आजादी के बाद से भारत में असाधारण इंडस्ट्रियल ग्रोथ हुई है और टेक्निकल एडवांसमेंट के साथ जोखिम भी आता ही है. इसलिए, भारत में एक इंडस्ट्रियल सेफ्टी ऑफिसर के तौर पर करियर ग्रोथ की अच्छी संभावना है.
हमारे देश में आजादी के बाद से काफी ज्यादा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट हुआ है, आजादी के समय भारत एक कृषि प्रधान देश था जो अब एक टेक्नो-प्रोफेशनल, इंडस्ट्रियल इकॉनमी में बड़ी तेज़ी से परिवर्तित हो रहा है. लेकिन यह भी एक कड़वा सच है कि, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के साथ ही इंडस्ट्रियल हेज़र्ड्स अर्थात औद्योगिक जोखिम भी लगातार बढ़ रहे हैं. आजकल लाखों लोग भारत की अनेक छोटी-बड़ी फैक्टरियों और कंपनियों और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज़ में काम करते हैं. ऐसे में इन लाखों-करोड़ों लोगों के जान-माल के खतरे को खत्म करने के लिए ही आजकल हमारे देश सहित दुनिया-भर में इंडस्ट्रियल सेफ्टी के कॉन्सेप्ट को प्रैक्टिकल एप्रोच के साथ पूरी तरह अपनाया जा रहा है. वास्तव में इसी वजह से इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट में आजकल पेशेवरों के लिए काफी आकर्षक करियर स्कोप है. इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट में करियर बनाने पर पेशेवरों को रिस्क और सेफ्टी मैनेजमेंट से संबंधित एजुकेशनल नॉलेज के साथ प्रैक्टिकल टेक्निक्स भी सिखाई जाती हैं ताकि अनजाने में हुए अनचाहे इंडस्ट्रियल हादसों को रोका जा सके और इंडस्ट्रियल वर्कर्स की जान-माल की रक्षा की जा सके.
इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट और इंडस्ट्रियल सेफ्टी ऑफिसर के बारे में जरुरी जानकारी
दरअसल, इंडस्ट्रियल सेफ्टी/ सेफ्टी मैनेजमेंट मैनेजमेंट स्टडीज़ की एक ऐसी ब्रांच है जिस के तहत किसी भी इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी, इक्विपमेंट्स या केमिकल्स आदि से होने वाले एक्सीडेंट्स या हेल्थ रिस्क्स से उस इंडस्ट्री के सभी एम्पलॉईज़ को सुरक्षा देने की जानकारी और तरीकों के बारे में पढ़ाया जाता है. ये पेशेवर अपने ऑफिसर परिसर या कंपनी के भीतर सेफ वर्क एनवायरनमेंट बनाने के लिए कई उपयोगी कदम उठाते हैं. ये पेशेवर यह भी सुनिश्चित करते हैं कि उनकी कंपनी या इंडस्ट्री में सभी सेफ्टी मेजर्स और सेफ्टी रेगुलेशन्स को जरुर फॉलो किया जाए. इन पेशेवरों की प्रमुख ड्यूटी अपनी कंपनी और वर्कर्स की काम के दौरान होने वाले एक्सीडेंट्स या हादसों से रक्षा करना है. ये पेशेवर अपने एम्पलॉईज़ को सेफ्टी प्रैक्टिसेज से संबंधित ट्रेनिंग और जानकारी देने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करते हैं कि जोखिम भरा काम करते समय वर्कर्स वेल-इक्विप्ड हों अर्थात वर्कर्स ने फेसमास्क्स, गॉगल्स और प्रोटेक्टिव ड्रेस पहनी हो. नए इक्विपमेंट्स को इस्तेमाल करने से पहले भी ये पेशेवर अपने एम्पलॉईज़ को ट्रेनिंग देते हैं. कुल मिलाकर इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट की फील्ड से संबंधित करियर्स मानवीय संवेदना से भरे करियर ऑप्शन्स हैं जिनका परम उद्देश्य अपनी कंपनी के साथ वर्क फ़ोर्स को भी हरेक खतरे से बचाना है.
भारत में इंडस्ट्रियल सेफ्टी की फील्ड से संबंधित विभिन्न प्रमुख एजुकेशनल कोर्सेज
भारत में इंडस्ट्रियल सेफ्टी की फील्ड से संबंधित कोई डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स ने किसी मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से अपनी 12वीं क्लास पास की हो. इंडस्ट्रियल सेफ्टी से संबंधित कोर्स में आमतौर पर स्टूडेंट्स को हेल्थ साइंस, इंडस्ट्रियल सेफ्टी स्टैंडर्ड्स, सेफ्टी हज़र्ड्स, सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन के साथ-साथ एक्सीडेंट प्रिवेंशन एंड एमरजेंसी रिस्पोंसेस के बारे में प्रैक्टिकल एप्रोच के साथ एजुकेशनल नॉलेज दी जाती है.
सर्टिफिकेट कोर्सेज
- सर्टिफिकेट – इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट
- सर्टिफिकेट – फायर एंड सेफ्टी मैनेजमेंट
- सर्टिफिकेट – फायर टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट
डिप्लोमा कोर्सेज
- डिप्लोमा - इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट
- डिप्लोमा – फायर सेफ्टी एंड हैजर्ड मैनेजमेंट
- डिप्लोमा – फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग मैनेजमेंट
- डिप्लोमा – इंडस्ट्रियल एनवायरनमेंट सेफ्टी
- डिप्लोमा – इंडस्ट्रियल सेफ्टी इंजीनियरिंग
- एडवांस्ड डिप्लोमा – इंडस्ट्रियल सेफ्टी
- एडवांस्ड डिप्लोमा – फायर एंड इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट
- पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा – इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट
- पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा – इलेक्ट्रिकल सेफ्टी एंड सेफ्टी मैनेजमेंट (डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से)
- पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा – इंडस्ट्रियल सेफ्टी एंड एनवायरनमेंटल मैनेजमेंट
- पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा – फायर एंड इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट
- पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा – पेट्रो केमिकल प्रोसेस सेफ्टी एंड इंजीनियरिंग
ग्रेजुएशन लेवल के कोर्सेज
- BSc – सेफ्टी मैनेजमेंट
पोस्टग्रेजुएशन लेवल के कोर्सेज
- MBA – सेफ्टी मैनेजमेंट
भारत में इंडस्ट्रियल सेफ्टी की फील्ड में कोर्सेज करवाने वाले टॉप इंस्टीट्यूट्स
हमारे देश में यूं तो UGC से मान्यताप्राप्त विभिन्न यूनिवर्सिटीज़ और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री/ डिप्लोमा के साथ ही सर्टिफिकेट लेवल पर इंडस्ट्रियल सेफ्टी से संबंधित कोर्सेज करवाते हैं लेकिन कुछ प्रमुख इंस्टीट्यूट्स निम्नलिखित हैं:
- दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ़ फायर इंजीनियरिंग, दिल्ली
- दिल्ली कॉलेज ऑफ़ फिन्रे एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग, दिल्ली
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फायर इंजीनियरिंग एंड सेफ्टी मैनेजमेंट, आंध्रप्रदेश
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिजास्टर मैनेजमेंट एंड फायर साइंस, चंडीगढ़
- नोबल इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रियल फायर इंजीनियरिंग एंड सेफ्टी मैनेजमेंट, मुंबई
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग, ग्वालियर
- एशियन फायर इंजीनियरिंग कॉलेज, नागपुर
भारत में इंडस्ट्रियल सेफ्टी की फील्ड से संबंधित प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स
हमारे देश में इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट की फील्ड से संबंधित कोई डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद ये पेशेवर अपनी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन्स और वर्क एक्सपीरियंस के मुताबिक निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स ज्वाइन कर सकते हैं:
- सिस्टम सेफ्टी इंजीनियर
- इंडस्ट्रियल सेफ्टी इंजीनियर
- इंडस्ट्रियल सेफ्टी ऑफिसर/ मैनेजर
- सेफ्टी ऑफिसर
- सेफ्टी सुपरवाइज़र
- सेफ्टी वार्डन
- सेफ्टी चेकर
- सेफ्टी इंस्ट्रक्टर/ ट्रेनर
- सेफ्टी इंचार्ज
- सेफ्टी ऑडिटर
भारत में इंडस्ट्रियल सेफ्टी ऑफिसर को मिलने वाला सैलरी पैकेज
हमारे देश में शुरू में फ्रेशर कैंडिडेट्स को इस फील्ड में एवरेज 20 – 25 हजार रुपये मासिक सैलरी मिलती है. लेकिन बीतते समय और बढ़ते हुए वर्क एक्सपीरियंस के साथ इन अधिकारियों की सैलरी भी बढ़ती रहती है. हमारे देश में एक हाइली क्वालिफाइड और एक्सपीरियंस्ड सेफ्टी मेनेजर को एवरेज 10 लाख रुपये सालाना का सैलरी पैकेज मिलता है. रिस्की जॉब प्रोफाइल होने पर इन पेशेवरों का सैलरी पैकेज भी काफी आकर्षक हो जाता है.
भारत में इंडस्ट्रियल सेफ्टी की फील्ड में टॉप जॉब प्रोवाइडर्स
भारत में क्वालिफाइड और एक्सपीरियंस्ड इंडस्ट्रियल सेफ्टी ऑफिसर यहां कर सकते हैं जॉब के लिए अप्लाई:
- स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड, नई दिल्ली
- कोल इंडिया लिमिटेड, कोलकाता
- इंडियन ऑयल, नई दिल्ली
- भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर, महाराष्ट्र
- नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NTPC), नई दिल्ली
- टाटा स्टील (पहले TISCO नाम से फेमस), मुंबई
- इंडियन आर्मी
- पॉवर स्टेशन्स
- मैन्युफैक्चरिंग कंपनीज़
- कॉर्पोरेट हाउसेस
- इंडियन डिफेन्स से संबंधित इंडस्ट्रीज़
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, महाराष्ट्र
- सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया, चित्तूर, आंध्रप्रदेश
- राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फ़र्टिलाइज़र्स लिमिटेड, महाराष्ट्र
- कामराज पोर्ट लिमिटेड, तमिलनाडु
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम बायोफ्यूल्स लिमिटेड, पटना, बिहार
- मद्रास फ़र्टिलाइज़र्स लिमिटेड, तमिलनाडु
- सर्टिफिकेशन इंजीनियर्स इंटरनेशनल लिमिटेड, महाराष्ट्र
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