एनिमेशन के अर्न्तगत स्थिर चित्रों को विभिन्न कंप्यूटर तकनीकों की सहायता से इस तरह से प्रस्तुत किया जाता है कि वे गतिमान होने का भ्रम उत्पन्न करती हैं। मल्टीमीडिया टेक्स्ट, ग्राफिक आर्ट, ध्वनि, एनिमेशन और कंप्यूटर या किसी दूसरे इलेक्ट्रोनिक माध्यम से प्राप्त विडियो का किसी प्रकार का मिला-जुला रूप हो सकता है।
एनिमेशन के अर्न्तगत स्थिर चित्रों को विभिन्न कंप्यूटर तकनीकों की सहायता से इस तरह से प्रस्तुत किया जाता है कि वे गतिमान होने का भ्रम उत्पन्न करती हैं। मल्टीमीडिया टेक्स्ट, ग्राफिक आर्ट, ध्वनि, एनिमेशन और कंप्यूटर या किसी दूसरे इलेक्ट्रोनिक माध्यम से प्राप्त विडियो का किसी प्रकार का मिला-जुला रूप हो सकता है।
न्यूयार्क की सड़कों पर मुंह से आग उगलता गॉडजिला, पृथ्वी पर घूमते दूसरे ग्रह के अजीबोगरीब प्राणी यानी एलियंस, ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों पर रेंगता स्पाइडरमैन, राक्षसों से लड़ते हनुमान व गणेश और बच्चों को लुभाता जंबो! ये सभी पात्र और इनके कारनामे एनिमेशन और मल्टीमीडिया तकनीक की बदौलत ही स्क्रीन पर उभर सके। हॉलीवुड फिल्म जुरासिक पार्क और बॉलीवुड फिल्म क्रिश जैसी सफल ब्लॉकबस्टर फिल्में एनिमेशन और मल्टीमीडिया के प्रयोग से सफल होने के बड़े उदाहरण हैं। सिर्फ सिनेमा में ही नहीं, बल्कि एडवरटाइजिंग, टीवी मीडिया, एजुकेशन, गेम, कार्टून सीरिअल आदि क्षेत्रों में भी एनिमेशन और मल्टीमीडिया की भूमिका और प्रभाव में वृद्धि हो रही है। टेक्स्ट, एनिमेशन, ग्राफिक्स, साउंड, वीडियो आदि का मिलाजुला रूप है-मल्टीमीडिया। दूसरे शब्दों में, ऑडियो-वीडियो मैटेरियल को खूबसूरती से पेश करना ही मल्टीमीडिया का काम है। इससे जुड़ा है एनिमेशन, जिसमें डिजाइन, ड्राइंग, ले-आउट और फोटोग्राफी को खूबसूरती से एक सूत्र में पिरोया जाता है।
योग्यता और कोर्स
यह क्षेत्र सभी स्टूडेंट्स के लिए समान अवसर मुहैया कराता है। इसमें सफल होने के लिए जरूरी नहीं कि किसी के पास मैथमेटिकल ज्ञान हो। यदि कोई मेहनती और क्रिएटिव है और कुछ नया करने का जज्बा है, तो यह क्षेत्र सबसे बेहतर है। इस क्षेत्र में आनेवाले स्टूडेंट्स को कोर्स चुनने से पहले यह निर्णय ले लेना चाहिए कि वह ग्राफिक डिजाइनर, कला निर्देशक, एनिमेटर, मल्टीमीडिया डिजाइनर में से क्या बनना चाहता है। जिस क्षेत्र का चुनाव करें, उसमें अधिक से अधिक सीखने की कोशिश करें। रुचि के अनुरूप किसी एक क्षेत्र में विशेषज्ञ बनने से हमेशा फायदा मिलता है।
मल्टीमीडिया और एनिमेशन में बैचलर डिग्री और डिप्लोमा स्तर के कई कोर्स हैं, जिनमें एडमिशन के लिए कैंडीडेट्स को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं पास होना जरूरी है। इस कोर्स में पीजी प्रोग्राम में दाखिला के लिए किसी भी संकाय में बैचलर डिग्री आवश्यक है। कुछ महत्वपूर्ण कोर्स के नाम निम्नलिखित हैं:
• बैचलर्स इन मल्टीमीडिया, बैचलर इन एनिमेशन
• बैचलर इन डिजिटिल मीडिया
• बैचलर इन गेम्स एंड इंट्रैक्टिव मीडिया डिजाइन
• बैचलर इन ग्राफिक डिजाइन
• बैचलर इन विजुअल कम्युनिकेशन
• डिप्लोमा इन मल्टीमीडिया ऐंड एनिमेशन
व्यक्तिगत गुण
मल्टीमीडिया और एनिमेशन के क्षेत्र में महारत हासिल करने के लिए भरपूर क्रिएटिविटी तथा इमेजिनेशन क्षमता का होना जरूरी है। इसके अतिरिक्त, कम्प्यूटर की जानकारी, अच्छी पर्सनैल्टी, फ्लेक्सिबिलिटी, मैथेमेटिकल ऐंड एनालिटिकल स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल, दूसरों के साथ काम करने की क्षमता, कलात्मक अभिरुचि का होना भी जरूरी है।
अवसर
माना जा रहा है कि आगामी वर्षो में 2 लाख मल्टीमीडिया प्रोफेशनलों की जरूरत होगी। एक अनुमान के मुताबिक, ग्लोबल एनिमेशन इंडस्ट्री २००९ में 75 बिलियन अमेरिकी डॉलर की हो गयी, जिसमें भारतीय भागीदारी करीब 95 करोड़ अमेरिकी डॉलर की थी। वर्ष 2005-2009 के दौरान एनिमेशन इंडस्ट्री का विकास 37 फीसदी सालाना की दर से हुआ है। इस प्रकार यह साफ दिखाई देता है कि इसमें रोजगार की पर्याप्त संभावना है। मल्टीमीडिया और एनिमेशन में कोर्स करने के बाद एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री, वीडियो गेम कंपनी, एडवरटाइजिंग फर्म, कम्प्यूटर कंपनी आदि में रोजगार के कई विकल्प मौजूद हैं। ट्रेंड प्रोफेशनल अपने करियर की शुरुआत ऐड इंडस्ट्री से भी कर सकते हैं। इसके अलावा, टेक्सचर आर्टिस्ट, 3-डी मॉडलर्स, एनिमेटर्स आदि के रूप में अपना करियर संवार सकते हैं। इस क्षेत्र में स्वरोजगार की भी काफी संभावनाएं हैं।
कमाई
इस क्षेत्र में कमाई काफी हद तक संस्थान और स्टूडेंट के व्यक्तिगत योग्यता पर निर्भर करती है। इस क्षेत्र के ट्रेंड प्रोफेशनलों को शुरुआती दिनों में दस से बारह हजार रुपये तो मिल ही जाते हैं। अनुभव के बाद उनमें बढ़ोतरी होती रहती है।
संस्थान
संस्थान का चयन करते समय सबसे पहले संस्थान का इंफ्रास्ट्रक्चर देख-समझ लेना चाहिए। इसके अतिरिक्त संस्थान के प्लेसमेंट रिकॉर्ड और वहां के फैकल्टी मेंबर के बारे में भी जानकारी ले लेनी चाहिए। यदि कोई संस्थान अधिक फीस लेने के बावजूद बेहतर सुविधा दे रहा है, तो उसे ही वरीयता देनी चाहिए। कुछ महत्वपूर्ण संस्थान के नाम निम्नलिखित हैं:
1. आईआईटी गुवाहाटी, मुंबई
2. जागरण इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड मास कम्युनिकेशन, नोएडा
3. एरिना एनिमेशन एकेडमी
4. इंटिग्रेटेड मैनेजमेंट कॉलेज, नई दिल्ली
5. माया एकेडमी ऑफ एडवांस सिनेमेटिक्स, हैदराबाद, मुंबई, नई दिल्ली
6. प्रान्स मीडिया, नई दिल्ली
7. गेको एनिमेशन स्टुडियो, नई दिल्ली
8. एएफए एनिमेशन एंड फाईन आटर्स एकेडमी, कोयम्बटूर
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