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सोनोग्राफी में करियर

 सोनोग्राफी रेडियोलॉजी की एक ब्रांच है। इसका उपयोग शरीर के विभिन्न अंगों मसलन छाती, दिल, पेट आदि में जांच करने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। गर्भस्थ शिशु की सभी प्रक्रियाओं की जानकारी सोनोग्राफी के माध्यम से जान सकते हैं। यदि किसी में शरीर के भीतर चल रही प्रक्रियाओं को जानने की इच्छा है और इसमें  करियर भी बनाना चाहता  है, तो सोनोग्राफी उपयुक्त विकल्प है। प्रत्येक हॉस्पिटल में इससे संबंधित कार्य होने की वजह से इनकी काफी मांग है।

सोनोग्राफी रेडियोलॉजी की एक ब्रांच है। इसका उपयोग शरीर के विभिन्न अंगों मसलन छाती, दिल, पेट आदि में जांच करने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। गर्भस्थ शिशु की सभी प्रक्रियाओं की जानकारी सोनोग्राफी के माध्यम से जान सकते हैं। यदि किसी में शरीर के भीतर चल रही प्रक्रियाओं को जानने की इच्छा है और इसमें  करियर भी बनाना चाहता  है, तो सोनोग्राफी उपयुक्त विकल्प है। प्रत्येक हॉस्पिटल में इससे संबंधित कार्य होने की वजह से इनकी काफी मांग है। ब्यूरो ऑफ लेबर स्टेटिक्स के अनुसार, इस क्षेत्र में 2016 तक 19 प्रतिशत ग्रोथ की संभावना है। वर्तमान में ट्रेंड प्रोफेशनल की काफी कमी है। इस प्रकार यदि भविष्य के लिहाज से देखा जाए, तो इस क्षेत्र में करियर काफी ब्राइट है।

 
योग्यता
सोनोग्राफी से संबंधित कोर्स में एडमिशन के लिए भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान में 50 प्रतिशत अंकों के साथ बारहवीं पास होना जरूरी है। यदि इन तीनों विषयों को मिलाकर पचास प्रतिशत अंक हैं, तो आप इस कोर्स को कर सकते हैं।
 
व्यक्तिगत गुण
एक सोनोग्राफर को अस्पताल की विभिन्न जगहों मसलन ऑपरेशन थियेटर, इंटेसिव केयर यूनिट में डॉक्टरों व नर्सों के साथ काम करना होता है। इस कारण धैर्य होना बहुत जरूरी है। सोनोग्राफर इमरजेंसी केसों में एक अहम् भूमिका निभाते हैं।
साथ ही एक सोनोग्राफर में काम के प्रति लगन, शांत स्वभाव एवं आत्मविश्वास का होना जरूरी है। उसके पास अपनी बात रोगी को अच्छे ढंग से समझाने की क्षमता का होना भी जरूरी है।
 
संभावनाएं
विशेषज्ञों के अनुसार, एजुकेशन के बाद हेल्थकेयर ऐसा सेक्टर है, जिसमें नौकरी की संभावनाएं हमेशा बनी रहती है। सोनोग्राफी से संबंधित पढ़ाई करने के पश्चात सरकारी व निजी अस्पतालों, क्लीनिकों, नर्सिंग होम, हेल्थकेयर सेंटरों, टेक्निकल कॉलेज आदि में जॉब की संभावनाएं हैं। यदि इछ्छा हो तो हेल्थकेयर के अतिरिक्त रिसर्च व टीचिंग में भी करियर बना सकते हैं।

कमाई 
यदि सोनोग्राफी से संबंधित कोर्स करने के बाद नौकरी करते हैं, तो बतौर सोनोग्राफर शुरुआत में दस से पंद्रह हजार रुपये प्रतिमाह कमा सकते हैं। अनुभव के बाद सैलरी बढ़ती जाती है।
 
संस्थान
 1. ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइस, नई दिल्ली
 2. अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट ऐंड एलाइड सांइस, चेन्नई
 3. बीजे मेडिकल कॉलेज, गुजरात
 4. बीआरडी मेडिकल कॉलेज, उत्तरप्रदेश
 5. चेन्नई मेडिकल कॉलेज, चेन्नई
 6. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, तमिलनाडु
 7. जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल, नई दिल्ली
 8. जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
 9. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, पंजाब
 10. पटना मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल, पटना
 11. यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल सांइस एंड जीटीबी हॉस्पिटल, नई दिल्ली
 12. मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल, कोलकाता

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