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अर्नाल्ड श्वाज़नेगर की सफलता के 5 नियम |

 

अर्नाल्ड श्वाज़नेगर की सफलता के 5 नियम |

Friends, आज मैं आपके साथ एक ऐसे व्यक्ति के सफलता के 5 नियम शेयर करा रहा हूँ जिसने तीन अलग-अलग अलग क्षत्रों-

  • बॉडीबिल्डिंग
  • एक्टिंग, और
  • राजनीति

में कामयाबी के रिकार्ड्स बनाएं हैं. जी हाँ मैं बात करा रहा हूँ Mr. Universe रह चुके, Terminator के सुपर स्टार और अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के गवर्नर रह चुके अर्नाल्ड श्वाज़नेगर की. आइये, हम उनके super success life के पीछे काम कर रहे 5 नियमों के बारे में जाते हैं, जिनके बारे में उहोने अपने एक भाषण में बताया था.

अर्नाल्ड श्वाज़नेगर की सफल के 5 नियम

लोग मुझसे हमेशा पूछते हैं कि Success का secret क्या है?

और मैं हमेशा कहता हूँ कि शोर्टर वर्शन है कि  आपके पास 22 inch के biceps होने चाहिए और आपको अपने खाली हाथों से predators को मारना आना चाहिए and of course आपके पास ये charming Austrian accent होना चाहिए. ….

लॉन्ग वर्शन है कि मेरे पास हमेशा 5 rules रहे हैं …. आपको बॉडीबिल्डिंग चैंपियन होने की ज़रुरत नहीं है, आपको ये चाहने की भी ज़रुरत नहीं है कि आप एक्शन हीरो बनें या ऐसा ही कुछ और करें…..आप जो कुछ भी करते हैं और उसमे excel करना चाहते हैं तो ये rules आपके लिए हैं.

मेरा पहला रूल है –

Rule #1: Find Your Vision and Follow It / अपना विजन खोजिये और उसका पीछा करिए

अगर आपका कोई गोल नहीं है कोई विजन नहीं है तो आप यूँही अपना समय बर्बाद करते रहेंगे…. आप खुश नहीं रहेंगे.

मैं सेकंड वर्ल्ड वार के बाद बड़ा हुआ. ऑस्ट्रिया, जर्मनी के साथ-साथ युद्ध हार गया था. Of course, उस समय डिप्रेशन था, economic situation अच्छी नहीं थी, मैं वहां से बाहर निकलना चाहता था, मैं escape करना चाहता था.

और luckily एक दिन स्कूल में मैंने अमेरिका के बारे में एक documentary देखी. और मैं जान गया कि exactly यही वो जगह है जहाँ मैं जाना चाहता हूँ.

सवाल बस ये था कि मैं वहां जाऊं कैसे? मैं अमेरिका कैसे जाऊं?

किसी के पास ट्रेवल करने के लिए या किसी भी चीज के लिए कोई पैसा नहीं था.

लेकिन एक दिन मैं भाग्यशाली था कि मेरे हाथ एक बॉडीबिल्डिंग मैगज़ीन लग गयी और उसके कवर पे एक बेहद मस्कुलर इंसान की तस्वीर थी…..

Mr. Universe Hercules के स्टार, उसका नाम Reg Park था. मैंने जितना तेजी से हो सका वो आर्टिकल पढ़ा…

मुझे समझ आया कि कैसे वो लीड्स, इंग्लैंड में बड़ा हुआ…बिलकुल गरीब. और कैसे उसने रोज 5 घंटे की ट्रेनिंग की…हर एक दिन…. वो trained होता गया…होता गया… होता गया… और finally Mr. Great Britain बन गया… और फिर वो Mr. Universe बन गया, इसके बाद दूसरी बार… तीसरी बार  वो Mr.. Universe बना. इसके बाद अचानक ही वो रोम चला गया और हर्कुलस मूवीज करने लगा.

जैसे-जैसे मैंने पढ़ा मेरा निश्चय और भी पक्का होता गया. मेरे सामने मेरा विजन बिलकुल स्पष्ठ था –

एक चैंपियन बनना और उसी स्टेज पर पहुंचना जहाँ वो Mr. Universe था और फिर अमेरिका शिफ्ट हो जाना… और मूवीज में काम करना.

उस पल के बाद से मैंने जो कुछ भी किया…चाहे मुझे जितनी कड़ी मेहनत करनी पड़ी हो या मुझे कितना भी स्ट्रगल करना पड़ा हो मायने नहीं रखता क्योंकि मैं जानता था कि इसका purpose क्या है…  मुझे मेरा पैशन मिल चुका था. हेमशा अपना विजन खोजिये… बाकी चीजें अपने आप हो जायेंगी.

अब मेरा दूसरा नियम –

Rule #2: Never Ever Think Small / कभी भी छोटा मत सोचिये

आपको सितारों पर निशाना साधना होगा. मैं सिर्फ ये नहीं सोचता था कि मैं मूवीज में काम करूँगा…मैं एक मोवी स्टार बनना चाहता था… मैं above the title billing चाहता था… मैं सबसे ज्यादा pay किया जाने वाले entertainer बनना चाहता था, मैं basically एक दूसरा John Wayne बनना चाहता था.

इसमें क्या खराब है?

कभी भी छोटा मत सोचो, बड़ा बहुत बड़ा सोचो

मेरा तीसरा नियम है –

Rule No. 3 – Ignore the Naysayers / नकारात्मक लोगों की बात मत सुनो

मुझे लगता है ये नेचुरल है कि जब आपका विजन बड़ा होता है, आपका लक्ष्य आपके सपने बड़े होते हैं तो आपके आस-पास के लोग कहते हैं – “मुझे नहीं लगता ये किया जा सकता है…. ये तो असम्भव है.

मेरा मतलब है, ये तब शुरू हुआ जब मैं 15 साल का था…और फिर मैं बॉडी बिल्डर बन गया. जैसे ही ये हुआ मैंने कहा मैं बॉडीबिल्डिंग में वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहता हूँ. मैं  Mr. Universe बनना चाहता हूँ. उन्होंने तुरंत कहा – क्या तुम पागल हो?

बॉडीबिल्डिंग एक अमेरिकन स्पोर्ट है, भूल जाओ इसके बारे में. ये बेवकूफी है.

फिर बॉडीबिल्डिंग में तेरह world championship titles जीतने के बाद जब मैं शो बिजनेस में जाना चाहता था….. मैंने कहा… मैं Reg Park की तरह बनना चाहता हूँ…. मैं एक हर्कुलिस बनना चाहता हूँ…मैं मूवीज में जाना चाहता हूँ…. Well, मैं बताता हूँ…. जब मैं एजेंट्स और मैनेजर्स से मिलता तो उनका reaction होता “ हा-हा-हा-हा-”

ओह अर्नाल्ड, ये कितना फनी है… तुम क्या बनना चाहते हो.., एक लीडिंग मैन?

ओह कॉम ऑन, I mean देखो सबसे पहले तुम्हारी बॉडी से शुरू करते हैं- तुम इतने विशाल हो, तुम एक राक्षस की तरह हो, और फिर तुम्हारा बोलने का तरीका… it gives me the chills to listen to your German bullshit…

Come on now, क्या तुमने कभी कोई international movie star देखा है जिसका German accent हो?

ऐसा नहीं होता, भूल जाओ इसके बारे में. और फिर तुम्हारा नाम… क्या है  … स्वानजेन… शिन्जेन…या ऐसा ही कुछ?

लोग बस इसलिए मवी हॉल्स में उमड़े चले आयंगे क्योंकि इसमें स्वानजेनशिन्जेन स्टार है… हाँ, क्यों नहीं …मुझे तो अभी से ऐसा होता दिखाई दे रहा है.

सोचिये, imagine करिए मैं जहाँ भी गया उन्होंने कहा नहीं, ये नहीं हो सकता, ऐसा होना संभव ही नहीं है… भूल जाओ इसके बारे में. Luckily, मैंने उनकी बात नहीं सुनी.

मैंने एक्टिंग क्लासेस, English classes even accent removal classes भी लेनी शुरू कर दी… मैं सारा दिन कुछ ऐसी लाइन्स बोलते हुए घूमा करता था – a fine wine grows on a vine.

अचानक ही मुझे एक ब्रेक मिला, अचानक ही मुझे एक TV show मिल गया, एक छोटा सा पार्ट…फिर एक और छोटा सा पार्ट और फिर Pumping Iron और Stay Hungry and of course इसके बाद मुझे एक बड़ा रोल Conan the Barbarian के रूप में मिला… so, finally I got the BIG BIG break.

और आप जानते हैं इसके बारे में सबसे interesting बात क्या थी– डायरेक्टर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा-

अगर हमारे पास इन मसल्स के साथ स्वाज्नेगर नहीं होता तो हमें एक बनाना पड़ता.

और फिर जब मैंने Terminator की तब James Cameron ने कहा कि –

अर्नाल्ड के crazy accent की वजह से “ I’ll be back” इतिहास की सबसे फेमस मूवी लाइन्स में से एक इसलिए बन पायी क्योंकि वो एक मशीन की तरह साउंड कर रहा था.

 तो जैसा कि आप देख सकते हैं- Naysayers ने जिस किसी भी चीज को मेरी liability बताया था वो सभी मेरे assets बन गए. Ignore the naysayers.

मेरा चौथा नियम है-

Rule #4: Work Your Ass Off  / कड़ी मेहनत करो

आप कभी भी इसलिए फेल नहीं होना चाहेंगे क्योंकि आपनी कड़ी मेहनत नहीं की. ये मायने नहीं रखता कि आप किस फील्ड में हैं… No pain … No gain.

सुनिए, जब मैं यूनाइटेड स्टेस आया था, मुझे याद है कि मैं रोज 5 घंटे की ट्रेनिंग करता था.. Every single day.

और इसके साथ मैं एक Construction Business manage कर रहा था, मैं एक bricklayer था और मैं कॉलेज भी जाता था.

और मैं रात को 8 बजे से रात 12 बजे तक एक्टिंग क्लासेज भी लेता था. हर दिन मैं ये करता था. कठोर परिश्रम करो … मैं हेमशा इसी चीज में believe करता हूँ.

मेरा पांचवा और आखिरी रूल है-

Rule #5: Don’t Just Take, Give Back / सिर्फ लो नहीं, वापस दो.

उस शीशे को तोड़ दो जो तुम्हे सिर्फ खुद को दिखाता है और तुम उस mirror के  beyond देख पाओगे. और तुम देख पाओगे कि लाखों-करोड़ों लोग हैं जिन्हें तुम्हारे help की ज़रुरत है. और इसलिए मैं ऐसा कोई मौका नहीं गंवाता जब मुझे कुछ वापस देने का अवसर मिलता है.

मैंने स्पेशल ओलम्पियंस को ट्रेनिंग देना शुरू किया… मैंने ज़रूरतमंद बच्चों के लिए after school programs शुरू किये ताकि वे ड्रग्स, गैंग्स और हिंसा को NO कह सकें. हम सभी बदलाव ला सकते हैं… चाहे व हमारे पड़ोस में हो या हमारे स्कूलों में क्योंकि अंत में ये हमारे हाथ में है कि हम क्या करते हैं.

  • एक विजन रखो,
  • बड़ा सोचो,
  • Naysayers को इगनोर करो,
  • कठोर परिश्रम करो
  • और दुनिया को कुछ वापस दो…बदलो इस दुनिया को.

क्योंकि अगर हम नहीं तो और कौन?

अगर अभी नहीं तो कब ?

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