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भारत में चार्टर्ड एकाउंटेंसी के लिए विभिन्न स्टेप्स और करियर ऑप्शन्स

  अगर आप एक ऐसे स्टूडेंट हैं जो चार्टर्ड एकाउंटेंट के तौर पर अपना करियर शुरू करना चाहता है, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत सटीक जानकारी प्रस्तुत कर रहा है. इस आर्टिकल को बड़े गौर से पढ़कर, फिर अपने इस करियर गोल को हासिल करने के लिए खूब अच्छी तैयारी करें ताकि जल्दी ही आपको अपने इस मकसद में कामयाबी मिल सके.

देश-दुनिया में चार्टर्ड एकाउंटेंट का पेशा काफी लोकप्रिय है क्योंकि इस पेशे में आपको बेहतरीन सैलरी पैकेज ऑफर किया जाता है. लेकिन अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि आखिर कैसे आप एक कामयाब चार्टर्ड एकाउंटेंट का करियर शुरू कर सकते हैं.....तो आइये हम आपको इस बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी दें. अगर आप अपने एकाउंट्स का हिसाब बखूबी रखते हैं और नंबर्स से खेलना आपको अच्छा लगता है तो एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) के तौर पर आप अपना करियर शुरू कर सकते हैं. लेकिन अन्य सभी आकर्षक करियर ऑप्शन्स की तरह ही, चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का मार्ग भी बहुत लंबा और कठिन है. इससे पहले कि आप CA बनने के लिए अपने प्रयास तेज़ कर दें, यह बहुत जरुरी है कि आप चार्टर्ड एकाउंटेंसी के सभी महत्वपूर्ण आस्पेक्ट्स अच्छी तरह जरुर समझ लें. यहां हम आपके लिए भारत में चार्टर्ड एकाउंटेंसी के बारे में सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी पेश कर रहे हैं.

चार्टर्ड एकाउंटेंसी के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी

चार्टर्ड एकाउंटेंसी कॉमर्स स्टूडेंट्स के बीच एक सबसे ज्यादा पसंदीदा करियर ऑप्शन है. चार्टर्ड अकाउंटेंट हमारे आस-पास होने वाले सभी बिजनेस और कमर्शियल ट्रांजेक्टशंस का एक महत्वपूर्ण और आतंरिक हिस्सा होता है चाहे वह कॉर्पोरेट लीडरशिप को महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करना हो या नौकरीपेशा लोगों द्वारा केवल अपनी आईटी रिटर्न्स भरने का काम हो, हरेक व्यक्ति को किसी CA के मदद चाहिए. व्यापक रूप से, चार्टर्ड अकाउंटेंट फाइनेंशल प्लानिंग, ऑडिटिंग, टैक्सेशन और इन्वेस्टमेंट और शेयर कैपिटल के लिए स्ट्रेटेजिक प्लानिंग से संबद्ध फाइनेंशल और एकाउंटिंग से संबद्ध मामलों की देखभाल करता है.  

चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए आवश्यक स्किल सेट

एक चार्टर्ड अकाउंटेंट का पेशा चुनौतीपूर्ण होने के साथ ही काफी लाभदायक भी है. जहां तक आदर्श कैंडिडेट्स का संबंध है, जो स्टूडेंट्स नंबर्स और एकाउंटिंग के कामकाज में कम्फर्टेबल है, विस्तृत जानकारी प्राप्त करने की मंशा रखने के साथ ही फाइनेंशल एनालिसिस में कुशल हैं, वे CA  के पेशे के लिए एक आदर्श कैंडिडेट साबित होंगे.

भारत में चार्टर्ड एकाउंटेंसी के लिए करियर पाथ

स्टेप 1: CPT पास करना

चार्टर्ड अकाउंटेंट की जर्नी 10 वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम्स के तुरंत बाद शुरू हो जाती है. जो स्टूडेंट्स/ कैंडिडेट्स CA  को अपने पेशे के तौर पर अपनाना चाहते हैं, वे इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया (ICAI) द्वारा आयोजित कॉमन प्रोफिशियेंसी टेस्ट (CPT) के लिए अपने नाम रजिस्टर करवा कर यह एग्जाम दे सकते हैं. CPT टेस्ट में 4 महत्वपूर्ण विषय शामिल होते हैं जैसेकि, एकाउंटिंग, जनरल इकोनॉमिक्स, मर्केंटाइल लॉज़ और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड.

स्टेप 2: IPCC  पास करना         

CPT पास करने के बाद, अगला स्टेप IPCC – इंटीग्रेटेड प्रोफेशनल कॉम्पीटेंस कोर्स में शामिल होकर यह कोर्स पास करना है. IPCC प्रोग्राम स्टूडेंट्स को एकाउंटेंसी, ऑडिटिंग, टैक्सेज, बिजनेस कम्युनिकेशन और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में ट्रेंड करने के लिए तैयार किया गया है. जहां तक एलिजिबिलिटी का संबंध है, जो स्टूडेंट्स अपनी 10 वीं क्लास के बाद CPT ले सकते हैं या फिर, स्टूडेंट्स अपनी 12 वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम पास करने के बाद IPCC  ले सकते हैं. IPCC  को 2 ग्रुप्स में बांटा गया है और ग्रुप 1 में 4 पेपर्स तथा ग्रुप 2 में 3 पेपर्स शामिल हैं. आर्टिकलशिप में अपना नाम रजिस्टर करने के लिए ग्रुप 1 के पेपर्स को पास करना अनिवार्य है.

स्टेप 3: ITT  – (इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग) और ओरिएंटेशन कोर्स पास करना

IPCC  (इंटीग्रेटेड प्रोफेशनल कॉम्पीटेंस कोर्स) के बाद, CA  स्टूडेंट्स को ITT  – (इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग) और ओरिएंटेशन कोर्स पास करना होता है. इस कोर्स में कम्युनिकेशन स्किल्स, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, बिजनेस एनवायरनमेंट, ऑफिस प्रोसीजर, कमर्शियल आस्पेक्ट्स की जनरल नॉलेज जैसे टॉपिक्स शामिल होते हैं. आर्टिकलशिप के लिए अपना नाम रजिस्टर करवाने के लिए CA  कैंडिडेट्स को ITT  प्रोग्राम कोर्स जरुर पास करना होता है. 

स्टेप 4: आर्टिकलशिप पूरी करना

आर्टिकलशिप किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए सबसे महत्वपूर्ण ट्रेनिंग पीरियड होता है. इस पीरियड के दौरान, स्टूडेंट को किसी रजिस्टर्ड CA  के पास 3 वर्ष की अवधि के लिए एक आर्टिकल्ड असिस्टेंट के तौर पर अपना नाम रजिस्टर करना होता है. आर्टिकलशिप IPCC का ग्रुप 1 या दोनों ग्रुप्स के एग्जाम्स पास करने के बाद ही की जा सकती है. 

स्टेप 5: CA फाइनल एग्जाम पास करना

आर्टिकलशिप पीरियड पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स CA फाइनल एग्जाम्स दे सकते हैं. यह चार्टर्ड अकाउंटेंट के पेशे के लिए अंतिम माइलस्टोन है. CA फाइनल एग्जाम में कुल 8 पेपर्स शामिल होते हैं जिनके तहत फाइनेंशल रिपोर्टिंग, स्ट्रेटेजिक फाइनेंशल मैनेजमेंट, एडवांस्ड ऑडिटिंग एंड प्रोफेशनल एथिक्स, कॉर्पोरेट एंड इकनोमिक लॉज़, रिस्क मैनेजमेंट और अन्य संबद्ध टॉपिक्स आते हैं.

स्टेप 6: GMCS पास करना

CA फाइनल एग्जाम पास करने के बाद, स्टूडेंट्स को जनरल मैनेजमेंट और कम्युनिकेशन स्किल्स में 15 दिन का कोर्स करना पड़ता है.

स्टेप 7: ICAI की मेम्बरशिप और CA के पेशे की शुरुआत:

इस प्रोसेस के अंतिम स्टेप के तौर पर स्टूडेंट ICAI के एक मेम्बर के तौर पर अपना नाम एनरोल करके चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA ) के तौर पर अपना पेशा शुरू कर सकते हैं.

भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए उपलब्ध हैं कुछ खास करियर ऑप्शन्स  

चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के पास करियर के ढेरों अवसर मौजूद होते हैं. वे सोल प्रोपराइटर के तौर पर अपनी प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं. यद्यपि यह एक कठिन ऑप्शन है, लेकिन लंबे समय में यह निश्चित रूप से काफी फायदेमंद रहेगा. अपनी प्रैक्टिस करने वाले CA पेशेवरों की इनकम उनके नेटवर्क/ कॉन्टेक्ट्स के साथ ही संबद्ध सब्जेक्ट में उनकी एक्सपर्टाइज पर निर्भर करेगी. वैकल्पिक रूप से, वे किसी मौजूदा फर्म को एक पार्टनर के तौर पर ज्वाइन कर सकते हैं.

चार्टर्ड अकाउंटेंट को मिलने वाला सैलरी पैकेज

इस जॉब के संबंध में, CA सरकारी फर्म्स या बड़े सार्वजानिक संगठनों (पीएसयू) के फाइनेंस डिपार्टमेंट में जॉब्स कर सकते हैं. इसके माध्यम से, वे शुरू में रु. 4 लाख से रु. 8 लाख तक कमा सकते हैं जोकि संबद्ध संगठन और CA  की पोजीशन पर निर्भर करता है. किसी प्राइवेट सेक्टर में, भारतीय कंपनियां चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को एंट्री लेवल पोजीशन्स के लिए रु. 3 लाख से रु. 5 लाख तक वेतन देती हैं. दूसरी ओर, प्राइवेट MNC बहुत अधिक वेतनमान अर्थात रु. 7 लाख - रु. 15 लाख पर CA  को हायर करती हैं.

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