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ITI कोर्स: रेडियो और टीवी मैकेनिक बनकर संवारें अपना करियर

 चूंकि कई दशकों से रेडियो और टीवी हमारे दैनिक जीवन का एक अविभाज्य हिस्सा बन चुके हैं और जब उनमें से एक भी अपना काम करना बंद कर देता है, तो यह काफी बोरिंग टाइम  हो जाता है और हम चाहते हैं कि कोई मैकेनिक जल्दी से हमारे ख़राब रेडियो या टीवी की मरम्मत कर दे...... तो कैसा रहे अगर आप खुद एक रेडियो और टीवी मैकेनिक बन जायें?

एक परिचय

हम सभी अपने जीवन में रेडियो और टीवी के महत्व को बहुत बचपन से ही समझने लगते हैं. चूंकि कई दशकों से रेडियो और टीवी हमारे दैनिक जीवन का एक अविभाज्य हिस्सा बन चुके हैं और जब उनमें से एक भी अपना काम करना बंद कर देता है, तो यह काफी बोरिंग टाइम  हो जाता है और हम चाहते हैं कि कोई मैकेनिक जल्दी से हमारे ख़राब रेडियो या टीवी की मरम्मत कर दे......तो कैसा रहे अगर आप खुद एक रेडियो और टीवी मैकेनिक बन जायें? अब अक्सर स्टूडेंट्स के सामने यह दिक्कत भी आती है कि एक रेडियो और टीवी मैकेनिक बनने के लिए वे आखिर कौन-सा कोर्स करें? दरअसल अपने पेशे में कोई एजुकेशनल डिग्री/ डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करने पर हम उस काम में एक्सपर्ट बन जाते हैं. आपको यह जानकर ख़ुशी होगी कि वर्ष 1950 से हमारे देश में 10वीं और 12वीं पास स्टूडेंट्स को विभिन्न ट्रेड्स में वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ़ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप, भारत सरकार के तहत डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ एम्पलॉयमेंट एंड ट्रेनिंग (DGET) ने देश के विभिन्न राज्यों  में इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (ITIs) और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर्स (ITCs) स्थापित किये हैं और अगर स्टूडेंट्स 10वीं/ 12 वीं क्लास पास करने के बाद किसी ITI से मनचाही फील्ड में ट्रेनिंग कोर्स कर लेते हैं तो वे कभी बेरोजगार नहीं रह सकते और अन्य जॉब सीकर्स की तुलना में उन स्टूडेंट्स को  जॉब मिलने की संभावना अधिक रहती है क्योंकि उन स्टूडेंट्स के पास अपनी वर्क फील्ड में प्रोफेशनल ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट होता है.    

रेडियो और टीवी मैकेनिक बनने के लिए जरूरी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

रेडियो और टीवी मैकेनिक बनने के लिए हमारे देश में किसी ITI में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स ने किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से अपनी 10वीं क्लास साइंस विषय के साथ पास की हो या स्टूडेंट्स के पास कोई समकक्ष योग्यता हो. इसी तरह, स्टूडेंट्स 16 – 25 वर्ष के बीच के आयु वर्ग के हों (आरक्षित वर्गों को अधिकतम आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट दी गई है). स्टूडेंट्स अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (AITT) देते हैं जिसमें पास होने वाले स्टूडेंट्स को नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (NTC) दिया जाता है.

यहां से भी कर सकते हैं रेडियो और टीवी मैकेनिक का कोर्स

रेडियो और टीवी मैकेनिक बनने के इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए एक और खुशखबरी यह भी है कि मिनिस्ट्री ऑफ़ लेबर एंड एम्पलॉयमेंट, भारत सरकार की अपरेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम के तहत स्टूडेंट्स “मैकेनिक रेडियो एंड टीवी” ट्रेड ट्रेनिंग कोर्स भी कर सकते हैं. किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से साइंस विषय के साथ 10वीं क्लास पास स्टूडेंट्स या कोई समकक्ष योग्यता रखने वाले स्टूडेंट्स 3 वर्ष की अवधि वाले इस ट्रेनिंग कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. ITI या ITC से इस फील्ड में ट्रेंड स्टूडेंट्स को 2 वर्ष की छूट भी दी जाती है.

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रेडियो और टीवी मैकेनिक के पेशे के लिए जरुरी स्किल सेट

जिस तरह दुनिया में किसी भी पेशे के लिए कुछ निर्धारित स्किल्स आवश्यक होते हैं वैसे ही एक कुशल रेडियो और टीवी मैकेनिक बनने के लिए भी कैंडिडेट्स या जॉब सीकर्स के पास निम्नलिखित स्किल-सेट होना चाहिए:

  • इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स की आयु कम से कम 16 वर्ष होनी चाहिए.
  • स्टूडेंट्स या पेशेवरों को कम से कम 2 भाषायें तो जरुर आती हों.
  • मैकेनिकल स्किल्स बढ़िया होने चाहिए.
  • अपने हाथों और उंगलियों का इस्तेमाल करने में कुशल हों.
  • अपने पेशे और फील्ड की काफी अच्छी जानकारी रखते हों.
  • टीम वर्क भी है जरुरी.
  • कलर विज़न और हियरिंग अबिलिटीज़ बेहतरीन हों.
  • अपने पेशे और फील्ड में दिलचस्पी रखते हों.

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रेडियो और टीवी मैकेनिक के प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स

यूं तो रेडियो और टीवी मैकेनिक का प्रमुख काम रेडियो और टीवी को बनाना या रिपेयर करना ही होता है लेकिन इस फील्ड से जुड़े प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स निम्नलिखित हैं:

  • रेडियो और टीवी मैकेनिक – ये पेशेवर रेडियो और टीवी सेट बना सकते हैं या खराब रेडियो और टीवी सेट्स को रिपेयर करने का काम करते हैं.
  • रेडियो नेटवर्क ऑप्टिमाइज़र – ये पेशेवर रेडियो नेटवर्क की कवरेज, कैपेसिटी और सर्विस क्वालिटी से संबंधित विभिन्न काम देखते हैं. इसे RAN ऑप्टिमाइजेशन अर्थात रेडियो एक्सेस नेटवर्क ऑप्टिमाइजेशन के नाम से भी जाना जाता है.
  • सिस्टम डिबगर – ये पेशेवर रेडियो और टीवी सिस्टम के डिबगिंग टूल्स को हैंडल करते हैं.
  • मीडिया टेक्नीशियन – ये पेशेवर ऑडियो-विजुअल मटीरियल्स और इक्विपमेंट्स को ऑपरेट, मेंटेन और ट्रबलशूट करते हैं. मीटिंग्स, लेक्चर्स और सेमिनार्स में ये पेशेवर ऑडियो-विजुअल इक्विपमेंट्स को लगाते और हैंडल करते हैं.
  • इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नीशियन - ये पेशेवर विभिन्न किस्म के इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स डिज़ाइन, तैयार, टेस्ट, मैन्युफैक्चर, इनस्टॉल और रिपेयर करते हैं.

रेडियो और टीवी मैकेनिक को मिलता है इतना मासिक वेतन

अगर किसी पेशेवर ने ITI से डिप्लोमा कोर्स किया हो तो शुरू में उसे कम से कम 7 हजार रुपये मासिक मिलते हैं जो कुछ वर्षों के अनुभव के बाद एवरेज 17 हजार रुपये मासिक या उससे अधिक हो जाते हैं. इसके अलावा किसी सरकारी संगठन में लागू ग्रेड वेतन मान के साथ अन्य भत्ते भी मिलते हैं.

रेडियो और टीवी मैकेनिक यहां कर सकते हैं जॉब

रेडियो और टीवी मैकेनिक का कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स निम्नलिखित रिक्रूटर्स के पास जॉब के अवसर तलाश कर सकते हैं:

  • रेडियो और टेलीविज़न मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स
  • रेडियो और टेलीविज़न रिपेयरिंग शॉप्स/ वर्कशॉप्स
  • सरकारी कार्यालय और संगठन
  • रेडियो और टीवी सेलिंग आउटलेट्स/ शॉप्स एंड शोरूम्स

रेडियो और टीवी मैकेनिक शुरू कर सकते हैं अपना कारोबार

जी हां! अगर आपने रेडियो और टीवी मैकेनिक की प्रोफेशनल ट्रेनिंग हासिल की है और आप किसी कंपनी या संगठन में जॉब नहीं करना चाहते हैं तो आप एक रेडियो और टीवी मैकेनिक के तौर पर अपना पेशा भी शुरू कर सकते हैं या फिर रेडियो एंड टीवी रिपेयर शॉप खोल सकते हैं. इस फील्ड में कुछ वर्षों के कार्य अनुभव के बाद और इस फील्ड में आपकी साख बन जाने पर आपकी कमाई भी बढ़िया हो जायेगी.

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