इंडियन इकॉनमी में प्राइवेट बैंकिंग का एक विशेष स्थान और महत्व है और प्राइवेट बैंक अब भारत में एक्सीलेंट बिजनेस कर रहे हैं. इसलिए, भारत में अब प्राइवेट बैंकिंग में अनेक करियर ऑप्शन्स और जॉब के अवसर उपलब्ध हैं. आप भी अपने लिए एक सूटेबल करियर ऑप्शन चुन सकते हैं.
भारत की आर्थिक स्थिरता के साथ ही यहां बैंकिंग सेक्टर ने भी सतत विकास किया है. हमारे देश में इस समय बैंकिंग सेक्टर में सरकारी और प्राइवेट सेक्टर अपनी एक्टिव भूमिका निभा रहे हैं. हमारे देश में मौजूदा समय में 27 सार्वजानिक क्षेत्र के बैंक्स हैं और कुल 93 कमर्शियल बैंक्स हैं. अगर हम ग्रोथ रेट की चर्चा करें तो वर्तमान में हमारे देश के बैंकिंग सेक्टर में लगभग 8.5% सालाना ग्रोथ रेट है जिससे पता चलता है कि भारत में फाइनेंशियल/ बैंकिंग सेक्टर में स्थिर ग्रोथ रेट है जो विकास की परिचायक है. बैंकिंग सेक्टर में सैलरी पैकेज भी काफी आकर्षक हैं और बैंकिंग सेक्टर के कर्मचारियों को काम करने के अच्छे माहौल के साथ कई फैसिलिटीज भी मिलती हैं. ऐसे ही कई कारणों से हमारे देश में बैंकिंग सेक्टर में विभिन्न जॉब्स हमेशा से यंगस्टर्स के बीच काफी लोकप्रिय रही हैं.
भारत में विभिन्न प्राइवेट बैंक भारतीय बैंकिंग सेक्टर के ऐसे महत्वपूर्ण हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं जो प्राइवेट तथा पब्लिक सेक्टर से मिलाकर बना है. प्राइवेट बैंक ऐसे बैंक होते हैं जिनमें शेयर या इक्विटी की अधिक से अधिक हिस्सेदारी प्राइवेट शेयर होल्डर्स के अधिकार में होती है तथा सरकार का इस पर कोई अधिकार नहीं होता है.
भारत में प्राइवेट बैंकिंग: महत्वपूर्ण जानकारी
हमारे देश में वर्ष 1993 में बैंकिंग प्रणाली में अधिक उत्पादकता और कुशलता लाने के लिए भारतीय बैंकिंग प्रणाली में प्राइवेट सेक्टर को नए बैंक खोलने की अनुमति दी गई. प्राइवेट सेक्टर के इन बैंकों के लिए निम्नलिखित न्यूनतम शर्तों का अनुपालन करना अनिवार्य है:
- यह बैंक एक पब्लिक लि. कंपनी के रूप में पंजीकृत हो.
- न्यूनतम प्रदत्त पूंजी 100 करोड़ रु. हो, बाद में यह पूंजी बढ़ाकर 200 करोड़ कर दी गई.
- इसके शेयर स्टॉक एक्सचेंज में एनलिस्टेड हों.
- बैंक का कामकाज, अकाउंट तथा अन्य नीतियां भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित विवेकपूर्ण मानकों के मुताबिक हों.
भारत के टॉप प्राइवेट बैंक्स
इस समय भारत में तकरीबन 22 बैंक प्राइवेट सेक्टर के तहत कार्यशील हैं और टॉप प्राइवेट बैंकों की एक लिस्ट निम्नलिखित है:
- एक्सिस बैंक (पूर्व में UTI बैंक)
- HDFC बैंक
- येस बैंक
- कोटक महिंद्रा बैंक
- इंडसइंड बैंक
- ICICI बैंक
- बंधन बैंक
- फेडरल बैंक
- धनलक्ष्मी बैंक
- साउथ इंडियन बैंक
प्राइवेट बैंक में करियर्स के लिए जरुरी एजुकेशन और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
हमारे देश में विभिन्न बैंकिंग जॉब्स में अप्लाई करने के लिए स्टूडेंट्स ने:
- किसी मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से अपनी 12वीं क्लास कम से कम 50% मार्क्स के साथ पास की हो और किसी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर डिग्री हैसल की हो.
- कॉमर्स या मैथ्स में पोस्टग्रेजुएशन और/ या MBA प्रोग्राम करने पर स्टूडेंट्स को एक्स्ट्रा बेनिफिट मिल सकता है.
भारत में हाईएस्ट पेइंग एमबीए जॉब्स
- स्टूडेंट्स को विभिन्न बैंक जॉब्स के लिए भारत के टॉप बैंक एग्जाम्स पास करने होते हैं जैसेकि:
- नाबार्ड (नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट) ग्रेड ए और बी ऑफिसर
- एसबीआई (स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया) पीओ
- एसबीआई क्लर्क
- आरबीआई (रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया) ग्रेड बी ऑफिसर
- आईबीपीएस (इंस्टीट्यूट ऑफ़ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन) पीओ
- आईबीपीएस क्लर्क
- आरबीआई ऑफिस असिस्टेंट
भारत में बैंकिंग से संबंधित विभिन्न कोर्सेज करवाने वाले टॉप एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स
भारत में आप निम्नलिखित एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स से बैंकिंग से संबंधित विभिन्न डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्सेज कर सकते हैं:
- TKWs इंस्टीट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस, नई दिल्ली
- इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नॉएडा, उत्तर प्रदेश
- हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, चेन्नई, तमिलनाडु
- मैसूर यूनिवर्सिटी, मैसूर, कर्नाटक
- सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ़ एप्लाइड साइंसेज, इंदौर, मध्य प्रदेश
- राजीव गांधी यूनिवर्सिटी, ईटानगर
- महाराजा सूरजमल इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
भारत में प्राइवेट बैंक्स में प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स/ करियर ऑप्शन्स
हमारे देश में अर्थव्यवस्था के सतत विकास के साथ ही बैंकिंग सेक्टर को भी लगातार बढ़ावा मिल रहा है. ऐसे में, देश के विभिन्न सरकारी और प्राइवेट बैंकों में भी कई करियर ऑप्शन्स/ जॉब प्रोफाइल्स उपलब्ध हैं जो इंटरनेट, डिजिटलीकरण और ई-बैंकिंग के कारण और ज्यादा महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं. हमारे बैंकिंग सेक्टर में अब प्रोबेशनरी ऑफिसर, क्लर्क और सपोर्ट स्टाफ के अलावा भी कई आकर्षक और विशेष करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं जैसेकि:
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- बैंक ब्रांच मैनेजर
ये पेशेवर अपनी बैंक ब्रांच के ओवर-ऑल इंचार्ज होते हैं जो बैंक के समस्त कामकाज और सुचारू संचालन के लिए जिम्मेदार होते हैं. क्लाइंट्स अपनी विभिन्न समस्याओं और बैंकिंग सेवाओं में किसी भी प्रकार की कमी के बारे में इन्हें अवगत करा सकते हैं.
- कैश मैनेजमेंट ऑफिसर
ये पेशेवर अपने क्लाइंट्स के लिए बैंक में कैश की व्यवस्था करते हैं और बैंक के कैश फ्लो को बनाये रखने के साथ ये पेशेवर क्लाइंट्स की कैश नीड्स, लागत, लाभ और जोखिम का विश्लेषण करके कैश के संबंध में बैंक की नीतियां निर्धारित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.
- क्रेडिट ऑफिसर
ये पेशेवर संबद्ध बैंक के क्लाइंट्स और कॉर्पोरेट क्लाइंट्स के लोन से संबंधित सभी कामकाज संभालते हैं. ये पेशेवर अपने बैंक क्लाइंट्स का इंटरव्यू लेकर लोन हासिल करने के लिए क्लाइंट्स की एलिजिबिलिटी का पता करते हैं और बैंक की बैलेंस शीट का मुल्यांकन भी करते हैं.
- कॉर्पोरेट बैंकिंग ऑफिसर
ये पेशेवर नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के बड़े ब्रांड्स और कॉर्पोरेट हाउसेस को उनकी जरूरत के मुताबिक बैंकिंग सर्विसेज और बैंक फैसिलिटीज़ उपलब्ध करवाते हैं.
- बैंक क्लर्क/ सपोर्ट स्टाफ
ये पेशेवर अपने बैंक में पब्लिक डीलिंग से संबद्ध सभी कामकाज देखते हैं. बैंक के क्लाइंट्स को लेन-देन के सभी किस्म के कार्यों में मदद देने के साथ-साथ ये पेशेवर बैंक क्लाइंट्स को सारी जरुरी जानकारी और विभिन्न बैंक प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की जानकारी भी प्रदान करते हैं.
भारत के प्राइवेट सेक्टर बैंक्स में जॉब हायरार्की:
बैंकिंग सेक्टर में जॉब पाने के लिए कुछ जरूरी स्किल्स
हमारे देश में प्राइवेट सेक्टर के बैंक्स में विभिन्न करियर ऑप्शन्स और जॉब प्रोफाइल्स के लिए आमतौर पर निम्नलिखित हायरार्की लेवल होता है. हालांकि, अलग-अलग बैंकों में विभिन्न पोस्ट्स के लिए अलग पदनाम या डेसिग्नेशन हो सकते हैं:
- एनालिस्ट
- एसोसिएट
- सीनियर एसोसिएट
- असिस्टेंट वाईस प्रेजिडेंट
- वाईस प्रेजिडेंट
- सीनियर/ एग्जीक्यूटिव वाईस प्रेजिडेंट
- एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
- मैनेजिंग डायरेक्टर
- रीजनल लेवल सीएक्सओ
- ग्लोबल सीएक्सओ लेवल
भारत में प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर में मिलता है यह सैलरी पैकेज
हमारे देश में प्राइवेट बैंक्स में पेशेवरों को उनकी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन, वर्क एक्सपीरियंस और जॉब प्रोफाइल के मुताबिक सैलरी पैकेज दिया जाता है. किसी सीनियर लेवल के ऑफिसर को एवरेज 12 – 15 लाख रुपये सालाना का सैलरी पैकेज मिलता है तो मिडल लेवल के ऑफिसर को एवरेज 8 -10 लाख सालाना का सैलरी पैकेज मिलता है. क्लर्क को भी एवरेज 4 – 6 लाख रुपये का सालाना सैलरी पैकेज मिलता है. इसी तरह सपोर्ट स्टाफ जैसेकि अटेंडेंट आदि को भी एवरेज 15 – 18 हजार रुपये मासिक वेतन मिलता है.
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