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पायलट

 एविएशन इंडस्ट्री से जुड़ी सभी तरह के जॉब में पायलट की नौकरी युवाओं में सबसे अधिक लोकप्रिय है। यहां न केवल भरपूर पैसा है, बल्कि आसमान में अठखेलियां करने वाला अनोखा रोमांच भी है। भारतीय एविएशन इंडस्ट्री दुनिया की एक प्रोग्रेसिव एविएशन इंडस्ट्री है। सरकार की ओपन स्काई पॉलिसी ने इस इंडस्ट्री को अनेक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से जुड़ने का मौका दिया है। परिणाम यह है कि इस क्षेत्र में न केवल प्राइवेट एविएशन प्लेयर्स, बल्कि एयरक्राफ्ट की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

एविएशन इंडस्ट्री से जुड़ी सभी तरह के जॉब में पायलट की नौकरी युवाओं में सबसे अधिक लोकप्रिय है। यहां न केवल भरपूर पैसा है, बल्कि आसमान में अठखेलियां करने वाला अनोखा रोमांच भी है। भारतीय एविएशन इंडस्ट्री दुनिया की एक प्रोग्रेसिव एविएशन इंडस्ट्री है। सरकार की ओपन स्काई पॉलिसी ने इस इंडस्ट्री को अनेक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से जुड़ने का मौका दिया है। परिणाम यह है कि इस क्षेत्र में न केवल प्राइवेट एविएशन प्लेयर्स, बल्कि एयरक्राफ्ट की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सच तो यह है कि एविएशनतेजी से विकास कर रहे इंडस्ट्रीज में से एक है। और आने वाले आठ से दस वर्षो में 6 हजार से अधिक पायलट की जरूरत होगी। हालांकि इसके लिए फ्लाइंग स्कूल में फ्लाइंग की क्वालिटी ट्रेनिंग (ग्राउंड और स्काई) के पर्याप्त इक्वीपमेंट्स के साथ-साथ ग्राउंड और फ्लाइंग ट्रेनिंग के लिए ट्रेंड इंस्ट्रक्टर की भी जरूरत है।

कोर्स एवं योग्यता 
कॉमर्शियल पायलट बनने के लिए एसपीएल यानी स्टूडेंट पायलट लाइसेंस और पीपीएल यानी प्राइवेट पायलट लाइसेंस प्राप्त करना होता है। इसके लिए कैंडीडेट को बारहवीं में साइंस (फिजिक्स, केमिस्ट्री मैथ्स) पढ़ा हुआ और मेडिकली फिट होना चाहिए। न्यूनतम उम्र सीमा16 वर्ष है। इसके बाद डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया (डीजीसीए) में रजिस्ट्रेशन कराना होता है। डीजीसीए में पंजीकरण कराने के बाद एक मौखिक परीक्षा से भी गुजरना पड़ता है। इस परीक्षा में पास होने के बाद ही कोई एसपीएल सर्टिफिकेट के योग्य हो सकता है।  
एसपीएल सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद पीपीएल यानी प्राइवेट पायलट लाइसेंस की जरूरत होती है। दरअसल, इसे प्राप्त करने के बाद ही कैंडिडेट खुद उड़ान भरने के योग्य बन सकता है। पीपीएल लाइसेंस के लिए योग्यता का निर्धारण एक लिखित परीक्षा के पास करने के बाद ही तय होता है। गौरतलब है कि इस लाइसेंस को प्राप्त करने के लिए भी बारहवीं में साइंस विषय होना चाहिए, और न्यूनतम उम्र होनी चाहिए 17 वर्ष। इसके साथ-साथ आर्म्ड फोर्सेज सेंट्रल मेडिकल एस्टाब्लिश्मेंट यानी एएफसीएमई से एक मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट भी प्राप्त करना होता है। कॉमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग में कैंडिडेट्स को निम्नलिखित विषयों की बारीकियों से अवगत कराया जाता है:
 • एयर रेगुलेशंस
 • एविएशन मेटिओरोलॉजी फॉर एयर नेविगेशन
 • एयरक्रॉफ्ट इंजिन (टेक्निकल और स्पेसिफिक दोनों)
 • प्लानिंग ऐंड कम्युनिकेशन (रेडियो और वायरलेस ट्रांसमिशन के रूप में) आदि

व्यक्तिगत गुण
एक सफल पायलट बनने के लिए जरूरी है कि कैंडीडेट की आई-साइट बेहतरीन हो तथा वह न केवल मानसिक, बल्कि शारीरिक रूप से भी पूरी तरह स्वस्थ हो। बेस्ट पायलट बनने के लिए कैंडीडेट में फ्लाइंग के प्रति जुनून होना चाहिए। साथ ही, आंख, हाथ, पैर और ब्रेन के बीच बेहतर सामंजस्य बेहद जरूरी है।

कमाई
एक कॉमर्शियल पायलट की औसत सैलॅरी एक लाख से शुरू होकर साढ़े चार लाख प्रति माह तक हो सकती है। एक पायलट की सैलॅरी पूरी तरह उसके कार्य-अनुभव पर निर्भर करती है।

अवसर

शुरुआती दौर में किसी छोटे स्तर के एयरक्राफ्ट में ट्रेनी पायलट के रूप में जॉब किया जा सकता है। वैसे, एक कॉमर्शियलपायलट के रूप में निम्नलिखित क्षेत्रों में करियर का आगाज कर सकते हैं:
एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस में
प्राइवेट एयरलाइंस में जैसे-जेट एयरवेज, सहारा, एयर डक्कन, किंगफिशर आदि
इंटरनेशनल एयरलाइंस में, जिनका संचालन इंडिया से किया जाता है, जैसे- एयर कनाडा, कंतास, लुफ्थांसा, यूनाइटेड एयरलाइंस, ब्रिटिश एयरवेज आदि

फी एवं ट्रेनिंग
एडमिशनया ट्रेनिंग की फीस अलग-अलग फ्लाइंग स्कूलों पर निर्भर करती है। अमूमन भारत में सीपीएल यानी कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (200 घंटे की फ्लाइंग) के लिए 22 से 25 लाख के बीच फीस होती है। इसमें बोर्डिग, यूनिफॉर्म आदि की फीस भी शामिल है (हालांकि मल्टीपल इंजिन के उड़ान की फीस इसमें शामिल नहीं होती है)। वहीं अब्रॉड में ट्रेनिंग की फीस 16 से 22 लाख के बीच होती है। हालांकि यह अलग-अलग देशों पर ही निर्भर करती है कि वहां कितनी फीस की डिमांड की जा रही है। ट्रेनिंग की अवधि 14-18 महीने होती है।

संस्थान
 1. एशियाटिक इंटरनेशनल एविएशन एकेडमी, इंदौर
 2. ब्लू डायमंड एविएशन, पुणे
 3. एक्यूमेन स्कूल ऑफ पायलट ट्रेनिंग, दिल्ली
 4. इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एविएशन, आईएसए,  नई दिल्ली
 5. इंडियन एविएशन एकेडमी, मुंबई

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