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सीडीएस - सम्मिलित रक्षा सेवा

 जिसमें त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और किसी भी समस्या को पल भर में सुलझाने की योग्यता के साथ कुछ कर गुजरने की ललक हो, वह सम्मिलित रक्षा सेवा या कम्बाइंड डिफेंस सर्विस के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हो सकता है। डिफेंस सर्विस में उपर्युक्त गुणों से संपन्न लोगों को वरीयता दी जाती है।

जिसमें त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और किसी भी समस्या को पल भर में सुलझाने की योग्यता के साथ कुछ कर गुजरने की ललक हो, वह सम्मिलित रक्षा सेवा या कम्बाइंड डिफेंस सर्विस के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हो सकता है। डिफेंस सर्विस में उपर्युक्त गुणों से संपन्न लोगों को वरीयता दी जाती है। 

योग्यता
इंडियन मिलिट्री एकेडमी, ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी की परीक्षा में शामिल होने के लिए मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी विषय में स्नातक होना जरूरी है। वहीं नेवॅल एकेडमी के लिए भौतिकी और गणित के साथ स्नातक होना चाहिए। एयरफोर्स एकेडमी की परीक्षा के लिए अभ्यर्थी ग्रेजुएट होने के साथ ही बारहवीं में गणित और भौतिकी विषय अवश्य पढ़ा हो।

आवश्यक गुण
चयनित युवाओं को कठिन प्रशिक्षण के दौर से गुजर कर खुद को देश की सुरक्षा के लिए तैयार करना पड़ता है। इस क्षेत्र में कर्तव्यनिष्ठता के साथ पैसा और शोहरत तो है ही, वहीं तमाम चुनौतियां भी हैं। मसलन सीमा पर दुश्मनों का सामना करने के लिए हमेशा तत्पर रहना, न्यूनतम अथवा अधिकतम तापमान पर सीमा की पहरेदारी करना, आंतरिक सुरक्षा और शांति के लिए आतंकवाद जैसी अहम चुनौतियों का मुकाबला करना आदि। हर परिस्थितियों में काम कर सकने की क्षमता भी जरूरी है।

परीक्षा  पैटर्न
परीक्षा दो चरणों में होती है । पहले लिखित परीक्षा, उसमें पास होने के बाद इंटरव्यू । लिखित परीक्षा में इंग्लिश, जनरल नॉलेज और एलिमेंट्री मैथमेटिक्स के प्रश्न पूछे जाते हैं । हर प्रश्नपत्र दो घंटे और सौ अंकों के  होते हैं । ऑफिसर्स ट्रेनिंग कोर्स की परीक्षा में मैथमेटिक्स के प्रश्न शामिल नहीं किए जाते हैं । परीक्षा में सिर्फ वस्तुनिष्ठ प्रश्न ही पूछे जाते हैं ।

सिलेबस और तैयारी
  • अंग्रेजी:  इस प्रश्नपत्र में अभ्यर्थियों से इंग्लिश भाषा की अच्छी जानकारी की उम्मीद की जाती है। इसकी तैयारी के लिए स्टैंडर्ड ग्रामर पढ़नी चाहिए। साथ ही शब्दों के सही प्रयोग का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
  • जनरल नॉलेज: इसमें समसामयिक घटनाओं के अलावा साइंस, इतिहास, भूगोल, भारतीय संविधान आदि से संबंधित सामान्य स्तर के प्रश्न पूछे जाते हैं। इस विषय की तैयारी के लिए बारहवीं तक की एनसीईआरटी की पुस्तकें अवश्य पढ़ें। समसामयिक ज्ञान के लिए जहां तक संभव हो सके, समाचार पत्र एवं पत्रिकाएं पढ़ें, और प्रत्येक दिन की घटनाओं के नोट्स बनाएं। इससे परीक्षा के समय रिवीजन करने में सुविधा होगी। इसके अतिरिक्त टीवी और रेडियो पर न्यूज सुनने की भी आदत डालें। सरकारी योजनाओं से संबंधित जानकारी को अपडेट रखें।
 • एलिमेंट्री मैथमेटिक्स: इसमें एरिथमैटिक्स, एलजेब्रा, ट्रिग्नोमेट्री, ज्योमेट्री, मेन्सूरेशन और स्टैटिस्टिक्स से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। मैथमेटिक्स में रुचि रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए इस पेपर में अंक लाना अपेक्षाकृत आसान होता है। इस पेपर में प्रैक्टिस ज्यादा मायने रखती है।  तैयारी के दौरान समय-सीमा के भीतर प्रश्नों को हल करने का पर्याप्त अभ्यास करना चाहिए। इससे परीक्षा में न सवाल छूटेंगे, और न ही समय की कमी का दबाव रहेगा।
 • पर्सनैलिटी टेस्ट: लिखित परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इसके अंतर्गत ग्रुप टेस्ट भी होते हैं, जिनमें ग्रुप डिस्कशन, ग्रुप प्लानिंग, आउटडोर ग्रुप टास्क आदि के माध्यम से अभ्यर्थियों की क्षमता का परीक्षण किया जाता है। अपनी जिंदगी को इस तरह ढालें कि इस तरह के परीक्षण के लिए कभी भी तैयार रह सकें। वैसे बाजार में इससे संबंधित प्रशिक्षण के लिए कोचिंग की भी सुविधा है, जहां पर विशेषज्ञों से परामर्श लिया जा सकता है।

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