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क्रिमिनोलॉजिस्ट

 आर्थिक विकास, तकनीकी प्रगति और सभ्य होते जाने के बावजूद अपराध में वृद्धि हो रही है। अपराध बढ़ने के साथ ही अपराधों की छानबीन के क्षेत्र में करियर बनाने अर्थात क्रिमिनोलॉजिस्ट बनने के अवसर भी बढ़ रहे हैं। क्रिमिनोलॉजिस्ट का काम होता है घटना स्थल से अपराधी के खिलाफ सबूत जुटाने में जांच दल की मदद करना। यह जॉब चैलेंजिंग है, परंतु तेजी से लोकप्रिय हो रहा करियर विकल्प भी है।

आर्थिक विकास, तकनीकी प्रगति और सभ्य होते जाने के बावजूद अपराध में वृद्धि हो रही है। अपराध बढ़ने के साथ ही अपराधों की छानबीन के क्षेत्र में करियर बनाने अर्थात क्रिमिनोलॉजिस्ट बनने के अवसर भी बढ़ रहे हैं। क्रिमिनोलॉजिस्ट का काम होता है घटना स्थल से अपराधी के खिलाफ सबूत जुटाने में जांच दल की मदद करना। यह जॉब चैलेंजिंग है, परंतु तेजी से लोकप्रिय हो रहा करियर विकल्प भी है।

योग्यता और कोर्स
क्रिमिनोलॉजी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए बीए या बीएससी इन क्रिमिनोलॉजी में एडमिशन लिया जा सकता है। इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष है। इसके लिए आर्ट या साइंस में बारहवीं पास होना अनिवार्य है। इसके अलावा, पोस्ट ग्रेजुएट, डिग्री या डिप्लोमा इन क्रिमिनोलॉजी भी कर सकते हैं, जिसके लिए आर्ट या साइंस विषय में स्नातक डिग्री आवश्यक है। कुछ प्रचलित कोर्स निम्नलिखित हैं:

  1. बीए/बीएससी इन क्रिमिनोलॉजी (3 वर्ष)
  2. एमए/एमएससी इन क्रिमिनोलॉजी (2 वर्ष)
  3. पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन क्रमिनोलॉजी (1 वर्ष)

आवश्यक गुण
क्रिमिनोलाजिस्ट का कार्य काफी रहस्य भरा और चुनौतीपूर्ण होता है। अगर इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त करनी है, तो व्यक्ति को मानसिक स्तर पर मजबूत एवं परिश्रमी होना चाहिए तथा टीम-वर्क में काम करना आना चाहिए। इस क्षेत्र में गलतियों की कोई जगह नहीं होती। इसके अलावा लॉजिक व प्रैक्टिकल सोच का होना भी आवश्यक है।

अवसर
क्राइम में बढ़ोतरी को देखते हुए माना जा रहा है, कि सन् 2014 तक इस क्षेत्र में ऐसे प्रोफेशनल्स की बहुत जरूरत पड़ेगी। क्रिमिनोलॉजी से संबंधित कोर्स करने के बाद क्राइम इंटेलिजेंस एनालिस्ट, लॉ रिफॉर्म रिसर्चर, कम्युनिटी करेक्शन कोऑर्डिनेटर, ड्रग पॉलिसी एडवाइजर, कंज्यूमर एडवोकेट, इनवायरनमेंट प्रोटेक्शन एनालिस्ट के पद पर काम किया जा सकता है। इसके अलावा क्रिमिनोलॉजिस्ट पब्लिक व प्राइवेट कंपनियों, सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट, एनजीओ, रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन, प्राइवेट सिक्योरिटी तथा डिटेक्टिव एजेंसियों में रोजगार प्राप्त कर सकता है। वह काउंसलर तथा फ्रीलांसर के तौर पर भी कार्य कर सकता है।

कमाई
भारत में एक क्रिमिनोलॉजिस्ट शुरुआती स्तर पर प्रतिमाह 10 से 15 हजार रुपये कमा सकता है। अनुभव प्राप्त करने के बाद 20 से 25 हजार रुपये आसानी से कमाए जा सकते हैं। इसके अलावा, फ्रीलांसर के तौर पर वह केस की जरूरत के अनुसार अपनी फीस तय कर सकता है। भारत की तुलना में विदेशों में क्रिमिनोलॉजिस्ट की मांग ज्यादा है। बेहतर वेतन के से संबंधित कोर्स करने के बाद नौकरी के लिए विदेश में भी अवसर मिल सकता है।

संस्थान 
 1. लोक नायक जयप्रकाश नारायण नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी ऐंड फॉरेंसिक साइंस 
 2. पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ 
 3. यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ
 4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी ऐंड फॉरेंसिक साइंस, दिल्ली
 5. ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवॅलपमेंट, मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर, नई दिल्ली
 6. डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर
 7. लॉ स्कूल, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
 8. मदुरई कामराज यूनिवर्सिटी
 9. टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस, मुंबई
 10. डिपार्टमेंट ऑफ क्रिमिनॉलोजी एंड फॉरेंसिक साइंस, कर्नाटक यूनिवर्सिटी
 11. यूनिवर्सिटी ऑफ जम्मू
 12. यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास
 13. पटना यूनिवर्सिटी
 14. आंध्र यूनिवर्सिटी

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