दृढ संकल्प और सेल्फ एसेसमेंट के बावजूद अगर 10वीं या फिर 12वीं के बाद आगे की पढाई नहीं कर पा रहे हैं और कई तरह की स्थितियां बाधा बन रहीं हैं तो वोकेशनल कोर्स आपके मंजिल तक पहुंचने का आसान रास्ता बन सकते हैं...
वोकेशनल कोर्स करें. आगे बढे|
दृढ संकल्प और सेल्फ एसेसमेंट के बावजूद अगर 10वीं या फिर 12वीं के बाद आगे की पढाई नहीं कर पा रहे हैं और कई तरह की स्थितियां बाधा बन रहीं हैं तो वोकेशनल कोर्स आपके मंजिल तक पहुंचने का आसान रास्ता बन सकते हैं...
ब्यूटी कल्चर
ऑफ बीट कॅरियर में आगे बढना चाहते हैं और दसवीं या फिर बारहवीं उत्तीर्ण हैं तो ब्यूटी कल्चर से जुडे कोर्स कर सकते हैं। वर्तमान समय में हर किसी को सुन्दर दिखने की ललक ने इस फील्ड को गोल्डेन बना दिया है।
हेयर स्टाइल
फैशन के पैशन ने लोगों को हेयर स्टाइल के प्रति जागरूक बना दिया है। इसी कारणवश इस फील्ड में संभावनाएं बढीं हैं। कई संस्थाओं ने इससे जुडे कोर्स कराने शुरू कर दिए हैं। दसवीं और बारहवीं के बाद यह कोर्स किया जा सकता है।
ट्रैवल एंड टिकटिंग
हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के बढते कदम ने रोजगार के कई अवसर खोल दिए हैं। इनमें ट्रैवल एंड टिकटिंग भी एक है। तीन माह से छह माह के कोर्स करके आप होटलों, एयरलाइंस कंपनियों, ट्रैवल एजेंसियों, ग्राउंड स्टॉफ, टिकटिंग स्टॉफ के रूप में जॉब कर सकते हैं।
ऑडिटिंग एंड फाइनेंस
दसवीं उत्तीर्ण स्टूडेंट फाइनेंस और ऑडिटिंग में डिप्लोमा कर लघु उद्योगों में आसानी से जॉब्स पा सकते हैं। वर्तमान में यह सेक्टर हॉट सेक्टर बनकर उभरा है। थोडा एक्सपीरियंस हासिल करने के बाद बडी कंपनियों में जॉब के चांसेज बढ जाते हैं। वर्तमान समय इंश्योरेंस तथा फाइनेंस कंपनियों में भी इनके लिए रोजगार के अवसर हैं।
इंस्ट्रूमेंट्स रिपेयरिंग
रेडियो एंड टेलीविजन कंपोनेंट, रिपेयर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स, रिपेयरिंग एंड मेंटीनेंस ऑफ मोबाइल फोन आदि में प्रशिक्षण हासिल करके खुद का सर्विस सेंटर खोल सकते हैं। कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स बेचने वाली कंपनियां भी अपने यहां ऐसे प्रोफेशनल्स को हायर करती हैं। यह कोर्स एक वर्ष, छह माह या दो सप्ताह के होते हैं। इन्हें आठवीं या दसवीं कक्षा के बाद किया जा सकता है।
फैशन डिजाइनिंग
अगर आपमें बदलते फैशन की समझ और नए डिजाइन क्रिएट करने की क्षमता है तो यह फील्ड आपके लिए बेस्ट है। 10+2 के बाद फैशन डिजाइनिंग में डिग्री सहित छह महीने से लेकर एक साल तक के शार्ट टर्म कोर्स कर भविष्य को नया आयाम दे सकते हैं। अपैरल पैटर्न मेकिंग का कोर्स दसवीं कक्षा के बाद कर सकते हैं। इसकी अवधि चार से छह माह की है। कपडा मंत्रालय के तहत अपैरल एक्सपोर्ट काउंसिल के अंडर में भी अपैरल ट्रेनिंग एंड डिजाइन सेंटर से इस कोर्स को किया जा सकता है। कोर्स करने के बाद निजी क्षेत्र की गारमेंट कंपनियों, टैक्सटाइल मिलों, फैशन संस्थानों में रोजगार मिल सकता है।
प्रमुख हॉट कोर्सेज
कोर्स इन टूल एंड डाई मेकिंग
डिप्लोमा इन फूड टेक्नोलॉजी
प्रिंटिंग वेडिंग कार्ड एंड नेम प्लेट्स
जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी
डिप्लोमा इन फार्मेसी
स्टेनोग्राफी एंड पीएस
0 Comments