पूरे विश्व में आजकल ब्राडकास्टिंग एक निरंतर चलने वाली प्रोसेस है और इस वजह से ही ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग का भी लगातार इस्तेमाल होता है. अगर आप ब्रॉडकास्ट इंजीनियर बनना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है. भारत में ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग के करियर स्कोप के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए यह आर्टिकल जरुर पढ़ें.
देश-दुनिया में आजकल जीवन के हरेक क्षेत्र में होने वाली तरक्की की वजह से हम एजुकेशन और करियर की फील्ड में रोज़ाना नए-नए विकास के आयाम देखते हैं. इंजीनियरिंग भी इसका अपवाद नहीं है और अब इंजीनियरिंग की फील्ड में भी हम इंजीनियरिंग की कई नई ब्रांचेज़ देख सकते हैं. पहले जहां इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और सिविल इंजीनियरिंग के तहत हम इंजीनियरिंग के विभिन्न आस्पेक्ट्स को समझते थे, आजकल वहीँ हम इंजीनियरिंग में कई अन्य स्पेसिफिक इंजीनियरिंग कोर्सेज को भी देख रहे हैं जैसेकि, एयरोस्पेस/ एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, मरीन इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग, न्यूक्लियर इंजीनियरिंग, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, बायोकेमिकल इंजीनियरिंग, चेम्सिअल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग. इस आर्टिकल में हम ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग से संबंधित विभिन्न आस्पेक्ट्स पर एक चर्चा कर रहे हैं. आइये जानते हैं कि ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग क्या है और आज के संदर्भ में, भारत में इस फील्ड में करियर ऑप्शन्स और करियर ग्रोथ की कितनी संभावनाएं हैं?.....
ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग क्या है?
आजकल देश-दुनिया में ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग की एक महत्त्वपूर्ण ब्रांच बन चुकी है क्योंकि पूरी दुनिया में लगातार 24x7 न्यूज़, व्यूज़ और एंटरटेनमेंट की ब्रॉडकास्टिंग होती ही रहती है. ऐसे में, आप बड़ी आसानी से आज के दौर में ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग के महत्त्व और योगदान का अनुमान लगा सकते हैं. वास्तव में, ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग में विभिन्न ऑडियो-विजूअल्स, रेडियो और टीवी में विभिन्न कार्यक्रमों की ब्रॉडकास्टिंग के दौरान साउंड रेंज, साउंड क्लैरिटी, कलर इम्पैक्ट और सिग्नल स्ट्रेंथ को समुचित लेवल पर रखने के लिए विभिन्न इक्विपमेंट्स को ऑपरेट और रेगुलेट किया जाता है. ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की एक ऐसी फील्ड हैं जिसमें इलेक्ट्रोमेग्नेटिक वेव्स को रेडियो और टीवी सिग्नलस ब्रॉडकास्ट करने के लिए समुचित तरीके से इस्तेमाल किया जाता है. आज के दौर में हम दिन-रात रेडियो और टीवी पर रियल टाइम न्यूज़ रिपोर्टिंग, लाइव शोज़/ परफॉरमेंसेस, इंटरव्यूज़, इवेंट्स और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग पर काफी हद तक निर्भर हैं.
ब्रॉडकास्ट इंजीनियर का जॉब प्रोफफाइल/ करियर ऑप्शन्स
जो पेशेवर ब्रॉडकास्टिंग से संबंधित विभिन्न कार्य करते हैं, वे ब्रॉडकास्ट इंजीनियर या ब्रॉडकास्ट तकनीशियन कहलाते हैं. ये पेशेवर रेडियो, टेलीविज़न और अन्य किस्म के ऑडियो-विजूअल्स में साउंड रेंज, साउंड क्लैरिटी, कलर स्कीम और कलर इम्पैक्ट के साथ सिग्नल स्ट्रेंथ से जुड़े विभिन्न काम देखते हैं. ये पेशेवर ब्रॉडकास्टिंग इक्विपमेंट्स को मेंटेन रखते हैं और जरूरत पड़ने पर रिपेयर और अपग्रेड भी करते हैं ताकि पब्लिक के पास निर्बाध रूप से सारी सूचना और जानकारी तुरंत पहुंच सके.
जानिये कैसे बनें एक सफल सरकारी इंजीनियर ?
भारत में ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग की फील्ड में निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स/ करियर ऑप्शन्स मौजूद हैं:
- ब्रॉडकास्ट इंजीनियर – फ्रेशर
- ब्रॉडकास्ट इंजीनियर – अनुभवी
- ब्रॉडकास्ट डिज़ाइन इंजीनियर
- ब्रॉडकास्ट सिस्टम इंजीनियर
- ब्रॉडकास्ट मेंटेनेंस इंजीनियर
- ब्रॉडकास्ट IT इंजीनियर
- ब्रॉडकास्ट नेटवर्क इंजीनियर
- वीडियो ब्रॉडकास्ट इंजीनियर
- रिमोट ब्रॉडकास्ट इंजीनियर
- टीवी स्टूडियो ब्रॉडकास्ट इंजीनियर
- असिस्टेंट चीफ इंजीनियर
- चीफ इंजीनियर
ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग से संबंधित एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
हमारे देश में किसी मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से मैथ्स और फिजिक्स के साथ साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास स्टूडेंट्स ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट लेवल के कोर्सेज कर सकते हैं. इस इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स को AIEEE या स्टेट लेवल का अन्य कोई एंट्रेंस एग्जाम भी जरुर पास करना पड़ता है. ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग में स्टूडेंट्स ऑनलाइन डिग्री/ डिप्लोमा कोर्सेज भी कर सकते हैं. कुछ महत्त्वपूर्ण एजुकेशनल कोर्सेज निम्नलिखित हैं:
- बैचलर डिग्री – इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग
- बैचलर डिग्री – टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग
- बैचलर डिग्री – इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
- बैचलर डिग्री – ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग/ टेक्नोलॉजी
- बैचलर डिग्री – कंप्यूटर इंजीनियरिंग
एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बनाएं अपना शानदार करियर
भारत में इन टॉप इंस्टीट्यूट्स से करें ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग से संबद्ध विभिन्न कोर्सेज
भारत में निम्नलिखित प्रमुख एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग में विभिन्न डिग्री और डिप्लोमा कोर्सेज करवाते हैं:
- ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग सोसाइटी, नई दिल्ली/ बैंगलोर
- इंडियन फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट, मेरठ
- सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ़ मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पुणे
- ज़ी इंस्टीट्यूट ऑफ़ मीडिया आर्ट्स, मुंबई
- वीगन एंड लीघ कॉलेज, इंडिया (नागपुर/ भुबनेश्वर/ हैदराबाद)
ब्रॉडकास्ट इंजीनियर्स को मिलता है बढ़िया सैलरी पैकेज
आजकल ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पेशेवरों को भारत में काफी आकर्षक सैलरी पैकेज ऑफर किये जाता है. शुरू में इन पेशेवरों को एवरेज 20 – 25 हजार रुपये मासिक मिलते हैं और कुछ वर्षों के अनुभव के बाद ये पेशेवर एवरेज 4.15 लाख रुपये का सालाना सैलरी पैकेज लेते हैं. इस फील्ड में 10 वर्ष का अनुभव हो जाने पर इन पेशेवरों को आमतौर पर 50-60 हजार रुपये मासिक का सैलरी पैकेज मिलता है.
सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर करियर ऑप्शन
ब्रॉडकास्ट इंजीनियर्स यहां करें अप्लाई
भारत में ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग में सूटेबल डिग्री या डिप्लोमा कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स आकाशवाणी, विविधभारती, FM चैनल्स, दूरदर्शन, आजतक, ज़ी ग्रुप, NDTV, सोनी ग्रुप जैसे विभिन्न नेशनल या लोकल टीवी चैनल्स के साथ विभिन्न ऑडियो-विजूअल्स एजेंसीज़ में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा, ब्रॉडकास्टिंग इक्विपमेंट्स मैन्युफैक्चरिंग और मेंटेनेंस से जुड़ी इंडस्ट्रीज के साथ विभिन्न प्राइवेट या सरकारी सेक्टर्स में ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग से संबद्ध डिपार्टमेंट्स या फ़ील्ड्स में भी ये पेशेवर जॉब ऑफर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
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