Stream and Boat Tricks in Hindi, “नाव तथा धारा” प्रतियोगी परीक्षाओं के नज़रिये से बेहद महत्व रखता है, अक्सर ही SSC, IBPS, POLICE, RAILWAY, तथा अन्य परीक्षाओं में इस टॉपिक से सवाल पूछे जाते हैं, एक बार यदि इसके नियमों को समझ लिया जाये तो फिर सवाल बेहद आसान लगने लगेंगे, और थोडी प्रैक्टिस के बाद आप मन में ही इन सवालों को हल करने में समर्थ हो जायेंगे, इस टॉपिक को अच्छे से समझने के लिये आप पहले आप नीचे दिये गये नियमों तथा सूत्रों को आत्मसात कर लें, हमें उम्मीद है ये आपके लिये उपयोगी सिद्ध होगा
- यदि नाव या तैराक धारा के विपरीत दिशा में जा रहा हो तो इसे प्रतिकूल प्रवाह कहते हैं तथा यदि धारा की दिशा में तो इसे अनुप्रवाह कहते हैं
- प्रतिकूल प्रवाह में नाव या तैराक की प्रभावी चाल कम हो जाती है, यदि नाव की चाल “X” किमी/ घंटा तथा धारा की चाल “Y” किमी/ घंटा हो तो :-
- प्रतिकूल प्रवाह में नाव की चाल = X -Y किमी /घंटा
- अनुप्रवाह में नाव की चाल = X + Y किमी / घंटा
- शांत जल में नाव की चाल धारा के अनुकूल एवं प्रतिकूल दिशा में उनकी चालों के योगफल का आधा होता है
- शांत जल में नाव की चाल = (धारा के अनुकूल चाल + धारा के प्र्तिकूल चाल)/ 2
- धारा की गति, धारा के अनुकूल एवं प्रतिकूल दिशा मे नाव की चालों के अंतर का आधा होता है
- धारा की गति = (धारा के अनुकूल चाल – धारा के प्रतिकूल चाल)/ 2
1. एक व्यक्ति धारा के विपरीत दिशा में 10 किमी0 /घण्टा की चाल से नाव चला सकता है तथा धारा की दिशा में उसकी गति 16 किमी0 /घण्टा होती है शांत जल में नाव एवं धारा की चाल बताइये
2. एक व्यक्ति शांत जल में 6 किमी /घण्टा की चाल से नाव खे सकता है यदि धाराकी गति 1.2 किमी/घण्टा हो तो उसे गंतव्य तक पहुँचने तथा लौटने में 1 घण्टा लगता है गंतव्य दूरी बताये
3- रमेश धारा की दिशा में कोई दूरी 6 घण्टे में तय कर सकता है पर उसे इतनी ही दूरी लौटने में 9 घण्टे लग जाते है यदि धारा की गति 13 किमी/घण्टा हो तो शांत जल में रमेश की चाल क्या होगी
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