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डाटा साइंस: भारत में आपके लिए ये शानदार करियर ऑप्शन्स

 डाटा साइंटिस्ट्स विभिन्न डाटा - स्ट्रक्चर्ड और अन-स्ट्रक्चर्ड - को मैनेज और ऑर्गनाइज करने के लिए मैथ्स, स्टेटिस्टिक्स और प्रोग्रामिंग का इस्तेमाल करते हैं. 

डाटा साइंस का परिचय

आजकल पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत के विभिन्न ऑफिसेस और कंपनियों में भी डाटा साइंस का इस्तेमाल काफी होने लगा है क्योंकि डाटा साइंस के माध्यम से काफी बड़े लेवल पर डाटा का एनालिसिस हो जाता है. दरअसल, ‘डाटा साइंस’ एक ऐसी इंटर-डिसिप्लिनरी फील्ड है जिसमें सभी किस्म के स्ट्रक्चर्ड और अन-स्ट्रक्चर्ड डाटा का एनालिसिस करने के माध्यम से सटीक जानकारी पाने के लिए साइंटिफिक मेथड्स, प्रोसेसेज, एल्गोरिथ्म्स और सिस्टम्स का इस्तेमाल किया जाता है. डाटा साइंस एक ऐसा कॉन्सेप्ट है जिसमें डाटा से “एक्चुअल फिनोमिना को समझने और एनालाइज” करने के लिए स्टेटिस्टिक्स, डाटा एनालिसिस, मशीन लर्निंग और अन्य संबद्ध मेथड्स को एकसाथ इस्तेमाल किया जाता है. इसमें मैथमेटिक्स, स्टेटिस्टिक्स, इनफॉर्मेशन साइंस और कंप्यूटर साइंस से संबद्ध विभिन्न टेक्निक्स और थ्योरीज का इस्तेमाल किया जाता है.

डाटा साइंटिस्ट का जॉब प्रोफाइल

ये पेशेवर एनालिटिकल डाटा एक्सपर्ट्स की एक नई ब्रीड हैं जिनके पास कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के लिए टेक्निकल स्किल्स होते हैं. इन पेशेवरों को यह भी पता लगाना होता है कि कौन-सी प्रॉब्लम्स को सुलझाने की जरूरत है? असल में ये पेशेवर कुछ हद तक मैथमेटिशियन, कुछ हद तक कंप्यूटर साइंटिस्ट और एक हद तक ट्रेंड-स्पॉटर होते हैं और क्योंकि इन पेशेवरों को बिजनेस और आईटी वर्ल्ड में महारत हासिल होती है, इसलिए यह पेशा हाई डिमांड में एक वेल-पेड पेशा है.

आसान शब्दों में, डाटा साइंटिस्ट्स ऐसे डाटा एक्सपर्ट्स होते हैं जो विभिन्न डाटा प्वाइंट्स (स्ट्रक्चर्ड और अन-स्ट्रक्चर्ड) को मैनेज और ऑर्गनाइज करने के लिए मैथ्स, स्टेटिस्टिक्स और प्रोग्रामिंग के अपने विशेष स्किल्स का इस्तेमाल करते हैं.  

एक कामयाब डाटा साइंटिस्ट बनने के लिए स्पेशल डिग्री जरुरी है या नहीं?

एक डाटा साइंटिस्ट बनने के लिए औपचारिक तौर पर किसी विशेष डिग्री की जरूरत नहीं होती है. केवल आपके स्किल्स, एक्सपीरियंस और इस फील्ड का पैशन आपको एक एक्सपर्ट डाटा साइंटिस्ट बना सकते हैं. इस फील्ड में कई पेशेवर बैचलर डिग्री के साथ ही अपना सफल करियर बना चुके हैं. लेकिन आपको एक एक्सपर्ट डाटा साइंटिस्ट बनने के लिए बेहतरीन स्टैटिस्टिकल ट्रेनिंग लेनी होगी.

डाटा साइंटिस्ट के लिए जरुरी वर्किंग स्किल्स

टेक्निकल स्किल्स  कंप्यूटर साइंस में निम्नलिखित कॉन्सेप्ट्स की जानकारी होनी चाहिए:

  • पाइथन कोडिंग: यह एक सबसे ज्यादा कॉमन कोडिंग लैंग्वेज है और जावा, पर्ल, सी/ सी++ आदि के साथ डाटा साइंस के विभिन्न कामों के लिए जरुरी है.
  • हेडूप प्लेटफ़ॉर्म
  • एसक्यूएल डाटाबेस/ कोडिंग
  • एपेक स्पार्क
  • मशीन लर्निंग और अल्गोरिथ्म्स
  • डाटा विज्युअलाइजेशन
  • अन-स्ट्रक्चर्ड डाटा की समझ.

डाटा साइंटिस्ट बनने के लिए जरुरी स्टेप्स

एक डाटा साइंटिस्ट बनने के लिए निम्नलिखित जरुरी स्टेप्स हैं:

  • आईटी, कंप्यूटर साइंस, मैथ्स, फिजिक्स या किसी संबद्ध फील्ड में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करें.
  • डाटा या संबद्ध फील्ड में मास्टर डिग्री हासिल करें.
  • हेल्थकेयर, फिजिक्स, बिजनेस या संबद्ध वर्क फील्ड में वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त करें.

भारत के कुछ प्रमुख डाटा साइंस इंस्टीट्यूट्स

यह लिस्ट निम्नलिखित हैं:

  • जिगसॉ एकेडेमी
  • एनालिटिक्स लैब्स
  • आईएनएसओएफई
  • आईएमएस प्रोस्कूल प्रा. लि.
  • ग्रेट लेक्स एनालिटिक्स
  • ग्रे एटम, मुंबई
  • डिजिटल विद्या.
  • अपएक्स एकेडेमी
  • एडवांसर
  • आईवी प्रोफेशनल स्कूल
  • निखिल एनालिटिक्स
  • इमाआर्टीक्स लर्निंग
  • इन्वेंटाटेक
  • डिजिटल नेस्ट, हैदराबाद

डाटा साइंटिस्ट का डेली वर्क

आमतौर पर, एक डाटा साइंटिस्ट ऐसा पेशेवर होता है जिसका प्रमुख काम डाटा से मीनिंग निकालना और उस डाटा को इन्टरप्रेट करना होता है. इसके लिए डाटा साइंटिस्ट स्टेटिस्टिक्स और मशीन लर्निंग के टूल्स और मेथड्स की मदद से अपने विभिन्न काम करता है. ये पेशेवर डाटा को कलेक्ट करने, डाटा क्लीन करने और डाटा मैनेज करने से संबद्ध सभी कामों में अपना काफी समय लगाते हैं क्योंकि डाटा कभी अपने में स्पष्ट नहीं होता है.

भारत में डाटा साइंटिस्ट्स के लिए उपलब्ध हैं ये शानदार करियर ऑप्शन्स

हमारे देश में डाटा साइंटिस्ट्स निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स में अपनी सर्विसेज ऑफर कर सकते हैं:

·         डाटा साइंटिस्ट:

इन पेशेवरों का काम बिग डाटा को क्लीन, मैनेज और ऑर्गनाइज करना होता है. ये क्यूरियस डाटा विज़ार्ड होते हैं जिनके पास डिस्ट्रिब्यूटेड कंप्यूटिंग, प्रिडिक्टिव मॉडलिंग, स्टोरी-टेलिंग एंड विज्युअलाइजिंग, मैथ्स, स्टैट्स और मशीन लर्निंग के स्किल्स और टैलेंट होना चाहिए. इन पेशेवरों के लिए आर, एसएएस, पाइथन, मेटलैब, एसक्यूएल, हाइव, पिग और स्पार्क लैंग्वेज स्किल्स जरुरी हैं. गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अबोड इन पेशेवरों को जॉब्स प्रोवाइड करते हैं.

·         डाटा एनालिस्ट:

ये पेशेवर डाटा को कलेक्ट, प्रोसेस और स्टैटिस्टिकल एनालिसिस करने से संबद्ध सभी काम करते हैं. ये पेशेवर बहुत ज्यादा ‘फिगर इट आउट’ फितरत वाले इंटयूटिव डाटा जंकी होते हैं जिनके पास स्प्रेडशीट टूल्स (एक्सेल), डाटाबेस सिस्टम्स, कम्युनिकेशन एंड ई- विज्युअलाइजेशन, मैथ्स, स्टैट्स और मशीन लर्निंग के स्किल्स और टैलेंट होना चाहिए. इन पेशेवरों के लिए आर, पाइथन, एचटीएमएल, जावास्क्रिप्ट, सी/ सी++ एसक्यूएल लैंग्वेज स्किल्स जरुरी हैं. आईबीएम, एचपी, डीएचएल में इन पेशेवरों के लिए अच्छे जॉब ऑप्शन्स हैं.

·         डाटा इंजीनियर:

ये पेशेवर डाटाबेस और बड़े पैमाने के प्रोसेसिंग सिस्टम्स को डेवलप, कंस्ट्रक्ट, टेस्ट और मेन्टेन करते हैं. ये पेशेवर अपनी फील्ड के हरफन मौला होते हैं जिनके पास डाटा वेयरहाउस सोल्यूशन्स, डाटाबेस सिस्टम्स, डाटा मॉडलिंग ई – ईटीएल टूल्स और डाटा एपीआईज के स्किल्स और टैलेंट होना चाहिए. इन पेशेवरों के लिए एसक्यूएल, हाइव, पिग, स्पार्क, मेटलैब, एसएएस, एसपीएसएस, पाइथन, जावा, रूबी, सी++, पर्ल लैंग्वेज स्किल्स जरुरी हैं. फेसबुक, अमेज़न और स्पॉटीफाई में इन पेशेवरों के लिए अच्छे जॉब ऑप्शन्स उपलब्ध हैं.

·         डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर:

ये पेशेवर यह सुनिश्चित करते हैं कि डाटाबेस सभी रेलिवेंट यूजर्स को उपलब्ध रहे और डाटाबेस ठीक से काम करे तथा सुरक्षित रहे. ये पेशेवर डिजास्टर प्रिवेंशन के मास्टर होते हैं जिनके पास बैकअप एंड रिकवरी, डाटा मॉडलिंग एंड डिज़ाइन, डिस्ट्रिब्यूटेड कंप्यूटिंग.डाटाबेस सिस्टम्स, डाटा सिक्यूरिटी और ईआरपी एंड बिजनेस की जानकारी से संबद्ध स्किल्स और टैलेंट होना चाहिए. इन पेशेवरों के लिए एसक्यूएल, जावा, रूबी ऑन रेल्स, एक्सएमएल, सी#, पाइथन लैंग्वेज के  स्किल्स जरुरी हैं. ट्विटर, रेडडिट में इन पेशेवरों के लिए अच्छे जॉब ऑप्शन्स उपलब्ध हैं.

·         डाटा एंड एनालिटिक्स मैनेजर:

ये पेशेवर डाटा साइंटिस्ट्स और एनालिस्ट्स की टीम को मैनेज करते हैं और डाटा विज़ार्ड्स के चीयरलीडर्स होते हैं जिनके पास डाटाबेस सिस्टम्स, लीडरशिप एंड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन और डाटा माइनिंग तथा प्रिडिक्टिव मॉडलिंग के स्किल्स और टैलेंट होना चाहिए. इन पेशेवरों के लिए एसक्यूएल, आर. एसएएस, पाइथन, मेटलैब और जावा लैंग्वेज के स्किल्स जरुरी हैं. कोर्सेरा, स्लैक, मोटोरोला सोल्यूशन्स में इन पेशेवरों के लिए अच्छे जॉब ऑप्शन्स उपलब्ध हैं.

·         डाटा आर्किटेक्ट:

ये पेशेवर डाटा मैनेजमेंट सिस्टम के लिए ब्लूप्रिंट्स तैयार करते हैं ताकि डाटा सोर्सेज को प्रोटेक्ट और मेन्टेन किया जा सके. ये पेशेवर डाटा आर्किटेक्चर डिज़ाइन पैटर्न्स में काफी इंटरेस्ट लेते हैं जिनके पास डाटा वेयरहाउस सोल्यूशन्स, डाटाबेस आर्किटेक्चर की काफी अच्छी जानकारी, स्प्रेडशीट और बीआई टूल्स, ईटीएल, डाटा मॉडलिंग और सिस्टम्स डेवलपमेंट के स्किल्स और टैलेंट होना चाहिए. इन पेशेवरों के लिए एसक्यूएल, एक्सएमएल, हाइव, पिग, स्पार्क लैंग्वेज स्किल्स जरुरी हैं. वीसा, कोकाकोला, लोजीटेक में इन पेशेवरों के लिए अच्छे जॉब ऑप्शन्स उपलब्ध हैं.

·         बिजनेस एनालिस्ट:

ये पेशेवर अन्य टीम मेम्बर्स से थोड़े अलग होते हैं. ये पेशेवर कम टेक्निकल ओरिएंटेड होते हैं लेकिन बिजनेस की विभिन्न प्रोसेसेज की इन्हें काफी अच्छी जानकारी होती है. ये पेशेवर स्टोरी-टेलिंग टेक्निक्स से पूरे संगठन को डाटा से संबद्ध इनफॉर्मेशन उपलब्ध करवाते हैं. ये पेशेवर बिजनेस पर्सन्स और टेकीज के बीच मध्यस्थ का काम करते हैं. उबेर, डैल और ओरेकल में इन पेशेवरों के लिए अच्छे जॉब ऑप्शन्स उपलब्ध हैं.

·         स्टेटिस्टिशियन:

ये पेशेवर क्वालिटेटिव और क्वांटिटेटिव डाटा को स्टैटिस्टिकल थ्योरीज और मेथड्स से कलेक्ट, एनालाइज और इन्टरप्रेट करते हैं. ये पेशेवर लॉजिकल और उत्साही स्टैट्स एक्सपर्ट्स होते हैं जिनके पास डाटा वेयरहाउस सोल्यूशन्स, डाटाबेस आर्किटेक्चर की काफी अच्छी जानकारी, स्टैटिस्टिकल थ्योरीज एंड मेथ्डोलॉजी, डाटा माइनिंग एंड मशीन लर्निंग, डिस्ट्रिब्यूटेड कंप्यूटिंग,  डाटाबेस सिस्टम्स और क्लाउड टूल्स के स्किल्स और टैलेंट होना चाहिए. इन पेशेवरों के लिए आर, एसएएस, एसपीएसएस, मेटलैब, स्टेटा, पाइथन, पर्ल, हाइव, पिग, स्पार्क, एसक्यूएल लैंग्वेज स्किल्स जरुरी हैं. लिंक्डइन, जॉनसन एंड जॉनसन और पेप्सिको में इन पेशेवरों के लिए अच्छे जॉब ऑप्शन्स उपलब्ध हैं.

भारत में डाटा साइंटिस्ट को मिलती है इतनी सैलरी

हमारे देश में किसी डाटा साइंटिस्ट, आईटी लगभग रु.620,244 प्रति वर्ष कमाता है. इस जॉब या पेशे में कुछ वर्ष के वर्क-एक्सपीरियंस के बाद सैलरी पैकेज में अच्छा-खासा इजाफ़ा होता है. इस पेशे में हाईएस्ट पेइंग स्किल्स डाटा माइनिंग/ डाटा वेयरहाउस, मशीन लर्निंग, जावा, एपेक, हेडूप और पाइथन हैं.

भारत में डाटा साइंटिस्ट्स की लगातार बढ़ेगी मांग

आजकल के डिजिटल और इंटरनेट युग में डाटा साइंटिस्ट्स और एडवांस्ड डाटा एनालिस्ट्स की मांग निरंतर तेजी से बढ़ती ही जा रही है. ऐसा अनुमान है कि वर्ष 2020 तक यह मांग अब से लगभग 28% बढ़ सकती है. जॉब मार्केट में अब भी डाटा साइंटिस्ट्स और एनालिस्ट्स की जॉब्स के लिए सूटेबल और क्वालिफाइड कैंडिडेट्स की तलाश करना काफी चुनौतीपूर्ण काम है.

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