग्रेजुएट माइनिंग इंजीनियर्स को अपने करियर के शुरू में 3-4 लाख रूपये सालाना का सैलरी पैकेज ऑफर किया जाता है और कुछ वर्ष के अनुभव के बाद इन पेशेवरों को एवरेज 6 – 8 लाख रूपये सालाना का सैलरी पैकेज मिलता है. अपनी फील्ड में 10 वर्ष या उससे अधिक का वर्क एक्सपीरियंस रखने वाले ये हाईली क्वालिफाइड और टैलेंटेड पेशेवर एवरेज 8 – 10 लाख रूपये सालाना का सैलरी पैकेज या उससे अधिक वेतन भी कमा लेते हैं.
भारत में माइनिंग इंजीनियर्स करें इन टॉप इंस्टीट्यूट्स में अप्लाई
हमारे देश ने माइनिंग की फील्ड में काफी तरक्की की है और माइनिंग इंजीनियर्स भारत के निम्नलिखित टॉप रिक्रुटिंग इंस्टीट्यूशन्स में सूटेबल जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं:
जानिये कैसे बनें एक सफल सरकारी इंजीनियर ?
- सेल
- डीआरडीओ
- टाटा स्टील
- ओएनजीसी
- कोल इंडिया लिमिटेड
- जियोलाजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया
- आर्कियोलॉजिकल डिपार्टमेंट, भारत सरकार
- कोल एंड मिनरल क्वेरीज़
- रिफाइनरीज़
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैब्स एंड फर्म्स
- ऑयल इंडिया लिमिटेड
- ऑयल एंड नेचुरल गैस एक्सप्लोरेशन फर्म्स
- इंडियन ब्यूरो ऑफ़ माइंस
- हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड
- अडानी माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड
0 Comments