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एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट

 भारत कृषि प्रधान देश है। विज्ञान और तकनीकी विकास तथा इसमें बढ़ती आर्थिक गतिविधियों ने भारतीय कृषि की तस्वीर को काफी हद तक बदल दिया है। वर्तमान में एग्रीकल्चर में रोजगार के अवसर में तेजी से वृद्धि हो रही है।

भारत कृषि प्रधान देश है। विज्ञान और तकनीकी विकास तथा इसमें बढ़ती आर्थिक गतिविधियों ने भारतीय कृषि की तस्वीर को काफी हद तक बदल दिया है। वर्तमान में एग्रीकल्चर में रोजगार के अवसर में तेजी से वृद्धि हो रही है। एग्रीकल्चर की बढ़ती गतिविधि में वैश्वीकरण, व्यावसायिक उदारीकरण, फ्यूचर मार्केटिंग आदि का भी योगदान है। इसमें पैदा हो रहे रोजगार में एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट की जॉब महत्वपूर्ण है।

योग्यता
एग्रीकल्चर साइंटिस्ट बनने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स या बायोलॉजी सब्जेक्ट या एग्रीकल्चर सब्जेक्ट के साथ बारहवीं पास होना जरूरी है। यदि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना है, तो बैचलर इन इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी अथवा कम से कम एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करना जरूरी है। प्रोफेशनल कोर्स में प्रवेश लेने के लिए संबंधित विषय में स्पेशलाइजेशन के साथ-साथ एग्रीकल्चरल साइंस या इंजीनियरिंग में स्नातक होना चाहिए। गैर कृषि क्षेत्र में भी कुछ विशेष कोर्स में प्रवेश लिया जा सकता है। इसके लिए साइंस के ही किसी अन्य विषय से स्नातक होना और सोशल साइंस की भी अच्छी समझ जरूरी है।

अवसर
कोर्स पूरा होने के बाद एकेडमिक क्षेत्रों से लेकर कॉर्पोरेट हाउसेज आदि तमाम क्षेत्रों में जॉब तलाशा जा सकता है। वे बैंक, जो एडवांस क्रेडिट, लोन और कृषि आधारित प्रोजेक्ट डील करते हैं, वहां भी एग्रीकल्चरल साइंस से जुडे कैंडिडेट्स की नियुक्ति होती है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों में भी पोस्ट ग्रेजुएट कैंडिडेट्स के लिए फील्ड ऑफिसर, रूरल डेवलपमेंट ऑफिसर्स, एग्रीकल्चरल और प्रोबेशनरी ऑफिसर्स पद की वैकेंसीज निकलती रहती हैं।
संघ लोकसेवा आयोग द्वारा हर साल आयोजित किये जाने वाले इंडियन फोरेस्ट सर्विस परीक्षा में भी शामिल हुआ जा सकता है। कृषि वैज्ञानिकों की नियुक्ति के लिहाज से भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सबसे बडी नियोक्ता है। यहां एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट रिक्रूटमेंट बोर्ड (एसीआरबी) के माध्यम से नियुक्ति होती है। टीचिंग क्षेत्र में जाने के लिए नेट परीक्षा पास कर लेक्चरर या असिस्टेंट प्रोफेसर बना जा सकता है।
कार्पोरेट जगत में भी एग्रीकल्चरल साइंस ग्रेजुएट्स की बड़े पैमाने पर डिमांड होती है। यहां एग्रीकल्चरल को-ऑपरेटिव्स, कृषि उपकरणों की निर्माण संस्थाओं, खाद और सिंचाई से जुड़ी कंपनियों, फार्मिंग कंपनियों, शुगर इंडस्ट्री आदि में जॉब के बेहतर मौके उपलब्ध होते हैं।

एडमिशन
एग्रीकल्चरल साइंस या इंजीनियरिंग के कोर्सेज में दाखिले के लिए प्राय: प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। कुछ राज्य इंजीनियरिंग, मेडिकल और एग्रीकल्चर कोर्सेज में प्रवेश के लिए कॉमन एंट्रेस टेस्ट कंडक्ट करते हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अखिल भारतीय स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है। यह परीक्षा प्रत्येक वर्ष अप्रैल माह में होती है।
इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट भी एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है। विभिन्न राज्यों के एग्रीकल्चरल कॉलेजों, सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, इम्फाल, मणिपुर और कुछ डीम्ड विश्वविद्यालयों में मास्टर डिग्री और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए यह परीक्षा आयोजित की जाती है।

कोर्स
एग्रीकल्चरल साईंस में वेटेरिनरी साइंस, एनिमल हसबैंड्री (एनिमल प्रोडक्ट टेक्नोलॉजी), फिशरीज, हॉर्टीकल्चर, सेरिकल्चर, फोरेस्ट्री आदि मुख्य शाखाएं हैं। इसके सहयोगी शाखाओं में एग्रोफिजिक्स, प्लांट फर्टिलाइजेशन, एक्वाकल्चर, जेनेटिक इंजीनियरिंग, एनवायरनमेंटल साइंस, फूड साइंस, इरीगेशन और वाटर मैनेजमेंट, सोएल साइंस, एग्रोलॉजी आदि हैं। इसके अलावा, अब होम साइंस को भी एग्रीकल्चरल एजुकेशन का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है।
देश के ज्यादातर एग्रीकल्चरल कॉलेजों में बीएससी इन एग्रीकल्चर या बीएससी ऑनर्स इन एग्रीकल्चर, पीजी कोर्स और पीएचडी, तीनों स्तरों पर कोर्स ऑफर किए जाते हैं। कुछ यूनिवर्सिटी में केवल पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी में ही एडमिशन लिया जा सकता है। पीजी कोर्स और पीएचडी में खास क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। खास बात यह है कि कुछ विश्वविद्यालयों में गैर कृषि स्नातक छात्रों को भी कुछ स्पेशलाइज्ड क्षेत्रों में प्रवेश मिल सकता है।
यहां एग्रीकल्चरल फिजिक्स, बायोटेक्नोलॉजी, प्लांट पेथोलॉजी, प्लांट ब्रीडिंग व जेनेटिक्स जैसे स्पेशलाइज्ड एरिया से जुड़े कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। एग्रीकल्चर से जुड़े क्षेत्रों में मैनेजमेंट का  कोर्स भी किया जा सकता है।

संस्थान
1. इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
2. इंदिरा गांधी एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, रायपुर
3. जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर
4. गोविंदवल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर ऐंड टेक्नोलॉजी, पंतनगर
5. पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
6. राजस्थान एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, बीकानेर
7. राजेंद्र एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, पूसा, समस्तीपुर
8. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, खडगपुर, पश्चिम बंगाल
9. चौधरी चरण सिंह एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, हरियाणा
10. इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टिट्यूट
11. बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, रांची, झारखण्ड
12. उड़ीसा यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, भुबनेश्वर
13. शेरे कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर, जम्मू
14. नरेन्द्र देव यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, कुमारगंज, फैजाबाद

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