मानव संसाधन या ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का क्षेत्र व्यापक होता जा रहा है। खासकर वर्तमान प्रतिस्पर्धी माहौल में अच्छे एम्प्लॉई को हायर करना मुश्किल काम हो गया है, लेकिन एचआर की जिम्मेदारी होती है कि वे ऐसे लोगों को हायर करें, जो कंपनी या ऑर्गनाइजेशन के मिशन को पूरा करने में सहायक हों। साथ ही, ट्रेनिंग, सैलरी आदि को हैंडल करना भी इन्हीं के जिम्मे होता है। यही कारण है कि इन दिनों एचआर की जरूरत करीब-करीब हर इंडस्ट्री में है।
मानव संसाधन या ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का क्षेत्र व्यापक होता जा रहा है। खासकर वर्तमान प्रतिस्पर्धी माहौल में अच्छे एम्प्लॉई को हायर करना मुश्किल काम हो गया है, लेकिन एचआर की जिम्मेदारी होती है कि वे ऐसे लोगों को हायर करें, जो कंपनी या ऑर्गनाइजेशन के मिशन को पूरा करने में सहायक हों। साथ ही, ट्रेनिंग, सैलरी आदि को हैंडल करना भी इन्हीं के जिम्मे होता है। यही कारण है कि इन दिनों एचआर की जरूरत करीब-करीब हर इंडस्ट्री में है।
कोर्स एवं योग्यता
आमतौर पर देश के प्रमुख बिजनेस स्कूल ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स ऑफर करते हैं। जैसे-एमबीए इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, मास्टर ऑफ ह्यूमन रिसोर्स ऐंड ऑर्गनाइजेशनल डेवलपमेंट, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट। इन कोर्सों में एडमिशन पाने के लिए जरूरी है कि स्टूडेंट्स किसी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी संकाय में स्नातक में कम से कम 50 प्रतिशत अंक के साथ उत्तीर्ण हों। इस कोर्स के लिए चयन प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है। अधिकतर सरकारी संस्थानों में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CAT) का आयोजन किया जाता है। प्रवेश परीक्षा में अंग्रेजी, तर्क शक्ति अर्थात रीजनिंग, जनरल साइंस, जनरल नॉलेज आदि से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं। लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद जीडी और इंटरव्यू में हिस्सा लेना पड़ता है। इस प्रक्रिया के बाद ही एडमिशन हो पाता है।
व्यक्तिगत गुण
ह्यूमन रिसोर्स के फील्ड में सफल होने के लिए फ्रैंडली पर्सनैल्टी का होना जरूरी है। सबसे खास बात यह कि एम्प्लॉई को हैंडल करने, यूनियन आदि से भी निपटने की काबिलियत के साथ-साथ प्रेशर में काम करने का गुण बेहद जरूरी है। एचआर की कम्युनिकेशन स्किल भी उम्दा होनी चाहिए, क्योंकि इनका काम टीम को एक साथ लेकर चलने के अलावा, एम्प्लॉई को मोटीवेट करना भी होता है। एचआर को कंपनी के कायदे-कानून के साथ-साथ नए ट्रेंड की भी जानकारी होनी चाहिए।
अवसर
एचआर के फील्ड में शानदार स्कोप है। चाहे कोई भी इंडस्ट्री हो या फिर बिजनेस, हर जगह इनकी मांग देखी जा रही है। दरअसल, इनका काम वर्क फोर्स को मैनेज करने से जुड़ा होता है। यही वजह है कि प्राइवेट क्षेत्र की कंपनियों के साथ-साथ गवर्नमेंट डिपार्टमेंट में भी इनकी मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इन दिनों बड़ी और मल्टीनेशनल कंपनी के साथ-साथ छोटी-छोटी कंपनियों में ह्यूमन रिसोर्स से जुड़े पेशेवर लोगों की नियुक्ति की जा रही है। ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के क्षेत्र में कॉर्पोरेट हाउस, मल्टीनेशनल कंपनी, एयरलाइंस, फैक्टरी, गवर्नमेंट डिपार्टमेंट आदि में जॉब की तलाश की जा सकती है । ह्यूमन रिसोर्स आउटसोर्सिंग का क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है। खासकर विदेशी कंपनियां अपने ह्यूमन रिसोर्स से जुड़े कार्य दूसरे देशों के कराने लगी हैं और भारत इस क्षेत्र में हॉट स्पॉट बनकर उभर रहा है।
कमाई
एचआर का कंपनी में एक महत्त्वपूर्ण स्थान होता है अतः इनकी सैलरी भी काफी अच्छी होती है। ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का कोर्स पूरा करने के बाद शुरुआत में लोगों को चार से सात लाख रुपये का सालाना सैलरी पैकेज मिलने लगता है।
संस्थान
1. जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
2. हमदर्द यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
3. एमिटी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, नई दिल्ली
4. एक्सएलआरआई, जमशेदपुर
5. टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, मुम्बई
6. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पर्सनल मैनेजमेंट, मुम्बई
7. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, इंदौर
8. यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली
9. राजस्थान यूनिवर्सिटी, जयपुर
10. बम्बई यूनिवर्सिटी, मुम्बई
11. कलकत्ता यूनिवर्सिटी, कोलकाता
12. गुरूनानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर
13. मनीपाल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, इम्फाल
0 Comments