10 ways to memorize anything
1. आत्मविश्वास
- कहा जाता है आत्मविश्वास सफलता की कुंजी है जी हाँ यह सच है, यदि आप सफल होना चाहते है तो सर्वप्रथम आत्मविश्वास जरुरी है आपने ये भी जरूर ही सुना होगा कि आधी जंग आत्मविश्वास से ही जीत ली जाती है, तो अपने ऊपर यकीन करें कि आप कर सकते है हममें से ज्यादातर लोग यह कहते रहते है “मुझे याद नहीं होता” पढते वक्त भी अपने मन में कहते रहते है “मुझे याद नहीं होगा”
- याद रखिये हमारा दिमाग वही काम करता है जो इसे हम करने को कहते है यदि हम कहेंगें कि हमें याद करना है तो दिमाग याद कर लेगा अगर पहले ही कह देंगें याद नहीं होगा तो याद नहीं करेगा इसीलिये अपने आप से कहना शुरु कीजिये “मुझे सब याद रहता है”,”मुझे याद हो जायेगा”, “मुझे याद है” और विश्वास कीजिये अपने दिमाग पर वो सब याद कर सकता है, फिर देखिये चमत्कार आपको सब याद रहने लगेगा
2. दोहराव [Revision]
- दोहराव के महत्व आप भलीभांति परचित है परन्तु शायद आप को पता ना हो कि यदि दोहराव समय पर ना हो तो आप को नुकसान हो सकता है, क्या आप जानते है कि आज जो आप पढेंगें उसका 50% भाग आप कल भूल जायेंगे या कभी-कभी सिर्फ 20% ही आप को याद रहेगा
- इससे बचने के लिये आप को दोहराव का समय निश्चित करना होगा जैसे यदि आज आपने कुछ पढा है तो 24 घंटे के अंदर अवश्य दोहरा लीजिए तथा फिर से 7 दिनों के अंदर तथा दूसरा दोहराव 30 दिनों में फिर यह आपको लम्बे समय तक याद रहेगा
3. Association
- इस ट्रिक से हम सब कुछ वैसे का वैसा याद कर सकते है, जैसे लोगों के नाम Vocabulary, किसी भी नयी जगह का नाम इत्यादि, कई बार हमारे साथ होता है कि कोई बात, या किसी व्यक्ति का नाम हमारे दिमाग में होता है परंतु वह जुबान पर नहीं आता या हम किसी व्यक्ति को पहचान लेते है परंतु उसका नाम याद नहीं आता
- तो हमें करना सिर्फ इतना है कि किसी भी नई जानकारी को, दिमाग में पहले से मौजूद जानकारी को जोड लेना है, जैसे किसी व्यक्ति का नाम अक्षय हो तो उसे अक्षय कुमार(एक्टर) से जोड दीजिए आपको हमेशा याद रहेगा
4. Imagination
- Albert Einstein ने कहा था “Imagination is more important than knowledge” क्या खूब कहा था बिल्कुल तर्कसंगत बात है, आपको याद है कोई फिल्म जो आपने हाल ही में देखी हो, उसकी कहानी, Scenes, dialogues आपको भलीभांति याद होंगे, कोई कहानी जो बचपन मे दादाजी से सुनी होगी उसकी एक एक बात याद रहती थी
- यहाँ तक कि अगर दादाजी भी दोबारा कहानी सुनाते वक़्त कुछ परिवर्तन करते थे तो हम उन्हें भी टोक दिया करते कि पहले तो आपने ये बताया था, ऐसा क्यूं क्यूंकि तब हम अच्छे से Imagine करते थे, हमें वो कहानी video के रूप में चलती दिखाई देती थी, वो झरना, वो तालाब, वो जंगल तथा वो बोलते जानवर सब कुछ, तो एक बार फिर से बच्चे बन जाइये और Imagine करना शुरु कर दीजिये फिर देखिये आपको कैसे सब याद रहता है
5. दिनचर्या
- अक्सर ही हम लोग जब पढाई करते हैं तो दिनचर्या को अनदेखा कर देते है, देर रात तक जागते हैं, सुबह देर से उठते हैं, Physical activities कम कर देते हैं, एक ही स्थान पर बैठे रहते हैं, नियमित तौर पर पानी नहीं पीते इस सब का negative effect हमारी memory और हमारी कार्य क्षमता पर पडता है, अच्छी याद्दाश्त के लिये अच्छी नींद आवश्यक है, नींद के समय से छेडछाड ना करें, थोडा बहुत अवश्य टहलें, पानी खूब पियें, आप ही सोचिये जो काम आप 100% उर्जा के साथ कर पायेंगे वो 20% के साथ तो नहीं कर पायेंगें
6. टाईम टेबल
- हम में से ज्यादातर लोगों का कोई टाईम टेबल नहीं होता, जब मन किया पढने बैठ जाते हैं, जो मन किया किताब उठा लेते हैं और पढने लगते हैं, कोई भी टॉपिक बीच से ही पढ्ने लग जाते हैं, इससे सिवाय confusion के कुछ हाथ नहीं लगता हमें ये तक पता नहीं रहता कि हमने कौन सा विषय कितना पढ लिया है, और लोग बेवजह ही अपनी meomory को दोष देते हैं
- एक बेहतर रणनीति ही बेहतर जीत दिला सकती है, और रणनीति का पहला हिस्सा जो कि यहाँ पर टाईम टेबल है, यदि यह कमजोर है तो आप जीत की आशा कैसे कर सकते हैं, तो बेहतर सफलता के लिये एक बेहतर टाईम टेबल बनाईये
7. रूचि [Interest]
- आपने देखा होगा जिस भी बिषय या काम में आपकी रुचि होती है वह आपको अच्छे से याद रहता है जैसे कुछ लोगों को क्रिकेट का शौक होता है आप उनसे किसी भी क्रिकेट मैच की एक एक बॉल का ब्योरा पूछ सकते हैं, और दूसरा उदाहरण लोगों को अपने मतलब के काम याद रहते है
- तो इससे एक निष्कर्ष निकलता है जो भी आपको याद करना हो उसमें रुचि पैदा कीजिये, उसमे रुचि लिजिये, आपने देखा होगा कुछ लोगों को गणित में रुचि होती है वह गणित के बारे में ही बात करना पसंद करते हैं तथा जिनको अंग्रेजी या अर्थ्व्यवस्था पसंद होती है वो उसके बारे मे बढचढ कर बातें करते हैं
- चलिये जानें किसी विषय में रुचि कब आती है, जब आपको कोई विषय समझ आता है, और उस विषय में आपको थोडा ज्ञान होता है, जिस भी विषय में आपको थोडा ज्ञान होता है आप उसे बडे रुचिपूर्वक पढते हैं और आपके ज्ञान में निरंतर बृध्दि होती रहती है
- तो निष्कर्ष यह निकलता है कि पहले पहले आप किसी विषय को पढ्ने मे बोरियत महसूस कर सकते हैं कुछ समय बाद जब आप उस विषय को थोडा जान जायेंगे फिर आपको रुचि स्वयं ही आने लगेगी और वह विषय आपको याद होते देर नहीं लगेगी
8. समझ
- समझ और याद्दाश्त का गहरा रिश्ता है यदि आप किसी विषय को बिना समझे याद करना चाहते है जो कि सही तरीका नहीं है, हमारा दिमाग हर तार्किक चीज को अच्छे से याद रख पाता है आपको गणित को तो याद नहीं करना पडता
- क्योंकि वह तार्किक है उस में गणनाऐं है इसी प्रकार जब हम अन्य विषय पढते है हमें उनमें गहरी समझ का विकास करना चाहिए हर घटना के पीछे के कारणों को अच्छे से समझना चाहिये ,ना कि हम सिर्फ रटते रहें यदि समझ विकसित करेंगे तो रुचि विकसित होगी और अगर आपको आप का विषय रुचिकर लगने लगे तब तो आप के और सफलता के मध्य किसकी मजाल है जो आ जाये
- निष्कर्ष के तौर पर हमें प्रत्येक विषय की समझ विकसित करनी होगी उसे अच्छे से याद करने के लिये
9. पढ़ाई को रोचक व मनोरंजक बनाईये
- मनोरंजन किसे पसंद नहीं होता तथा मनोरंजक चीजें किसे याद नहीं होते जाहिर है सभी को याद हो जाती है
- चलिए जानें कैसी चीजें हमें याद रहती है (a) जिनसे भावत्मक जुडाव हो (b) जिन पर हमें हँसी आती हो (c) वो चीजें जो संसार में इकलौती हो यानि Unique (d) वो जो अजीब है (e) वो चीजें जिनमें कुछ भिन्नता है
- आप जिन चीजों में भावात्मक जुडाव महसूस करते है वे आप को सदैव याद रहती है जिन पर हम को हँसी आ जाये वह भी जैसे किसी वैज्ञानिक का नाम उदाहरण के तौर पर एक वैज्ञानिक का नाम लेते है मारकोनी बचपन में मैंनें इसे पढा तो मुझे मार कोहनी लगा तथा सभी बच्चे भी क्लास में इसे मार कोहनी कहके एक दूसरे को कोहनी मारते मुझे यह सदैव के लिए याद हो गया
- अनोखी चीजें हमें हमेशा याद रहती है जैसे यदि आप कोई बहुत बडे कुत्ते को देख ले तो आपको सदैव याद रहेगा आपने कहाँ देखा था तो निष्कर्ष के तौर पर आप अपनी भावनाओं को यदि पढाई से जोडे तो प्रतिफल अच्छा ही आयेगा , आप ये कर सकते है
- (1) जब कोई अजीब तथ्य आये तो उसे दोस्तों के साथ शेयर करके थोडा हँस लीजिये
- (2) जब कोई किसी बडे महापुरुष के बारे में पूछे तो अवश्य चिंतन करें कि क्या कठिनाईयां उन्हें झेलनी पडी होंगी
- (3) किसी की तारीफ करने में गुरेज न करें “बहुत महान व्यक्ति था” आप कुछ भी अपनी तरफ से बोलेंगें तो आपको सदैव याद रहेगा
- (4) हमें अजीब चीजें सदैव याद रहती है तो प्रयास करें कि आप अपनी पढाई के विषयों में कुछ अजीब ढूढ सकें, न मिले तो खुद उसे अजीब बना लें आपको सदैव याद रहेगा
10. अपना Type पहचानिये
- सामान्य अध्ययन के विषयों जैसे इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान , तथा विज्ञान इत्यादि को याद करने में हम अपना दिन रात एक कर देते हैं परंतु कभी भी उसे अच्छे से याद नही कर पाते या तो उसे समझ नही पाते
- क्योंकि समझ और याददाश्त का बहुत गहरा सम्बन्ध है, अगर हम किसी भी विषय को अच्छे से नही समझ पाते तो वो हमें याद नही होता, अच्छी समझ विकसित करने के लिए कई तरीके हो सकते हैं वह अलग अलग तरह के दिमाग पर निर्भर करता है तथा समझाने के तरीके पर भी ,दिमाग 3 प्रकार के होते हैं
- 1. EAR MINDED- जिन्हें सुनकर याद होता है !
- 2. EYE MINDED- जिन्हें देखकर याद होता है !
- 3. MOTOR MINDED- जिन्हें देखकर तथा सुनकर याद होता है !
- तो अपनी खूबी जानिये और उसी तरह तैयारी शुरु कीजिये और उसी तरह पढाई कीजिये !
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