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फ्लोरल डिज़ाइनर: भारत में फ्लावर डेकोरेशन में करियर स्कोप

 फ्लावर्स हमारे जीवन का एक बहुत जरुरी हिस्सा हैं क्योंकि इनका उपयोग कई तरह से किया जा सकता है. अगर आपको फ्लावर डेकोरेशन में गहरी रुचि है, तो आप भारत में एक फ्लावर डिजाइनर के तौर पर अपना कारोबार भी शुरू कर सकते हैं क्योंकि अब फ्लावर डेकोरेशन हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसेकि, जन्मदिन और स्वर्णजयंती जैसे उत्सवों, मीटिंग्स, इवेंट्स और विभिन्न सभा-सम्मेलनों में का प्रमुख हिस्सा बन चुकी है.

हम सभी लोग स्वभाव से ही फ्लावर्स की सुंदरता और सुगंध को देख और सूंघ कर काफी खुश हो जाते हैं. फ्लावर्स का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है. फ्लावर्स के मेडिसिनल और फ़ूड से संबंधित कई किस्म के इस्तेमाल के साथ ही आजकल फ्लोरल डेकोरेशन और फ्लोरल डिजाइनिंग से संबंधित कारोबार में भी दिनों-दिन वृद्धि हो रही है. भारत में आजकल फ्लोरल इंडस्ट्री 100 करोड़ रुपये से भी अधिक बढ़ चुकी है. दरअसल, देश-दुनिया में फ्लोरल डिजाइनिंग की कला हजारों वर्षों से प्रचलित है क्योंकि हमारी डेली लाइफ में विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों के साथ ही राजनीतिक, शिक्षण या कारोबार संबंधी समारोहों और सभा-सम्मेलनों में फ्लोरल डेकोरेशन का अपना विशेष महत्त्व है. ऐसे अनेक कारणों से फ्लोरल डिजाइनिंग में कारोबार का टच और प्रोफेशनल्स के लिए करियर स्कोप की संभावनाएं इन दिनों काफी आशाजनक हैं. इस आर्टिकल में हम आपके लिए भारत में फ्लोरल डिज़ाइनर के करियर स्कोप के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी पेश कर रहे हैं. आइये आगे पढ़ें यह आर्टिकल.

फ्लोरल डिज़ाइनर्स के लिए जरुरी एजुकेशन और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

देश-दुनिया में फ्लोरल डिज़ाइनर के पेशे के लिए यूं तो कोई निर्धारित एलिजिबिटी क्राइटेरिया नहीं है फिर भी, अगर इन पेशेवरों ने किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से 12वीं क्लास पास की हो या किसी सम्बद्ध विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हो तो यह एजुकेशनल क्वालिफिकेशन इनके लिए बढ़िया रहती है.

भारत में फ्लोरल डिजाइनिंग से संबंधित एजुकेशनल कोर्सेज

भारत के विभिन्न कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ से आप निम्नलिखित एजुकेशनल कोर्सेज कर सकते हैं:

  • सर्टिफिकेट – फ्लोरीकल्चर
  • सर्टिफिकेट – फ्लोरीकल्चर टेक्नोलॉजी
  • बीएससी – फ्लोरीकल्चर
  • बीएससी – फ्लोरीकल्चर एंड लैंडस्केपिंग
  • एमएससी – फ्लोरीकल्चर बिजनेस मैनेजमेंट
  • एमएससी - फ्लोरीकल्चर एंड लैंडस्केपिंग

भारत में फ्लोरल डिज़ाइनिंग से संबंधित कोर्सेज करवाने वाले प्रमुख इंस्टीट्यूट्स

हमारे देश में आप निम्नलिखित इंस्टीटयूट्स से फ्लोरल डिजाइनिंग में सूटेबल कोर्सेज कर सकते हैं:

  • मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ़ कम्युनिकेशन्स, अहमदाबाद
  • FNP फ्लोरल डिज़ाइन स्कूल, नई दिल्ली
  • इंस्टीट्यूट ऑफ़ फ्लोरल डिजाइन, महाराष्ट्र
  • एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन, नई दिल्ली
  • मेघा फ्लावर बॉक्स, बैंगलोर, कर्नाटक

फ्लोरल डिज़ाइनर्स के लिए आवश्यक स्किल्स

अगर आप एक फ्लोरल डिज़ाइनर का पेशा शुरू करना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित स्किल्स जरुर होने चाहिए ताकि आप अपने काम में एक एक्सपर्ट प्रोफेशनल बन सकें:

  • क्रिएटिविटी - ताकि आप नए-नए किस्म की फ्लोरल डिजाइनिंग कर सकें.
  • आर्टिस्टिक टच – जिससे आप सिंपल फ्लावर्स से खूबसूरत डिजाइनिंग कर सकें.
  • फ्लावर्स और प्लांट्स की अच्छी जानकारी.
  • फ्लोरल मटीरियल और लेटेस्ट इक्विपमेंट्स की जानकारी और इस्तेमाल करने का तरीका.
  • टाइम मैनेजमेंट/ कम्युनिकेशन्स स्किल्स बेहतरीन हों.
  • कस्टमर सर्विस प्रदान करने में एक्सपर्ट हों.
  • फ्लोरल डेकोरेशन के लेटेस्ट ट्रेंड्स और पैटर्न्स से अच्छी तरह वाकिफ़ हों.

भारत में फ्लोरल डिज़ाइनर्स के लिए उपलब्ध प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स

अगर आप फ्लोरल डिजाइनिंग में मनचाहा कोर्स कर लें तो आप निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स के लिए एक सूटेबल कैंडिडेट रहेंगे:

  • फ्लोरल डिज़ाइनर
  • इंटीरियर डेकोरेटर्स
  • लैंडस्केप डिज़ाइनर – फ्लावर्स
  • फ्लावर डीलर/ होलसेलर
  • इवेंट ऑर्गनाइजर
  • फ्लोरल अरेंजर्स
  • फ्लोरिस्ट
  • फ्लोरल डेकोरेटर

फ्लोरल डिज़ाइनर्स के लिए करियर ऑप्शन्स और रिक्रूटिंग एजेंसीज़

हमारे देश में आप अगर एक फ्लोरल डिज़ाइनर के तौर पर किसी एजेंसी में जॉब ज्वाइन करना चाहते हैं तो निम्नलिखित रिक्रूटिंग एजेंसीज में अप्लाई कर सकते हैं:

  • फार्म कंपनीज़
  • एग्रीकल्चरल कॉलेज/ यूनिवर्सिटी
  • नर्सरीज़
  • जेनेटिक कंपनीज़
  • एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट कंपनीज़ – ईडन पार्क एग्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड, पुणे
  • रिसर्च इंस्टीट्यूट – इंडियन काउंसिल फॉर एग्रीकल्चरल रिसर्च
  • बोटैनिकल गार्डन्स जैसे – नेशनल बोटैनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट
  • कॉस्मेटिक एंड परफ्यूम मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स – इंडस फ्लोरीटेक लिमिटेड, हैदराबाद
  • इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट
  • बिरला फ्लोरीकल्चर, पुणे
  • टर्बो इंडस्ट्रीज़, पंजाब
  • डिफेन्स इंस्टीट्यूट ऑफ़ बायो-एनर्जी रिसर्च

फ्लोरल डिज़ाइनर्स का सैलरी पैकेज

अगर आप फ्लोरल डिजाइनिंग में कोई सूटेबल कोर्स करके अपना कारोबार शुरू करते हैं तो कुछ वर्षों के बाद आप प्रत्येक माह औसतन 3 – 5 लाख रुपये या इससे अधिक भी कमा सकते हैं. कभी-कभी किसी इवेंट प्रोग्राम की फ्लोरल डेकोरेशन करने पर आपको 1 – 2 लाख रुपये की आमदनी भी हो सकती है. अगर आप किसी एजेंसी में एक फ्लोरल डिज़ाइनर के तौर पर जॉब ज्वाइन करते हैं तो आपको शुरू में लगभग 15 – 20 हजार रूपये मासिक वेतन मिल सकता है.

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