- यदि त्रिभुज में किसी कोण का अर्धक सामने वाली भुजा को दो भागों में बांटता है, तो त्रिभुज समद्विबाहु होता है |
- त्रिभुज में किन्ही भी दो माध्यिकाओं का योग सदैव तीसरी भुजा से बड़ा होता है |
- एक समबाहु त्रिभुज का केन्द्रक, अंत: केंद्र, परिकेंद्र तथा लम्बकेंद्र एक ही बिंदु पर होता है |
- किसी त्रिभुज के बाह्य वृत की त्रिज्या अंत : वृत की त्रिज्या की दोगुनी होती है |
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