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एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री

 यदि किसी की चीजों को गहराई से देखने में रूचि है, उसमें सृजनात्मकता है और छोटी सी चीज को महत्वपूर्ण बना कर पेश करने का हुनर है, तो वह विज्ञापन के क्षेत्र में सुनहरा भविष्य बना सकता है। इसमें विभिन्न प्रकार के अवसर मौजूद हैं।

यदि किसी की चीजों को गहराई से देखने में रूचि है, उसमें सृजनात्मकता है और छोटी सी चीज को महत्वपूर्ण बना कर पेश करने का हुनर है, तो वह विज्ञापन के क्षेत्र में सुनहरा भविष्य बना सकता है। इसमें विभिन्न प्रकार के अवसर मौजूद हैं। मार्केट में वृद्धि ने एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री में तेजी के साथ विस्तार में योगदान दिया है। इसके साथ ही निर्माताओं द्वारा एडवरटाइजिंग या विज्ञापन को अपने उत्पाद के प्रचार-प्रसार के लिए जरूरी मानना तथा एडवरटाइजिंग के माध्यमों में विस्तार ने भी इस इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया है।

कार्य
एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री का कार्यक्षेत्र बहुत ही विस्तृत व अलग है। यह क्षेत्र ग्लैमरस होने के साथ ही चैलेजिंग भी है। इसमें काम का मुख्य आधार विचार और क्रिएटिविटी है। इसी के जरिए क्लांइट व टारगेटेड उपभोक्ता को संतुष्ट करना होता है।

योग्यता
इस क्षेत्र में प्रोफेशनल योग्यता से अधिक क्रिएटिविटी महत्व रखती है। प्रोफेशनल कोर्सेज करने के लिए कम से कम बारहवीं पास होना अनिवार्य है।

व्यक्तिगत गुण
इस क्षेत्र में भविष्य तलाश करने वाले में रचनात्मकता (creativity) लिखने में प्रवाह तथा अपनी विचारों को दृश्यमान रूप में परिवर्तित करने की छमता होनी चाहिए। उसे बातचीत की कला में माहिर होना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त उसे दूरदर्शी व क्रिएटिव होना चाहिए। मामूली से प्रोडक्ट को भी खूबियों के साथ पेश करना बखूबी आना चाहिए। साथ ही अपने आसपास घटने वाली घटनाओं की जानकारी भी होनी चाहिए।

अवसर
इस क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। एडवरटाइजिंग एजेंसी से लेकर मार्केट रिसर्च एजेंसी और कंपनियों में करियर  के विकल्प हैं। इसके अलावा रेडियो, टेलीविजन, अखबार व मैगजीन के एडवरटाइजिंग सेक्शन में नौकरी तलाशा जा सकता है। प्राइवेट व पब्लिक सेक्टर की कंपनियों में भी अलग से एडवरटाइजिंग डिपार्टमेंट होते हैं। चाहें, तो वहां भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।

चुनौतियां
इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले छात्रों को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। मसलन, शुरुआती दौर में छात्रों को काफी संघर्ष करना पडता है। बाद में उन्हें काफी अच्छी सैलरी मिलती है। हिन्दीभाषी छात्रों को इस क्षेत्र में सफल होने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है।

कमाई
एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री में करियर बनाने वाला व्यक्ति 9 हजार से 15  हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से कमा सकता है। अगर किसी ने एडवरटाइजिंग के क्षेत्र में प्रोफेशनल ट्रेनिंग ली है, तो 15 हजार से लेकर 20 हजार रुपये प्रतिमाह कमाए जा सकते हैं। सैलरी एजेंसी व कंपनी पर भी निर्भर करती है।

कोर्स
बीए इन एडवरटाइजिंग
मार्केटिंग ऐंड एडवरटाइजिंग
पीजी डिप्लोमा इन एडवरटाइजिंग
मास्टर ऑॅफ एडवरटाइजिंग ऐंड पब्लिक रिलेशन मैनेजमेंट
सर्टिफिकेट कोर्स 

प्रशिक्षण
इस कोर्स के अंतर्गत छात्रों को प्रोडक्ट व उपभोक्ता के बीच रिश्ता कायम करना सिखाया जाता है। इसके अतिरिक्त छात्रों को इस बात का भी प्रशिक्षण दिया जाता है कि किसी प्रोडक्ट को कैसे प्रजेंट किया जाए, ताकि उपभोक्ता उसे खरीदने पर मजबूर हो जाए।

संस्थान
1. जागरण इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड मास कम्युनिकेशन नोएडा, कानपुर
2. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, दिल्ली
3. जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली
4. कमला नेहरू कॉलेज, दिल्ली
5. जानकीदेवी महाविद्यालय, दिल्ली
6. कालिंदी कॉलेज, दिल्ली
7. विवेकानंद कॉलेज, दिल्ली
8. दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट ऐंड कॉमर्स, दिल्ली
9. वाईएमसीए, बंग्लासाहिब लेन, दिल्ली
10. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म, जनकपुरी, नई दिल्ली
11. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवरटाइजिंग, भीकाजी कामा प्लेस, दिल्ली
12. साउथ दिल्ली पॉलिटेक्निक फॉर वुमेन
13. गया कॉलेज, बिहार
14. पटना वीमन कॉलेज, पटना।

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